आंटी की जबरदस्त चुदाई

हेलो दोस्तो जब पापा का फोन आया.

अब आयेज…

पापा- मैं 2 दिन बाद आ रहा हू घर और मेरा तबादला अब जमू हो गया है और हम सूभ जमू चलेंगे.

मम्मी- जी आप का तबादला तो होता ही रहता है हम जहा ठीक थे अब फिर से पूरे घर का समान ले कर जाना होगा.

पापा- एस बार मेरी पूरी नोकारी यही पेर ही समाप्त होगी जमू के एलवा अब मेरी और कही भी बदली नही होगी मेरी सिर से बात हो चुकी है.

मम्मी- ठीक है जी आप घर तो आओ.

पापा- ओक ई लोवे योउ जान बाइ.

मम्मी – ई लोवे योउ टू.

मम्मी – राजीव तेरे पापा आ रहे है और उनकी बदली जमू की हो गये है अब हम सभी वाहा ही रहेंगे.

मैं- मम्मी यह क्या बोल रहे हो , आप को तो पट्ता ही है की मैं आंटी क बिना नही रह सकता.

मम्मी – बेटा अब तुम कुछ समझो तेरे पापा ने जो बोल दया वही होगा तुम अपना समान रेडी करो अब बस कुछ और नही सुन ना मुझे.

मैं अब क्या करता तो मैने भी जाने का सोच लया और मेरा पूरा मूड खराब हो गया फिर मैने आंटी को फोन लगाया.

आंटी – हा राजीव कैसे हो ?

मैं- आंटी जी मेरा मूड ऑफ है.

आंटी – किओ दीदी ने कुछ कहा क्या?

मैं- नही आंटी जी पापा आ रहे है और उनकी पोस्टिंग जमू हो गये है पकई और हम सूभ जमू शिफ्ट हो रहे है पापा ने बोला है.

आंटी- यह तो अछा है तेरे और मेरे लाइ.

मैं- आंटी आप भी ना.

आंटी- ओक बाबा मज़ाक कर रही हू यह तो अब मुश्किल हो गये अभी तो हमारा मिलना चालू भी नही हुया और पहले ही दूरी पढ़ गये.

मैं- यही तो अब मेरा आप क बिना दिल नही लगेगा.

आंटी – मेरा कॉन्सा लग जाएगा तेरे बिना. अब क्या होगा राजीव सोचा है कुछ.

मैं – आंटी जी जाना तो पढ़ेगा ही पापा जो बोलते है हम सूभ मानते है, आप मुझ से मिल सकते हो क्या?

आंटी- किओ नही मिल लूँगी पेर कहा घर पेर.

मैं- नही होटेल चले बस कल का दिन ही फिर पापा आ जाएँगे.

आंटी – ठीक है फिर कोई अछा सा होटेल देख लेना कोई मुश्किल ना आए.

मैं- ओक आंटी जी आप फिकर ना करो.

मैने फिर ऑनलाइन एक होटेल मई रूम बुक कर दया जो हमारी सिटी मैं तोड़ा बाहर था वाहा हमे कोई जनता भी नही था हम कभी भी उस तरफ नही गये थे मैने आंटी को सुबा 9 बजे का टाइम दे दया किओ की हमे 9:30 पेर होटेल पहचना था और 1 बजे चेआक आउट करना था तो आंटी मान गये.

आगले दिन मैने रेडी होकर कार मैं बाहर निकला तो बाज़ार के पास आंटी मेरा वेट कर रही थी मैने ही आंटी को वाहा जाने को बोला था ताकि कोई हमे ना देखे एक साथ मैने आंटी को पिक काइया और होटेल चले गये.

आंटी- राजीव यह होटेल सेफ है ना कोई मुश्किल तो नही होगी हमे.

मैं- आंटी जी मैने मॅनेजर से बात कर ली है कोई मुश्किल नही आएगी.

आंटी- तो फिर जल्दी अंदर चली कोई देख ना ले हमे.

हम अंदर गये और मॅनेजर ने हमे रूम की चाबी और कहा तेनतीओं मत लेना कोई सूभ सेफ है यहा तुम इंजोय करो राजीव.

आंटी- राजीव मॅनेजर तुम्हे जनता है क्या?

मैं- नही आंटी जी मैं तो आज पहली बार आया हू यहा?

आंटी- तो फिर वो तुझ से ऐसे बात किओ कर रहा था.

मैं- आंटी जी मैने उसे रूम की सेक्यूरिटी के लाइ डबल पैसे डेए है एस लाइ.

आंटी- ओक यह बात है.

हम रूम मैं अंदर पहुच गये मैने दरवाजा बंद करके लॉक कर दया और आंटी को बेड पेर धकेल दया.

आंटी- अभी रुक जाओ पहले रेडी तो होने दो.

मैं- मेरी जान अब सबर कहा होता है तेरे जैसी सेक्सी माल को देख कर.

आंटी- वो तो है पेर आज आराम से करना बहुत टाइम है अपने पास एक ही बार करना है फिर वापिस जाना है दुपेहर को तेरे अंकल घर आते है.

मैने आंटी को किस करना चालू कर दया और आंटी भी मेरा साथ देने लगी फिर थोड़ी देर बाद मैने आंटी के कपड़े निकल डेए और आप भी नगा हो गया मैने आंटी के मॉट मॉट मुममे बबाने और चूसने चालू क्ये.

आंटी- राजीव आज पूरा धोड़ निकालो एसका आज मुझे पेर रहम मत करना आचे से छोड़ लेना फिर यह मोका मिले ना मिले.

मैं- जी आंटी जी आज तो मैं यह मोका नही छोड़ने वाला.

आंटी- आह आह सस्स्सस्स चुस्स्स राजीव मज़ाआ एयेए रहा है चुस्स्स.

मैं- ऑश आंटी क्या मुममे है आप क दिल कर रहा हिया की चूस्ता ही राहु.

आंटी- तो रोका किस ने है हाईए ससस्स चूस बेटा चुस्स्स.

मैं- अब छूट की बरी है जान.

आंटी – हा चुसले वो भी सस्सस्स.

मैने छूट की और देखा तो क्या छूट थी बिल्कुल गुलाबी दिल तो उसे फाड़ने का हो रहा था. फिर मैने आंटी की टाँगे खोली और छूट चाटने लगा.

आंटी- हाई रीए क्या चटा है तू ऐसी तो तेरे अंकल ने भी नही छाती कभी सस्स्सस्स हाा.

थोड़ी देर छूट चाटने क बाद मैने आंटी को लंड चूसने को बोला.

आंटी- लाओ राजीव अपना लंड मेरे मूह मई दो.

मैं- झट से अपना लंड आंटी क मूह मई दे दया लंड मूह मैं जाते ही पूरी ट्रे से तां गया और एक दम कड़क हो गया.

आंटी- हाए रे यह तो आज मेरी छूट फिर से फाड़ देगा.

मैने 10 मिंट बाद आंटी को लेटया और टाँगे उपेर की और छूट मैं लंड डालना चालू कर दया. मेरा पूरा लंड आज आराम से छूट क अंदर चला गया.

आंटी- हाा सस्स्स्सस्स मार गाईए हाअ एससस्स करो मज़ाअ आ रहा है.

मैं- आंटी जी आप मज़ा लो आज पूरा.

आंटी- छोड़ अपनी आंटी को आज जी भरकर बेटा सस्स्सस्स हाा हाअ एससस्स छोड़ूऊ.

मैने अपने ढाको की स्पीड तेज़ की तो आंटी तोड़ा छिलह रही थी पूरे रूम मैं बस चुदाई की ही आवाज़ आ रही थी.

आंटी- राजीव बेटा छोड़ एसस्स सस्सस्स हाअ क्या छोड़ता है तुऊउ हाअ.

मैने फिर 15 मिंट छोड़ने क बाद आंटी को डोगी पोज़िशन मैं आने को कहा आंटी जल्दी से रेडी हो गये और मैने पीछे से अपना लंड छूट मैं डाल दया और छोड़ना चालू क्या.

आंटी- सस्सस्स राजीव आईसीए ही छोड़ क्या मज़ाआ आआ रहा है छोड़ सस्स्सस्स हााअ.

मैं- आंटी जी आज तो आप ने कमाल ही कर दया पूरा मज़ा देह रहे हो.

आंटी- अब मेरी छूट तेरे लंड से ही सेट हो गइई है सस्स्सस्स हाअ एससस्स और ज़ोर सीई बेटा छोड़.

फिर मैं नीचे लेट गया और आंटी को उपेर आने को कहा ने उपेर आ कर मेरा लंड अपनी छूट मई ले लया और उपेर नीचे होने लगी.

आंटी- सस्सस्स बेटाअ मैं झड़ने वाली हू सस्स्सस्स हाा एसस्स छोड़.
क्या लंड है तेराअ पूरा अंदर जा रहा है छोड़ सस्स्सस्स हाा सस्स्स्सस्स मार गाईए हाअ एससस्स करो मैं गाईए सस्स्सस्स छूट.

मिने नीचे से ज़ोर ज़ोर से ढके मारे तो आंटी झाड़ गये और आंटी ने अपनी छूट का सारा गरम पानी मेरे लंड पेर ही छ्चोड़ दया. अब आंटी मेरे उपेर ही लेट गये फिर मैने आंटी को नीचे क्या और टाँगे उपेर की और छोड़ना चालू कर दया. मैने आंटी को बहुत तेज़ ज़ोर ज़ोर से छोड़ रहा था.

आंटी- सस्स्सस्स हाअ एससस्स छोड़ूऊ बेटा आज की चुदाई जिंदगी भर नही भूल पौँगी सस्सस्स हाअ एससस्स छोड़ूऊ बेटा आज मुझे सस्स्सस्स एससस्स हाअ.

फिर करीब 20 मिंट बाद मेरा पानी निकालने वाला था तो मैने आंटी से पूछा कहा निकालु.

आंटी- आज अंदर ही छ्चोड़ दे बेटा भर दे मेरी छूट.

मैं- आंटी आप प्रेग्नेंट ना हो जाओ कही.

आंटी- कर्दे बेटा मुझे प्रेगञेन्ट मई तेरे बचे की मा बनना चाहती हू.

मैने अपना पूरा पानी आंटी की छूट मई ही निकल दया और हम लेट गये और बाते करने लग गये.

मैं- आंटी जी आप कही प्रेग्नेंट हो गये तो मुश्किल हो सकती है.

आंटी- डरो मत कोई मुश्किल नही है बोल दूँगी तेरे अंकल का है तू दार मत बस प्रेग्नेंट हो जौ.

फिर हम 12:30 वाहा से निकले और घर वापिस आ गये , दूसरे दिन पापा भी कोई 10 बजे आ गये.

पापा- राजीव बेटा कैसे हो सूभ ठीक है.

मैने पापा के पैरो को शुया और कहा बिल्कुल ठीक हू पापा जी आप बताओ आप कैसे हो पापा जी.

पापा- मैं तो बिल्कुल ठीक हू अब तेरे पास ही रहूँगा मेरी पोस्टिंग जमू मैं पकई हो गये है.

मम्मी- जी अब तो हम साथ ही होंगे किओ राजीव.

मैं- जी मम्मी जी अछा है ना इतने सालो बाद पूरी फॅमिली साथ रहेगी.

पापा- यह तो अब तुम अपना अपना समान पॅक करो मैने ट्रक वालो को बोल दया है वो बाकी का समान ले आएँगे सुबा जल्दी जाना है.

हम ने खाना खाया और अपना अपना समान पॅक क्या और सू गये. सुबा जल्दी उठे तब तक आंटी भी घर आ गये और हमारी हेल्प की पूरा समान हम ने गाड़ी मैं रख लया. बाकी का समान ट्रक वेल लोड करने लगे. हमे पहले जा कर घर घोलना था एस लाइ हमे जल्दी जाना था.

मम्मी- भांजी जी फिर मिलेंगे अब चलते है.

मैं- बाइ आंटी जी और उनके गाले लग गया.

आंटी- बाइ बेटा आँखो मैं आँसू थे , फोन करते रहना.

पापा- ओक बाइ भेनजी जी.

फिर मैने अपनी गाड़ी स्टार्ट की और निकल पढ़े तो आंटी मुझे देखती रही मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल था दिल चाहता था की आंटी को साथ ही ले जौ पेर जे पासिबल नही था.

हम जमू पहुच गये और घर देखा घर बहुत अछा था काफ़ी बढ़ा भी था. हुँने वाहा छाई और खाना पास क एक ढाबे से मनवा लया और खाया. तब तक ट्रक वेल भी समान लेकर आ गये समान उन्हो अंदर सेट करवा दया और पापा ने पैसे दे डाइ वो चले गये.

मैने रात को आंटी को फोन क्या.

आंटी- हेलो राजीव कैसे हो ?

मैं- ठीक हू पेर दिल नही लग रहा आप क बिना.

आंटी- हा मेरा भी कुछ ऐसा ही है. दीदी कहा है ?

मैं- पापा के रूम मई सू रहे है.

आंटी- सू रहे है जा कुछ कर रहे है.

मैं- कुछ भी करे क्या फ़र्क पढ़ता है मेरी जान तो मुझ से डोर है अभी.

आंटी- हेस्ट हुए ओक बाबा जब दिल करे आ जाना उसी होटेल मैं मिल लूँगी.

मैं- साची आप मिलने आओगी मुझे.

आंटी- पहले नही आए थी क्या?

मैं- ई लोवे योउ आंटी.

फिर फोन कट कर दया और मैं सू गया कुछ दीने ऐसे ही फोन पेर बात होती रहती थी और मेरी जॉब भी लग गये जमू मैं. तो मैं आंटी से होटेल मई मिल लेता था. 1 साल बाद मेरी शादी हो गयी. मेरी वाइफ बहुत सनडर थी मानो जैसे पारी को ज़मीन पेर उत्तरा हो. शादी मैं आंटी जी भी आए थे और मुझे कहा अब तो तुहे मिल ही गये मुझ से सनडर बीवी.

मैं- जी आंटी जी ई लोवे योउ.

आंटी- अब ई लोवे योउ अपनी बीवी को बोल और प्रॉमिस कर तू अब एसए बहुत प्यार करेगा और मुझे एक फ्रेंड ही समझेगा.

मैं- ओक आंटी जी अब मैं अपनी बीवी से ही प्यार करूँगा उसे कभी भी धोका नही दूँगा.

आंटी- यह हुए ना बात.

मैं फोन पे ही कभी कभी आंटी जी से एक दोस्त की ट्रे बात कर लेता था, मेरी लाइफ अब खुष्ीो से भर गये थी.

किसी आंटी कपल जा सिंगल लेडी को सेक्स करना जा थ्रीसम करना हो मेरी मैल पे मसाज करे