2 सालियों की एक साथ चुदाई की कहानी

ही दोस्तों, मैं लकी अपनी कहानी का आखरी पार्ट लेके आया हू. उमीद है की आपने पिछले दोनो पार्ट्स पढ़ लिए होंगे, और उनको पढ़ कर एंजाय भी किया होगा.

पिछले पार्ट्स में आपने पढ़ा था की मुझे मेरी बीवी ने अपनी मूह बोली बहनो से मिलवाया. दोनो बहने बहुत सेक्सी थी. फिर मेरी एक से बात शुरू हुई, और फिर मैने उसको मज़े से छोड़ा. अब आयेज चलते है.

मुझसे चूड़ने के बाद सोनिया मेरी दीवानी हो गयी थी. अब वो बार-बार मुझे उसको छोड़ने के लिए बुलाती थी. अब मैं अपने ससुराल जौ या ना जौ, लेकिन उसको छोड़ने ज़रूर जाता था. जब भी मुझे टाइम नही मिलता था, तो वो मुझे अपने नंगी तस्वीरे भेज देती थी, जिससे मेरी हवस मुझे उसके पास जाने के लिए मजबूर कर देती थी.

ये सिलसिला 6 महीने चलता रहा. फिर एक दिन मुझे उसका फोन आया. उसने कहा-

सोनिया: एक गुड न्यूज़ है.

मैं: क्या?

सोनिया: मेरी मॅरेज फिक्स हो गयी है.

मैं: क्या बात है, कोंग्रथस!

सोनिया: तुम मेरे लिए बहुत लकी हो लकी. इतने सालों से मुझे लड़का नही मिल रहा था. लेकिन तुम्हारे मेरी ज़िंदगी में आते ही मुझे लड़का मिल गया.

मैं: तभी तो मा-बाप ने मेरा नाम लकी रखा है.

सोनिया: अछा एक आखरी बार मैं तुमसे चूड़ना चाहती हू.

मैं: बताओ कब अओ?

सोनिया: सनडे को होटेल में मिलते है. और तुम्हारे लिए एक सर्प्राइज़ भी है.

मैं: क्या सर्प्राइज़?

सोनिया: वो तो तुम्हे सनडे को ही पता चलेगा.

मैं: चलो ठीक है फिर, सनडे को मिलते है.

अब मैं सोच रहा था, की ऐसा कॉन्सा सर्प्राइज़ था, जो वो सनडे को देने वाली थी. लेकिन मैं कुछ भी गेस नही कर पाया.

फिर सनडे आ गया, और मैं उससे मिलने होटेल में चला गया. मैने उसको कॉल की, और उसने मुझे रूम नंबर बताया. फिर मैं सीधा उस रूम के बाहर पहुँच गया, और बेल बजाई. 2 मिनिट में उसने दरवाज़ा खोला.

वो बहुत सेक्सी लग रही थी. उसने शॉर्ट्स पहनी थी, और उसके साथ त-शर्ट पहनी थी, जो कमर से उपर की तरफ थी, और उसकी नाभि दिख रही थी. उसको उन कपड़ों में देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं उसको बाहों में भरने लगा, तो उसने मुझे रोक दिया और बोली-

सोनिया: रुकिये जनाब, इतनी जल्दी भी क्या है? अंदर तो चलिए.

फिर मैं अंदर जाके बेड पर बैठ गया. मैने उससे पूछा-

मैं: अछा तो मेरा सर्प्राइज़ क्या है?

सोनिया: अभी दिखती हू.

फिर उसने बातरूम की तरफ देख कर आवाज़ लगाई-

सोनिया: अर्रे मेरे सर्प्राइज़, ज़रा सामने तो आओ.

मैं भी बातरूम की तरफ देखने लग गया. तभी दरवाज़ा खुला, और कोई बाहर आता नज़र आया. वो और कोई नही किट्टू थी. उसको देख कर तो मेरी आँखें चमक गयी. कुत्टू ने भी सोनिया की तरह शॉर्ट्स पहनी थी, और साथ में त-शर्ट जो कमर से उपर थी. उसका पेट भी दिख रहा था.

शॉर्ट में उसकी मोटी जांघें, और त-शर्ट में उसके बड़े-बड़े बूब्स देख के तो मेरे मूह में पानी आ गया था. फिर मैने सोनिया की तरफ देखा, और उसको इशारे से पूछा की ये सब क्या था. वो बोली-

सोनिया: मैने जब किट्टू को बताया तुम्हारे लक के बारे में, तो वो भी तुमसे चूड़ने के लिए मान गयी. अब तुम तो वैसे ही शौकीन हो, और जहा तक मुझे पता है की तुम किट्टू को पसंद भी करते हो ( आँख मारते हुए बोला उसने). तो फिर आज अपने सर्प्राइज़ को एंजाय करो.

इतने में किट्टू मेरे पास आके बैठ गयी. अब मुझे फिल पर्मिशन तो मिल ही चुकी थी, तो मैने अपना हाथ किट्टू की गर्दन के पीछे रखा, और अपने होंठ उसके होंठो से मिला दिए. किट्टू भी मेरा साथ देने लगी, और हम दोनो मज़ेदार किस करने लग गये.

एक हाथ से मैं उसके मोटे बूब्स दबाने लगा. सोनिया से ऑलमोस्ट डबल साइज़ के थे उसके बूब्स. फिर मैने उसकी त-शर्ट उतरी, और अपने कपड़े उतार कर अंडरवेर में आ गया. मैने किट्टू की ब्रा खोली, और उसके मोटे बूब्स को चूसना शुरू हो गया. किट्टू ने मुझे अपनी आगोश में ले लिया, और मेरा सर अपने बूब्स में दबाने लगी.

उधर सोनिया ने भी अपने कपड़े उतार दिए, और पनटी में आ गयी. वो हम दोनो को देख कर अपने बूब्स दबा रही थी. 5 मिनिट तक किट्टू के बूब्स चूसने के बाद मैने किट्टू की शॉर्ट्स उतरी, और अब वो भी पनटी में थी.

इतनी मोटी जांघें थी उसकी, की पनटी भी बीच में च्छूप रही थी. फिर मैने उसकी पनटी उतरी, और उसकी छूट चाटने लगा. सोनिया मेरे पीछे आई, और मेरा अंडरवेर उतार कर मेरा लंड चूसने लगी.

किट्टू आहह आ कर रही थी, और अपने बूब्स दबा रही थी. नीचे से सोनिया ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूस रही थी. कुछ देर छूट चाटने के बाद मैं सीधा हुआ, और मैने अपना लंड किट्टू की छूट पर सेट किया. फिर एक ज़ोर के धक्के से मैने पूरा लून उसकी छूट में डाल दिया.

किट्टू की ज़ोर की आहह निकली, और अब मैं उसकी गरम छूट में लंड अंदर-बाहर कर रहा था. सोनिया उठ कर किट्टू के मूह पर बैठ गयी, और उसका मूह मेरी तरफ था. अब सोनिया और मैं किस कर रहे थे, किट्टू सोनिया की छूट चूस रही थी, और मैं किट्टू को छोड़ रहा था.

हम तीनो पुर मज़े में थे. 15 मिनिट हम तीनो ऐसे ही करते रहे. किट्टू की छूट अब पानी छ्चोढने लगी, जिसकी गर्माहट मुझे अपने लंड पर फील हुई. फिर मैने लंड उसकी छूट से निकाला, तो लंड उसके माल से साना हुआ था.

सोनिया जल्दी से घोड़ी बन गयी, और मैने वही लंड उसकी छूट में डाल दिया. अब मैं उसके चूतड़ पकड़ कर उसको छोड़ने लग गया. किट्टू सोनिया के होंठ चूसने लगी. अगले 20 मिनिट मैने सोनिया को ताबाद-तोड़ छोड़ा, और इस बार अपना पानी उसके अंदर ही निकाल दिया.

फिर हम तीनो तक कर लेट गये. किट्टू ने मुझे कहा की मैं जब चाहे उसको छोड़ सकता हू. फिर कुछ दीनो बाद सोनिया की शादी हो गयी, और 3 महीने में किट्टू की भी शादी हो गयी.

आप में से भी कोई लकी होना चाहता है, तो कॉमेंट्स में बताए. बाइ.