सेक्सी लड़की की चुदाई और लंड चुसाई की कहानी

असलम 5 फ़ीट 5 इंच ही लंबा था। उसका लंड क़रीब 6 इंच का था और बढ़िया मोटा था। लंड पूरा टाईट था। असलम का बदन बढ़िया गठीला था। असलम अपना लंड सहला रहा था।

असलम: नहीं मैडम नफ़ीसा को अब तक नहीं चोदा है। वो किसी ख़ास आदमी से ही चुदवाना चाहती है। उसको छोड़िए। मैडम, उस दिन जब आपने कहा कि अरविंद साहब आपको नहीं चोद पाये, तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ था। उनकी घरवाली अप्सरा जैसी सुन्दर है, फिर भी वे जितनी लड़कियों को चोदते हैं उतना कोई दूसरा टीचर नहीं चोदता हैं। मेरी कई माल उनसे बार-बार चुदवाती है। पिछली बार ज़रूर कुछ हुआ होगा। इस बार वो आपको बहुत खुश करेंगे। मनोज आपको चोदना चाहता है। कब समय दूं उसे?

मनोज हमारी ही क्लास में पढ़ता था, लेकिन दूसरे सेक्शन में था।

संगीता: मेरी बात ध्यान से सुन लो। मैं 2-3 दूसरे टीचर से भले ही चुदवा लूंगी, लेकिन इस अमित साहब के अलावा किसी भी दूसरे स्टूडेंट से कभी नहीं चुदवाऊंगी। मेरे लिए होटल में ही ग्राहक ढूंढो। हर कस्टमर से 2 घंटे का कम से कम 25 हज़ार चाहिए। 2 हज़ार तुम्हारा।

मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि हेडमास्टर मास्टर की बेटी इतना खुल कर धंधा करने की बात कर रही थी। संगीता की चूत में मैं पीछे से पूरी ताक़त से धक्के लगाता रहा।

संगीता: असलम सामने आओ। तुम्हारा मोटा लंड मुझे बहुत डरा रहा है।

असलम आगे बढ़ कर संगीता के पास आया। उसने एक हाथ से लंड को पकड़ लिया।

संगीता: तुम तो बहुत सालों से कॉलेज में काम कर रहे हो। कितनी लड़कियों को चोदा है?

संगीता ने उसका लंड पकड़ा तो उसने बेझिझक दोनों हाथों से संगीता की चूचियों को पकड़ा और दबाने लगा।

असलम: मैडम, मैं यहां 32 साल से नौकरी कर रहा हूं। मुझे चोदना मेरी अपनी अम्मी ने ही सिखाया। अब्बू ट्रक ड्राइवर थे, और ज़्यादातर घर के बाहर ही रहते थे। अम्मी दूसरे से भी चुदवाती थी। एक दिन जैसे ही उसका आदमी चोद कर बाहर गया, मैंने ये लंड उसकी बूर में पेल दिया। उसने बहुत ही मस्ती से चुदवाया।

असलम: जब मैंने चोदना शुरु किया तो फिर मरते समय तक उसने किसी और से नहीं चुदवाया। अम्मी ने ही मुझे यहां की लड़कियों और औरतों की दलाली करने के लिए कहा। उन्होंने ही कई माल को मुझसे मिलाया। संगीता मैडम, एक आपके सिवा मैंने जितनी भी लड़कियों और औरतों की दलाली की है सभी को चोदा है। अभी मैं 13 लड़कियों और 7 औरतों की दलाली करता हूं, आपके सिवाय सभी को चोदता हूं। आपकी दीदी को भी कई बार चोदा है, और आपकी मां को 20-22 साल से चोद रहा हूं।

असलम: 2 रात पहले आपकी मां इसी होस्टल के कमरा नंबर 17 में 2 लड़कों के साथ ही। उन दोनों से चुदवाने के बाद घर जा कर मालकिन ने मुझसे भी चुदवाया। सच मैडम, आप बहुत ही बढ़िया माल हो।

असलम की बात का असर हो या कुछ और संगीता ने असलम के लंड को चूसना शुरु किया और धीरे-धीरे लंड की पूरी लंबाई को मुंह के अंदर लेकर चूसने लगी।

मैं: असलम, तुमने अरविंद सर की घरवाली रेखा की दलाली भी की है ना? उन्हें भी चोदते हो?

असलम ने भी वहीं बात कही जो बनबारी ने कहा था कि रेखा धंधा नहीं करती है।

असलम: साहब, साली को अपने रंग रुप का बहुत घमंड है, और उपर से अरविंद साहब बढ़िया चुदाई भी करते हैं। हेडमास्टर साहब भी उसे 25-30 हज़ार देने को तैयार हैं। मैंने कई बार रेखा से धंधा करने कहा है, लेकिन मानती ही नहीं है। साहब किसी तरह आप अपना लंड रेखा को दिखा दीजिए वो ज़रूर आपसे चुदवायेगी। बाप रे, इतना लंबा और मोटा लंड मैंने पहले नहीं देखा। और कितना बढ़िया से चोद भी रहे हैं।

मैंने नहीं कहा कि मैंने रात भर रेखा को चोदा है। उसका लंड भी बढ़िया था।

मैं: तुम्हारा लंड भी बहुत बढ़िया है।

संगीता के मुंह में धीरे-धीरे धक्का लगाते हुए असलम आराम से चूचियों का मज़ा भी ले रहा था।

असलम: अमित साहब, अपने कंपाउंड में कुल मिला कर क़रीब 200 औरतें और उतनी ही लड़कियां है जो चुदाई के लायक़ हैं। लड़कियों में सब मिला कर 30-35 लड़कियां ही धंधा करती है। वे स्टूडेंट्स से भी चुदवाती है और टीचर से भी। 7-8 लड़कियां है जो संगीता मैडम जैसा बाहर जाकर धंधा करती है। लेकिन औरतों में सब मिला कर 10-15 औरतें ही ऐसी है जो यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से नहीं चुदवाती है।

असलम: मुझे लगता है कि रुपया कमाने से ज़्यादा शादी-शुदा औरतों को कम उम्र के लड़कों, कॉलेज के लड़कों से चुदवाने में ज़्यादा मज़ा आता है। मैडम, आह, ऐसा मत चूसो, आह बहुत मज़ा आ रहा है। मैडम मैं गया।

लेकिन संगीता ने लंड को अपने मुंह के अंदर दबाये रखा। असलम के साथ मैं भी समझ गया कि लड़की क्या कर रही थी। वो असलम के लंड का रस पी रही थी।उसकी हरकत देख कर मैं बहुत ही ज़्यादा एक्साइट हो गया। धक्के की स्पीड और पावर अपने आप बढ़ गया, और मैं ज़ोर से बोला, “रानी मैं भी झड़ने वाला हूं।”

मेरी बात सुनते ही संगीता ने अपने को मेरे लंड से अलग किया, असलम के लंड को मुंह से बाहर निकाला,‌ और फुर्ती से पलट कर अपनी ही बूर के रस से लथ-पथ लंड को पकड़ा। उसने लंड को हर तरफ़ से जल्दी-जल्दी चाटा और मुंह के अंदर घुसाने लगी। हम दोनों मर्द अचम्भे से संगीता की हरकत को देखने लगे।

असलम: अमित साहब, जब से चुदाई शुरु की है 600 से ज़्यादा माल को चोदा है। बहुतों ने लंड को चूसा लेकिन किसी ने कभी 10 मिनट से ज़्यादा नहीं चूसा। मैंने कभी सुना नहीं कि कोई माल लंड से निकले रस का एक बूंद भी पीती है, और ये लड़की एक के बाद दूसरे लंड का भी रस पीने वाली है।

मैं ज़्यादा देर कंट्रोल नहीं कर पाया। संगीता के मुंह में ही झड़ने लगा। लेकिन ना मैंने ही लंड को बाहर निकालने की कोशिश की, ना ही संगीता ने लंड को बाहर ढेला। लंड को पकड़ कर चूसती रही। 2-3 मिनट चूसने के बाद लंड आपसे आप उसके मुंह से बाहर आ गया। संगीता ने अपना मुंह पूरा खोला। हमने देखा कि उसके मुंह में गाढ़ा रस भरा हुआ था। हमें दिखाते हुए संगीता ने चुभला-चुभला कर सारा रस निगल लिया।

संगीता: जिस सेठ ने सबसे पहले मुझे चोदा था, उसने बहुत खुशामद की थी कि मैं उसका रस निगल जाऊं। इसके लिए वो मुझे अलग से एक लाख देने को तैयार था। लेकिन उस दिन मैंने उसकी बात नहीं मानी। लेकिन मालूम नहीं आज क्यों मैंने तुम दोनों का रस निगल लिया। सच कहूं तो लंड चूसना और रस पीना दोनों मुझे बढ़िया लगा।

संगीता: असलम, उस सेठ से मिलो और कहो कि मैं एक बार कोशिश करना चाहती हूं। बाप रे, कितना लेट हो गया आज। जल्दी चलो। अमित, दोपहर में तुम्हारे बोलने पर अरविंद से एक बार और चुदवाऊंगी, और रात में मेरे घर में तुम मुझे चोदोगे।

अचानक असलम ने मेरा लंड पकड़ लिया।

असलम: अमित साहब, अगर आपने इस लंड को अपनी मां के बूर में नहीं घुसाया तो इतना बढ़िया लंड बेकार है। जितनी जल्दी हो, अपनी मां को चोदिए, बहुत ही प्यार से चुदवायेंगी आपसे।

मुझे अवाक छोड़ कर असलम अपनी माल को लेकर चला गया