पराए मर्दो के सामने जिस्म की नुमाइश

हेलो दोस्तो में स्वरना. आप सब ने आज तक मेरी सारी सेक्स स्टोरीस को बहोट प्यार दिया है बहोट अप्रीशियेट किया है.

में जानती हू यह स्टोरी कुछ ज़्यादा लंबी चल रही है. लेकिन आप सभी प्लीज़ आगे पढ़ते रहिए की कितना उत्तेजित मज़ा आने वाला है.

इश्स स्टोरी का 30त पार्ट तो आप सभी ने पढ़ कर मज़े ले ही लिए ही होंगे. और अगर नही लिए तो प्लीज़ पढ़ लीजिए ताकि आप यह पार्ट का भी ज़्यादा से ज़्यादा मज़ा ले पाए.

तो अब ज़्यादा यहा वाहा की बाते नही करते हुए डाइरेक्ट्ली स्टोरी को शुरू करते है.

अब आयेज…

आप सब ने पढ़ा की अज़हर की कुछ तो मजबूरी थी तो अब आगे पढ़ते है उसकी मजबूरी के बारे मे.

साहिबा:- वो सब आएँगे तब आप कहा रहोगे???

अज़हर:- वाहा ही सब के साथ तुम्हारे पास ही मे.

साहिबा:- नही, आप वाहा नही रहना कही चले जाना में आपके सामने वो सब नही कर पौँगी मुझे भौत शरम आएगी.

अज़हर:- पर मे क्या करू मेरी भी मजबूरी है.

साहिबा:- कैसी मजबूरी है???

अज़हर:- “क्या करू में भी यूयेसेस वा वक़्त वाहा नही रहना चाहता हू. में भी अपनी बीवी को किसी पराए मर्द की बाहो मे झूलता सहें नही कर सकता हू. लेकिन उन्न दोनो हरमज़ड़ो ने मुझे बेइज्जत करने मे कोई कसर नही चोरी है.

वो जानते है की मेरी दुखती राग उन्न लोगो के हाथो मे है. इसलिए वो दोनो जो भी कहेंगे मुझे करना ही पड़ेगा. उन्न दोनो हरमज़ड़ो ने मुझे यूयेसेस वक़्त वाहा ही मोझहुद रहने को कहा है.”

यह सब कहते कहते अज़हर की आवाज़ एकद्ूम नामी से भर गयी थी. तब मैने उनको अपनी बाहो मे ले लिया और उनके सिर को अपने दोनो मुम्मो मे दबा कर उनको संभाल ने की कोशिश की.

साहिबा:- आप गभरेव नही में आप पर किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नही आने दूँगी.

मैने मुस्कान भाभिजान से कॉल कर के फोन पर ऐसे सब के बारे मे डिस्कशन किया था. तब मुझे पता चला था की उनके साथ भी ऐसे सब होता रहता है.

जब मैने भाभिजान को उन्न दोनो के बारे मे बताया तो उन्होने मुझे कहा की बिज़्नेस मे इश्स तरह के ऑफर्स चलते रहते है. और मुझे और भी आयेज भी इश्स तरह की सिचुयेशन्स के लिए रेडी रहना चाहिया.

मुस्कब भाभिजान ने यह भी अड्वाइज़ दी की में कुछ भी नेगेटिव नही सोचु. और ऐसे मौको पर खुद भी एंजाय कर ना चाहिए.

अब यूयेसेस दिन शाम को में भौत आचे से रेडी हो कर तैयार हो गयी. मैने कमर पे एक डोरी के सपोर्ट से सारी को लपेटा. सारी पहें ने के बाद भी मेरा पूरा जिस्म सामने से सॉफ सॉफ दिख रहा था.

में कितनी भी ट्राइ करती अपने प्राइवेट पार्ट्स को छुपाने की लेकिन कुछ भी नही छुपा पा रही थी. एक बॉडी पार्ट पे सारी डबल करने की ट्राइ करती तो दूसरे पार्ट के लिए सारी नही बचती थी.

लास्ट्ली मैने सब सोचना बंद कर के सारी को नॉर्मल तरीके से पहें ली थी. फिर उनके दिए हुए ह्यू हील्स वाली संडले पहें लिए जिसके स्ट्रॅप्स मेरे पैरो पर क्ृिस्स-क्रॉस होते हुए घुटनो तक बाँधने थे.

फिर मैने उन्न दोनो के आने से पहले खुद को एक बार मिरर मे देख कर तस्सली कर ली और सारी के पल्लू को अपने सीने पर कवर कर लिया. पर फिर भी मेरे बूब्स सॉफ सॉफ झलक रहे थे.

उसके बाद मैने उन्न लोगो के पसंद के हिसाब से अपने फेस पर हेवी मेकप कर लिया था.

यह सब रेडी होने के बाद मैने तुरंत ही उनके आने से पहले एक कॉंट्रॅसेप्टिव पिल्स ले ली. क्यूकी प्रिकॉशन्स लेने के मामले मे इश्स तरह के संबंधो मे किसी पर भी ट्रस्ट कर ना भौत बड़ी मिस्टेक हो सकती है.

अब उन्न लोगो के आने पर अज़हर ने जेया कर डोर ओपन किया और में अंदर ही खड़ी रही. वो सब बाते करने लगे और उन्न के बाते करने की आवाज़ से में साँझ गयी थी दोनो अपनी रात हसीन होने की कल्पना करके खुश हो रहे है.

अब मैने एक गहरी सास ली और अपने आप को वक़्त के हाथो मे चोर दिया. क्यूकी अब इसके अलावा हुमारे सामने कोई रास्ता ही नही बचा था तो फिर कोई झिझक कैसी रखना. मैने अपने आप को खुशी के मुताबिक पूरी तरह से निसार करने की तान ली थी.

अज़हर के आवाज़ देने पर में एक ट्रे मे 4 ग्लास और आइस क्यूब्स कंटेनर ले कर लिविंग रूम मे पॉच गयी थी. तब मुझे देख कर मेरे जिस्म को देख कर सब की आखे बड़ी बड़ी हो गयी थी. पर मेरी आखे नीचे ज़मीन मे घुसी जेया रही थी और में शरम से पानी पानी हो रही थी.

किसी अंजान के सामने अपने जिस्म की नुमाइश करने का यह मेरा पहला एक्सपीरियेन्स था.

में हाइ हील्स संडलेस मे ढेरे ढेरे चल कर उन्न लोगो के सामने पॉच गयी. मैने अपनी झुकी हुई नज़रो से देख रही थी की मेरे आज़ाद बूब्स मेरे जिस्म पर हर हल्के से हिलने पर भी काँप उठते. और उनकी यह उछाल कूद सामने बैठे लोगो की भूखी आखो को रहट दे रहे थे.

यह कहानी अभी यहा आधी रोक रही हू पर आप सब आयेज ज़रूर पढ़ना. यह भौत लंबी कहानी है तो आशा करती हू आप सब इश्स के सभी पार्ट्स पढ़ेंगे.