ही फ्रेंड्स, मैं अरमान अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. उमीद है की आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा, और आपने उसको खूब एंजाय भी किया होगा. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले जाके उसको पढ़ लीजिए.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था, की कैसे बबिता की सारी पॅंटीस गायब हो जाती है, और वो उनको ढूँढने के लिए निकल गयी थी. फिर जेथलाल उसकी नंगी छूट देख कर पागल हो जाता है, और उसको अपने घर ले-जाके छोड़ देता है. अब आयेज चलते है.
बबिता जेथलाल से चुड चुकी थी, और उसका माल पी लिया था. फिर वो उसके घर से बाहर आती है, और वापस फ्रेश होने अपने घर चली जाती है. उधर रीता रिपोर्टर बबिता की पॅंटीस ढूँढ रही होती है. वो हर जगह उसकी पॅंटीस देखती है.
ऐसे ही देखते-देखते वो एक कमरे के बाहर से गुज़र रही होती है. तभी उसको कमरे के बाहर एक पनटी गिरी हुई दिखती है. वो पनटी उठती है, और देखती है, तो वो बबिता की पनटी थी.
कमरे का दरवाज़ा बंद था, लेकिन अंदर से लॉक नही था. फिर रीता आराम से दरवाज़ा खोल कर अंदर देखती है. और जो वो अंदर देखती है, उसको देख कर उसकी आँखें खुल जाती है.
अंदर टापू और उसका एक दोस्त पप्पू बैठे होते है. उन दोनो के हाथो में बबिता की पनटी थी. टापू एक पनटी को मूह से लगा कर सूंघ रहा था, और दूसरी को अपने लंड पर रग़ाद रहा था.
दूसरी तरफ पप्पू बबिता की पनटी को अपने मूह पर रख कर सोफा पर लेता हुआ था. उसका भी लंड उसकी पंत से बाहर था, और खड़ा हुआ था. टापू को लंड रगड़ता देख कर रीता को कुछ होने लगा था. उसके मूह में पानी आ गया था.
रीता ने जीन्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. फिर वो अपना एक हाथ जीन्स के उपर से अपनी छूट पर रखती है, और उसको सहलाने लगती है. तभी पप्पू भी सीधा हो जाता है, और अपने लंड पर बबिता की पनटी रगड़ने लगता है.
इससे रीता और गरम हो जाती है. उससे रहा नही जाता, और वो रूम के अंदर चली जाती है. टापू और पप्पू अचानक से उसको देख कर दर्र जाते है. वो बबिता की पॅंटीस से अपने-अपने लंड च्छुपाने लगते है. उनको दर्रा हुआ देख कर रीता बोलती है-
रीता: रिलॅक्स गाइस, मैं तो बस इतना कहने आई थी, की सिर्फ़ बबिता की पॅंटीस से तुम्हारा काम हो जाएगा?
उसके इस सवाल को वो दोनो समझ नही पाते, और एक-दूसरे की तरफ देखने लगते है. फिर रीता दोबारा बोलती है-
रीता: अर्रे सिर्फ़ बबिता की पॅंटीस से तुम्हारे काम हो जाएगा, या मेरी भी डू?
वो दोनो अभी भी उसकी बात को समझ नही पाते. उनको लगता है की वो उन पर ताना कस्स रही थी. लेकिन तभी रीता अपनी जीन्स का बटन और ज़िप खोल कर अपनी जीन्स थोड़ी नीचे करती है, और उसकी पनटी, और जांघों का कुछ हिस्सा उन दोनो लड़कों को दिखने लगता है.
अब उन दोनो को समझ आ जाता है, की रीता खुद को उन दोनो को ऑफर कर रही थी. ये समझते ही टापू आयेज बढ़ता है, और बोलता है-
टापू: हा चाहिए मुझे तुम्हारी पनटी भी.
और ये बोल कर वो अपने होंठ रीता के होंठो से मिला देता है. रीता पहले से ही पूरी गरम थी, और वो दोनो पागलों की तरह एक-दूसरे को किस करने लग जाते है.
पप्पू रीता के पीछे जाता है, और अपने घुटनो पर बैठ कर उसकी जीन्स नीचे पैरों तक लाके निकाल देता है. अब रीता की पिंक पनटी में क़ास्सी हुई मस्त गांद उसके सामने थी. उसने उसी वक़्त अपना मूह रीता की गांद में डाल लिया, और पनटी के उपर से चाटने लगा.
उपर टापू किस करते हुए रीता की त-शर्ट और ब्रा निकाल देता है, और उसके बूब्स चूसने शुरू कर देता है. रीता कामुक सिसकियाँ ले रही होती है, और मदहोश हो चुकी थी. उसने एक हाथ से टापू का लंड पकड़ लिया, और उसको मसालने लग गयी. दोनो पुर गरम हो चुके थे.
नीचे पप्पू रीता की पनटी उतार कर उसको पूरी नंगी कर देता है. फिर वो अपना मूह उसकी गांद के चियर में डाल कर उसकी छूट पर जीभ मारने लगता है. सब कुछ मिल कर रीता को गरम कर रहा था. उपर से बूब्स चुसाई, और नीचे से छूट चुसाई रीता को पागल कर देती है.
फिर टापू रीता को सोफा के पास ले जाता है, और अपने बाकी के कपड़े उतार देता है. वो सोफा पर बैठ जाता है, और रीता को लंड चूसने का इशारा करता है. रीता उसके सामने घुटनो के बाल बैठ जाती है, और उसके लंड को हाथ से सहलाने लगती है.
पप्पू उसके पीछे बैठ जाता है, और उसको गांद उपर उठाने को कहता है. अब रीता टापू के सामने घोड़ी बनी हुई थी. टापू अपना लंड रीता के मूह में डाल देता है, और वो उसको चूसने लगती है.
पीछे पप्पू अपने सारे कपड़े उतार देता है, और अपना लंड रीता की छूट पर रगड़ने लग जाता है. टापू रीता के सर पर हाथ रख कर उसके मूह में स्ट्रोक्स देने लगता है. इतने में पप्पू लंड छूट के मूह पर सेट करके एक ज़ोर का धक्का मारता है.
पप्पू का पूरा लंड रीता की छूट में चला गया, और रीता के मूह से चीख निकालने लगी. लेकिन रीता चीख मार नही सकी, क्यूंकी उसके मूह में तो टापू का लंड था. टापू ने उसके सर को अपने लंड पर पूरी तरह दबाया था, जिससे उसके मूह से सिर्फ़ उम्म उम्म की आवाज़े आ रही थी.
अब पप्पू पीछे से रीता की गरम छूट को छोड़ने लगता है. कुछ देर में रीता को बहुत मज़ा आने लगता है, और वो गांद हिला-हिला कर पप्पू से छुड़वा रही होती है.
फिर टापू अपना लंड रीता के मूह से निकालता है. उसका लंड रीता की थूक से भीगा हुआ था. फिर टापू और पप्पू अपनी पोज़िशन्स बदलते है. अब पप्पू सामने सोफा पर बैठ जाता है, और अपना लंड रीता के मूह में डाल देता है. और पीछे से टापू अपना लंड उसकी छूट में डाल देता है. दोनो पुर ज़ोर से रीता की छूट और मूह की चुदाई करते है, और 20 मिनिट में उसका मूह और छूट अपने माल से भर देते है.
अब सब शांत हो जाता है. दोनो लड़के सोफा पर बैठ जाते है, और रीता कपड़े पहनने लगती है. फिर वो टापू से पूछती है-
रीता: ये सारी पॅंटीस बबिता की है?
टापू: हा.
फिर वो उनसे पॅंटीस लेके चली जाती है. उसके बाद वो बबिता के पास जाके पॅंटीस उसको दे देती है.
केस क्लोस्ड.