जेथलाल और अंजलि में सेक्स की लड़ाई की स्टोरी

ही दोस्तों आज मैं आपके लिए लेके आए है “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” के कॅरेक्टर्स पर बेस्ड एक कहानी. उमीद है की आपको स्टोरी पढ़ कर मज़ा आएगा. तो चलिए शुरू करते है कहानी.

जेथलाल को पता नही कहा से रेसलिंग का शौंक जागता है. तो वो एक अखाड़ा खोल लेता है. कुछ दिन एक्सर्साइज़ करने के बाद वो गोकुलधाम में हर किसी को चॅलेंज करता है, की वो उससे आके रेसलिंग का मॅच खेले, और जो उसको हराएगा वो उसको 20000 रुपय देगा.

ये सोच कर सोसाइटी के बहुत से मर्द उससे लड़ने के लिए तैयार हो जाते है. फिर एक-एक करके जेथलाल उन सब को हरा देता है. जब कोई उससे नही जीतता, तो वो ऑडियेन्स में ओपन चलेंगे दे देता है.

ये देख कर तारक और उसकी बीवी अंजलि हासणे लगते है. जेथलाल उन दोनो को हेस्ट हुए देख लेता है. उससे उनका हसना हाज़ाम नही होता, और वो कहता है.

जेथलाल: तारक साहब बड़ा मुस्कुरा रहे हो. वाहा औरतों के बीच बैठे हो, हम मर्दों से भी 2-2 हाथ कर लो.

जेता की ये बात सुन कर सब हासणे लग जाते है. इससे तारक को इन्सल्ट महसूस होती है, और वो गुस्से में रिंग में आ जाता है. दोनो की रेसलिंग शुरू होती है, और जेता 5 मिनिट में ही तारक को धूल चटा देता है.

ये सब देख कर अंजलि को बहुत गुस्सा आता है. अंजलि कॉलेज में स्पोर्ट्स टीम में थी. वो रेसलिंग के दाव-पेच आचे से जानती थी. वो अपनी सीट से जेथलाल को चॅलेंज करती है. लेकिन जेथलाल ये बोल कर की, “मैं औरतों से नही लड़ता” उसकी बात ताल देता है.

फिर अंजलि और तारक घर आ जाते है. लेकिन अंजलि का गुस्सा ठंडा नही होता. उसको जेथलाल से बदला लेना था, और उसको उसी के खेल में धूल चटनी थी. अगले दिन वो शाम के वक़्त तारक को झूठ बोल कर घर से निकल जाती है. उसने जीन्स और त-शर्ट पहनी होती है. फिर वो ऑटो में बैठती है, और सीधे जेता की दुकान पर जाके रुकती है.

ऑटो से उतार कर वो दुकान में जाती है, तो सामने जेता बैठा होता है. वो अंजलि को देख कर कहता है-

जेथलाल: आइए भाभी जी, आज यहा कैसे आना हुआ?

अंजलि: जेता भाई सब के सामने औरत से लड़ने पर आपकी इन्सल्ट होती है. तो मैं यहा आपको चॅलेंज करने आई हू. यही रेसलिंग का एक रौंद करते है. फिर देखते है की चॅंपियन कों है.

जेथलाल: अर्रे भाभी जी, ये आप क्या बोल रही है? आपको चोट लग जाएगी.

अंजलि: वो मेरी प्राब्लम है. हा अगर तुम एक औरत से हारने से डरते हो, तो बात अलग है.

जेथलाल: अर्रे ऐसा कुछ नही है. अगर आपको लड़ना ही है, तो चलिए अंदर.

जेता फिर दुकान का शटर अंदर से बंद करता है, और अंजलि को गोडोवन् में ले जाता है. गोडोवन् में जाते ही वो अपनी रेसलिंग वाली ड्रेस निकालता है, और अंजलि की तरफ देखते हुए पूछता है-

जेथलाल: भाभी जी आप जीन्स त-शर्ट में ही लड़ेंगी?

अंजलि कुछ बोलती नही है, और सीधे अपने कपड़े उतारने शुरू कर देती है. ये देख कर जेता हैरान हो जाता है. अंजलि अपना रेसलिंग सूट पहले ही पहन कर आई होती है. जब वो जीन्स और त-शर्ट उतार कर जेता के सामने खड़ी होती है, तो जेता का मूह खुला का खुला रह जाता है.

अंजलि ने टाइट सूट पहना होता है, जो उसकी जांघों के उपर से शुरू होके शोल्डर्स पे ख़तम होता है. उसमे उसकी बॉडी के एक-एक अंग की शेप दिख रही होती है. उसकी सेक्सी बॉडी को उस सूट में कॅसा हुआ देख कर जेता का लंड खड़ा हो जाता है.

फिर वो अंदर चला जाता है, और चेंज करके बाहर आता है. जेता के सूट में से उसका खड़ा हुआ लंड सार नज़र आ रहा था. अंजलि की नज़र भी उसके लंड पर पड़ती है, लेकिन वो उसको इग्नोर कर देती है. अब जेता के मॅन में अंजलि को छोड़ने का ख़याल घूम रहा था.

फिर दोनो की लड़ाई शुरू होती है. पहले ही दाव में अंजलि जेता को पटक देती है. ये देख कर जेता को गुस्सा आता है. फिर वो अंजलि को उठता है, और अपने कंधे पर ले कर घूमता है. इससे अंजलि को चक्कर आने लगते है.

फिर वो उसको नीचे फेंकता है, और खुद उसके आ जाता है. अब अंजलि ज़मीन पर लेती हुई हाँफ रही थी, और जेता उसके बूब्स पर बैठा होता है. अंजलि को इतनी साँस चढ़ि होती है, की वो कुछ बोल नही पा रही थी. उसकी ऐसी हालत देख कर जेता को बहुत मज़ा आता है.

तभी जेता अपना खड़ा हुआ लंड बाहर निकालता है, और अंजलि के मूह में डाल देता है. अंजलि हैरान हो जाती है, और जेता को पीछे हटाने की कोशिश करती है. लेकिन जेता को उपर से हटाना कोई आसान काम थोड़ी है.

जेता अंजलि के सर के पीछे हाथ रखता है, और उसको आयेज-पीछे करके अपना लंड उसके मूह के अंदर-बाहर करने लगता है. अंजलि कुछ बोलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन बोल नही पा रही थी. उसके मूह से काफ़ी सारी थूक बहने लगती है.

2-3 मिनिट बाद अंजलि को भी लंड चूसने का मज़ा आने लगता है, और वो जेता को अपने उपर से हटाने की कोशिश बंद कर देती है. अब वो मज़े से उसका लंड चूसने लगती है, और लंड अपने गले तक ले जाती है.

जब जेता ये देखता है की अंजलि उसका लंड खुद-बा-खुद चूस रही थी, तो वो उसके उपर से हॅट कर खड़ा हो जाता है. अंजलि अभी भी नीचे ज़मीन पर लेती हुई थी. वो जेता की तरफ देख कर मुस्कुराती है, और जल्दी से उठ कर अपने घुटनो के बाल बैठ जाती है.

फिर वो जेता के लंड को अपने हाथ में लेके हिलने लगती है. उसको ऐसा करते देख जेता पूछता है-

जेता: भाभी लड़ाई नही करनी?

अंजलि मुस्कुरा कर बोलती है: लड़ाई तो करनी है, लेकिन वो वाली नही, ये वाली.

इसके आयेज क्या होता है, वो आपको अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा. आपको ये कहानी कैसी लगी कॉमेंट करके ज़रूर बताए. अगर अची लगी तो इसको शेर ज़रूर करे.