जेथलाल की दुकान में बबिता की चुदाई कहानी

हे फ्रेंड्स, मैं हू कार्तिक. मैं आपके सामने “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” सीरियल पर बेस्ड कहानी लेके आया हू. उमीद है की आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आएगा. तो चलिए शुरू करते है आज की कहानी.

बबिता इएर, इस नाम को आप सब ने सुना ही होगा. और आप सब ये भी जानते होंगे की बबिता से ज़्यादा सेक्सी और कोई नही है. क्या रंग, क्या रूप, क्या नैन-नक्श, क्या फिगर. सब एक-दूं मस्त है.

बंदा जवान हो या बुद्धा, सब के दिल बबिता के लिए धड़कते है, और लंड उसकी छूट और गांद के लिए तड़प्ते है. आज की कहानी उसी सेक्सी बबिता की है.

बबिता और इएर गाड़ी में जेया रहे थे, की तभी सामने से एक ट्रक आ जाता है, जिससे कार का आक्सिडेंट हो जाता है. बबिता को थोड़ी बहुत चोट लगती है, लेकिन इएर को काफ़ी चोट लग जाती है. फिर दोनो को हॉस्पिटल लेके जाते है.

बबिता के हाथ पे चोट लगी होती है, जिसपे पट्टी बाँध दी जाती है. लेकिन इएर का ऑपरेशन करना पड़ता है. ऑपरेशन में इएर और बबिता की सारी सेविंग्स चली जाती है, और वो कंगाल हो जाते है. इएर का ऑपरेशन सक्सेस्फुल रहता है, लेकिन उसकी टाँग में फ्रॅक्चर की वजह से वो चल फिर नही पाता. इनकम ना होने से घर का खर्चा चलना मुश्किल हो जाता है. अब बबिता को नौकरी चाहिए थी, जिसके लिए वो जेथलाल के पास जाती है.

जेथलाल तो पहले से ही बबिता का दीवाना है. वो उसको अपनी दुकान में 20000 रुपय की नौकरी पर रख लेता है. 20000 रुपय सुन कर बबिता बहुत खुश हो जाती है. अगले दिन वो तैयार होके काम पर चली जाती है.

वो बिल्कुल प्रोफेशनल की तरह तैयार होके जाती है. उसने ब्लॅक मिनी स्कर्ट, और फॉर्मल स्काइ कलर की शर्ट पहनी होती है. उसकी स्कर्ट उसके घुटनो तक थी, और नीचे की गोरी टांगे सॉफ दिख रही थी. टाइट स्कर्ट में उसकी गांद और मस्त जांघें कमाल लग रही थी.

बबिता की शर्ट भी टाइट थी, जिसमे उसके काससे हुए चूचे हर देखने वाले मर्द को अपनी तरफ खींच रहे थे. जेथलाल जैसे ही बबिता को देखता है, उसके मूह में पानी आ जाता है. उसका लंड खड़ा हो जाता है, और पंत के उपर से दिखने लगता है.

बबिता भी उसका लंड नोटीस कर लेती है, और मुस्कुरा कर सर झुका लेती है. फिर वो अंदर जाके इन्वेंटरी चेक करने लगती है. जब वो अंदर जेया रही थी, तब जेथलाल उसको पीछे से देख रहा था. बबिता की मटकती गांद देख कर जेथलाल का हाथ उसके लंड पर चला जाता है.

10 मिनिट तक जेथलाल अपने आप को कंट्रोल करने की कोशिश करता है, लेकिन कर नही पाता. फिर वो धीरे से दुकान का शटर नीचे करता है और अंदर चला जाता है. बबिता अंदर समान को चेक कर रही थी, और झुकी हुई थी. झुकने से उसकी गांद बाहर की तरफ थी, जिसको देख कर जेथलाल पागल हो जाता है.

वो अपने दोनो हाथ बबिता के छूतदों पर रखता है, और उसी पोज़िशन में पंत के अंदर से ही अपने लंड को बबिता की गांद पर टच कर देता है. अचानक पीछे से किसी के हाथ लगने से बबिता उछाल पड़ती है, और सीधी हो जाती है. जेथलाल बबिता को पीछे से अपनी बाहों में भर लेता है और बोलता है-

जेथलाल: बबिता जी, आप बहुत सेक्सी लग रही है. मुझसे कंट्रोल नही हो रहा. प्लीज़ मुझे प्यार करने दो.

बबिता भी बहुत दीनो से चूड़ी नही थी. इसलिए उसकी छूट भी लंड की प्यासी थी. लेकिन वो इस मौके का डबल फ़ायदा लेती है, और बोलती है-

बबिता: जेता जी प्यार तो मैं आपको करने दूँगी. लेकिन मुझे क्या मिलेगा?

जेथलाल: तुम्हे जो चाहिए वो मैं दूँगा, बोलो क्या चाहिए.

बबिता: मेरी सॅलरी बढ़ा दीजिए.

जेथलाल: आज से डबल हो गयी सॅलरी आपकी.

बबिता: और अभी के खर्च के लिए भी कुछ…

जेथलाल: आज शाम को आपको 10000 मिल जाएँगे.

बबिता: थॅंक योउ जेता जी.

बबिता का थॅंक योउ सुन कर जेथलाल समझ जाता है, की उसको हरी झंडी मिल गयी थी. वो तभी बबिता की कमर पर हाथ डाल कर उसकी स्कर्ट खोल कर उतार देता है, और उसको अपनी तरफ घुमा लेता है.

अपनी तरफ घुमा कर वो अपने होंठ बबिता के होंठो के साथ मिला देता है, और उसको पागलों की तरह किस करना शुरू कर देता है. बबिता भी उसकी किस्सिंग से मदहोश जाती है, और पुर जोश से उसका साथ देने लगती है.

जेता बबिता की शर्ट खोल देता है, और उसकी क्लीवेज में मूह डाल कर चूमने चाटने लगता है. बबिता उसको अपने आगोश में लेके अपने चूचों की गर्मी का मज़ा देती है.

क्लीवेज चूमते हुए जेता उसकी ब्रा खोल कर उसके रसीले बूब्स बाहर निकाल लेता है. बबिता के निपल्स एक-दूं आकड़े हुए थे, जिनको देखते ही जेथलाल उनको अपने मूह में लेके चूसने लगता है. बबिता जेथलाल की बाहों में बूब्स चुस्वते हुए सिसकियाँ ले रही थी.

अब बबिता के बदन पर सिर्फ़ एक पनटी थी. जेथलाल जल्दी से अपने कपड़े उतारता है, और लंड हाथ में लेके बबिता को चूसने का इशारा करता है. बबिता जल्दी से अपने घुटनो पर बैठती है, और लंड मूह में लेके किसी रंडी की तरह चूसने लगती है.

जेता भी उसके मूह में ज़ोर-ज़ोर से धक्के देने लगता है. फिर वो उसको खड़ा करता है, और उसके हाथ दीवार पर रखवा कर उसको घोड़ी बना लेता है. उसके बाद जेता अपने घुटनो पर बैठता है, और उसकी पनटी उतार कर गांद में मूह डाल लेता है.

जेता अब बबिता की छूट चूसने-चाटने लगता है, और बबिता आहह आ की आवाज़े करती है. कुछ देर छूट चटवाने के बाद बबिता तड़प जाती है, और जेथलाल को छोड़ने के लिए कहती है. वो तुरंत खड़ा होता है, और उसकी छूट में पीछे से लंड पेल देता है.

लंड अंदर जाने से उसकी आहह निकलती है, और जेता फुल स्पीड पर उसको छोड़ने लगता है. पूरी दुकान में ठप-ठप की आवाज़े आने लगती है. बबिता के चूचे हवा में आयेज-पीछे झूल रहे थे, और दोनो को पसीना आ गया था.

जेथलाल पुर में मज़े में बबिता को छोड़ रहा था. बीच-बीच में वो उसके चूतड़ मसलता, और गांद पर थप्पड़ भी मारता. 20 मिनिट उसी पोज़िशन में चुदाई करने के बाद जेता अपना लंड बबिता की छूट से निकालता है, और माल की पिचकारी उसकी गांद पर निकाल देता है.

इसके आयेज क्या होता है, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी का मज़ा आया हो तो स्टोरी को अपने दोस्तों को भी शेर करे.