वॉशरूम में साली की ग्रूप चुदाई की कहानी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम कमाल है, और मैं आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. आशा करता हू, की आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. और कोशिश करूँगा, की ये पार्ट भी पसंद आए.

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की मैं अपनी बीवी के साथ साली के घर पार्टी पर गया था. वाहा गार्डेन में मेरी सेक्सी साली मुझसे चूड़ी. अब आयेज बढ़ते है.

अगले दिन सुबा मैं 6 बजे उठा. हम लोग तैयार हुए, और बाहर गार्डेन में नाश्ता करने चले गये. बाहर सिया की पूरी इन-लॉस फॅमिली थी. इस वक़्त सिया ने एक सेमी-ट्रॅन्स्परेंट शर्ट, और वाइट शॉर्ट्स डाली हुई थी.

उसकी ये वाली शॉर्ट्स रात वाली से थोड़ी लंबी थी. शायद फॅमिली पास थी, इसलिए. जब मेरी नज़र सिया से मिली, तो उसने मुझे आँख मार दी, और एक फ्लाइयिंग किस दी. मैने भी उसको स्माइल पास कर दी.

वो बहुत खूबसूरत लग रही थी. वाइट कपड़े, रेड लिपस्टिक, खुले बाल, और ग्लो करता फेस. सब कमाल का था. फिर वो उठी, और अपनी बेहन को अपने पास बिताने के बहाने मुझे भी पास ही बिता लिया, और खुद हम दोनो के बीच बैठ गयी.



उसके बाद वो ब्रेकफास्ट करते हुए मुझसे शराराते करने लगी. वो बार-बार मेरे लंड पर हाथ रख देती, जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं उसको हटा रहा था, लेकिन वो हटने का नाम नही ले रही थी.

मुझे दर्र था, की कही किसी ने हमे देख लिया तो लेने के देने पद जाएँगे. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. शाम हो चुकी थी, और पार्टी शुरू हो चुकी थी. काफ़ी सारे गेस्ट्स आए हुए थे. सिया ने एक पार्टी टाइप शॉर्ट ड्रेस पहनी. वो ड्रेस बहुत रिवीलिंग थी, और उस ड्रेस में वो बहुत सेक्सी लग रही थी.

उसके बूब्स काससे हुए थे, और मस्त क्लीवेज बना रहे थे. नीचे से उसकी ड्रेस घुटनो से थोड़ी उपर थी, और उसकी गोरी-गोरी टाँगो का प्रदर्शन कर रही थी. मेरा तो उसको देखते ही खड़ा हो गया था. सारे माले गेस्ट्स उसकी की तरफ देख रहे थे.

मेरी बीवी बच्चे के साथ बिज़ी थी, और सिया का हज़्बेंड अपने कॉलीग्स के साथ. फिर सिया मेरे पास आके खड़ी हो गयी और बोली-

सिया: जीजू छोड़ो ना मुझे प्लीज़.

मैं: सिया सब लोग यहा है. किसी ने देख लिया तो मुश्किल हो जाएगी.

सिया: कोई नही देखेगा.

मैं उसको बड़ी मुश्किल से माना कर रहा था. क्यूंकी इतनी सेक्सी लड़की को माना करना आसान नही है. फिर वो थोड़ी बिज़ी हुई, और मैं वॉशरूम गया. जैसे ही मैं अंदर गया, वो भी मेरे पीछे आ गयी.

मैं: सिया ये क्या कर रही हो? हम पकड़े जाएँगे.

सिया: कल आप चले जाओगे. उसके बाद मैं क्या करूँगी?

ये बोल कर उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया. अब एक बंदा कितना रोकेगा अपने आप को. तो मैने भी उसको किस करना शुरू कर दिया. मैं अपने हाथ सीधे उसकी गांद पर लेके गया, और उसकी ड्रेस पीछे से उपर उठा दी.

फिर मैने उसको स्लॅब पर बिताया, और उसकी पनटी उतार कर उसकी छूट चाटने लगा. वो आ जीजू आहह जीजू कर रही थी, और मेरा सर अपनी छूट में दबा रही थी.

कुछ देर छूट चाटने के बाद मैं खड़ा हुआ, और अपनी पंत खोल कर अंडरवेर नीचे किया, और लंड बाहर निकाल लिया. फिर मैने लंड उसकी छूट पर सेट किया, और खचक करके अंदर डाल दिया. उसकी आ निकली, और मैने उसको छोड़ना शुरू कर दिया.

अब हम ज़ोर-शोर से किस कर रहे थे, और चुदाई कर रहे थे. अभी 5 मिनिट ही हुए थे हमे चुदाई करते को, की तभी बातरूम का दरवाज़ा खुला, और एक बंदा अंदर आ गया.

अब मेरा लंड सिया की छूट में था, और उसका एक बूब उसकी ड्रेस के बाहर था, और वो बंदा हम दोनो को देख रहा था. मेरी तो फटत के हाथ में आ गयी. तभी सिया स्लॅब से उतरी, और उस आदमी की तरफ देखते हुए बोली-

सिया: अर्रे मेहता साहब, हम बस तोड़ा मज़ा कर रहे थे.

मेहता बोला: ये कों है?

सिया: ये मेरे जीजू है.

मेहता: अगर मैं ये बात तुम्हारे हज़्बेंड को बता डू तो?

सिया: मैं जानती हू की आप नही बताओगे. क्यूंकी अगर आप बताओगे तो आपको वो नही मिलेगा जो आप बहुत देर से चाहते हो.

ये बोलते ही सिया उसके सामने घुटनो ने बाल बैठ गयी, और उसका लंड बाहर निकाल कर चूसने लगी. उसके मूह में लंड जाते ही मेहता बोला-

मेहता: आह, कब से तुझे छोड़ने का सपना था मेरा रंडी. आज जी भर के छोड़ूँगा.

ये बोलते ही उसने सिया के बाल पकड़े, और ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह में लंड अंदर-बाहर करने लगा. कुछ देर उसका लंड चूसने के बाद सिया खड़ी हुई, और उसका लंड पकड़ कर उसको मेरे पास ले आई.

फिर उसने मुझे किस करना शुरू किया, और उसके लंड को हाथ से हिलने लगी. कुछ देर बाद उसने मेहता को टाय्लेट सीट पर बिताया, और अपनी टांगे खोल कर उसके उपर बैठ गयी. उसने मेहता का लंड पकड़ा, और उसको अपनी छूट में डाल लिया.

मेहता की आहह निकल गयी. फिर सिया उसके लंड पर उपर नीचे होने लगी. उसने मेरी तरफ देख कर बोला-

सिया: जीजू वाहा क्या खड़े हो. मेरी गांद की सील अभी टूटी नही है. आओ, और उसको भी तोड़ दो.

उसकी ये बात सुनते ही मैं उसके पास गया. उसकी छूट में मेहता का लंड अंदर बाहर होता सॉफ दिखाई दे रहा था. फिर मैने अपने लंड पर लोशन लगाया, और मेहता को रुकने के लिए बोला. उसके बाद मैं तोड़ा नीचे हुआ, और उसके चूतड़ खोल कर उसकी गांद के च्छेद पर भी लोशन लगाया.

फिर मैने अपना लंड उसकी गांद के च्छेद पर सेट किया, और ज़ोर का धक्का मारा. पहली बार में मेरा लंड फिसल गया, लेकिन दूसरी बार में लंड का टोपा अंदर घुस गया. फिर मैने धीरे-धीरे अपना लंड अंदर धकेलना शुरू किया.

मेहता ने भी उसकी छूट छोड़नी शुरू कर दी थी. बहुत सारी चीखें मारने के बाद सिया अब दोनो लंड का मज़ा ले रही थी. वो खुद उपर-नीचे होके अपनी छूट और गांद में लंड का मज़ा ले रही थी.

हमारी चुदाई तकरीबन 15 मिनिट चली. इस बीच मेहता साब झाड़ गये. उनके झड़ने के बाद मैने सिया को ज़मीन पर घोड़ी बनाया, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी गांद पेलने लगा.

क्या रंडी की तरह मज़ा लेके छुड़वा रही थी मेरी साली. फिर 10 मिनिट और उसको पेलने के बाद मैने उसकी गांद को अपने माल से भर दिया.

फिर 5 मिनिट हम फर्श पर ही लेते रहे. मेहता बाहर जेया चुका था. उसके बाद हमने अपने-अपने कपड़े ठीक किए, और पार्टी में वापस चले गये. उस दिन के बाद से जब भी मेरा या सिया का मॅन करता है, तो हम मिल कर चुदाई का धमाल मचाते है.

दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.