घोड़ी बना कर आंटी की चुदाई का मज़ा

दोनो तरफ चुदाई की आग भड़क रही थी. निशा की छूट गरम लोहे की तरह ताप रही थी. इधर मेरा 7 इंच का लंड भी छोड़ने के लिए खड़ा था. निशा की छूट लगातार गरम रस्स छ्चोढ़ कर गीली हो रही थी. मैने अब उससे कहा.

मैं: चल मेरी रानी, तू बेड के कॉर्नर पर कुटिया बन जेया. तुझे मैं डॉगी स्टाइल में छोड़ूँगा. आज तुझे ज़बरदस्त मज़ा दूँगा.

निशा: ठीक है मेरे राजा जी, आपको जो अछा लगे वैसे करो.

मैने उसकी 34″ की नरम गांद को दोनो हाथो से मसला, जिससे वो उम्म्म ह्म करने लगी. दोस्तों उसकी गांद दबाने में जो मज़ा आ रहा था, वो मज़ा मैं कैसे बतौ. ये मज़ा वही समझ सकता है, जिसने कभी ये किया हो.

मैने कहा: मेरी जान, तू सच में ग़ज़ब के जिस्म की मालकिन है. तुझे देख कर किसी का भी लोड्‍ा खड़ा हो जाए.

निशा: हा जैसे आपका खड़ा है. मुझे छोड़ने के लिए पूरा शैतान बन के खड़ा है. मेरी फाड़ने के लिए आपका तड़प रहा है.

मैने साइड में से कॉंडम का पॅकेट निकाला, और उसे पॅकेट देते हुए कहा-

मैं: निशा, ये ले और पहना दे अपने मुलायम हाथो से.

उसने कॉंडम पकड़ा सुर साइड में फेंक दिया. फिर वो मुझे बोली-

निशा: इसकी अब कोई ज़रूरत नही है. अब आप मेरे पति हो. बिना कॉंडम के छोड़ो आप. प्रेग्नेंट कर दो आप आज मुझे. प्लीज़ अब रहा नही जेया रहा है. छोड़ो ना आप.

मैं: प्रेग्नेंट हो गयी तो घर पर क्या बताएगी? तू प्राब्लम में आ जाएगी ना. सब को पता चल जाएगा सब कुछ.

निशा: आपके साथ रह के मैं भी काफ़ी दिमाग़ वाली हो गयी हू. आप उसकी टेन्षन मत लो. मैं सब देख लूँगी. आप प्रेग्नेंट कर दो आज मुझे. मैं बाद में मेडिसिन ले लूँगी.

फिर वो वापस से गांद हिलाते हुए घोड़ी बन गयी. मेरे सामने नंगी घोड़ी बन के गांद हिला के छोड़ने का इशारा कर रही थी.

मैने देखा छूट की पलके बाहर निकली हुई थी. मैने उसे पहले भी छोड़ा था, जिससे उसकी छूट काफ़ी खुल गयी थी. दूसरा आज उसकी गोरी छूट क्लीन शेव्ड थी, जिससे वो और खूबसूरत लग रही थी.

अब मैने अपना काला लंड उसकी छूट पर रखा. एक हाथ से उसके कंडे को पकड़ा और दूसरे से उसकी कमर को. लंड छूट पर रख कर एक ज़ोर का धक्का दिया, जिससे लंड एक बार में ही छूट में चला गया.

काफ़ी दिन से वो चूड़ी नही थी, जिससे उसकी छूट थोड़ी टाइट हो गयी थी. उसकी छूट अभी गरम बहुत थी, जिससे छूट का रस्स निकल रहा था. छूट चिकनी हो गयी थी, निशा को फिर भी लंड लेने में दर्द हुआ.

निशा: ह ह ह मा श हा हा आह ऑश मार डाला.

मैं: क्या हुआ बेबी? दर्द हो रहा है क्या? बाहर निकाल लू अगर दर्द हो रहा है तो?

निशा: उहह चुप रहो आप. मैने कहा आप से निकालने को? आज बड़ा मुझसे पूच रहे हो. आप छोड़ो ना मुझे अब. इस दर्द के लिए मैं कब से तड़प रही थी.

निशा: आह मा, क्या गरम लंड है आपका. प्लीज़ बाहर मत निकालना समझे? आप बस छोड़ते रहो मुझे.

अब उसकी गांद को पकड़ कर छोड़ने लगा, जिससे उसके बूब्स झूलने लगे. मेरा पूरा लंड उसकी गरम छूट में अंदर-बाहर होने लगा. वो बस नीचे मूह करके चुदाई का मज़ा ले रही थी.

निशा: उम्म्म हा हा हा, प्लीज़ फक मे. हा हा फक मे योउ देविल, फक मे.

उसकी गरम और जोश भारी सिसकियाँ मुझे छोड़ने पर मजबूर करने लगी. मैं भी उसकी चुदाई आचे से करने लगा. आज हमारी सुहग्रात थी और बेड पर दोनो पति-पत्नी नंगे चुदाई का आनंद ले रहे थे.

मैं अपने दोस्त की कड़क और सेक्सी मा को घोड़ी बना कर छोड़ रहा था. निशा भी मेरे लंड के शॉट्स को खुशी से झेल रही थी. मैं अब उसकी कमर पकड़ कर दूसरे हाथ से गांद को मसल रहा था.

ज़ोर-ज़ोर से मैं उसकी छूट में लंड पेले जेया रहा था. वो भी मज़े से कमर हिलने लगी. चुदाई का नशा दोनो तरफ बराबर था. उसकी गरम छूट से रस्स तपाक रहा था. अब मैं लंड आधा बाहर लाता, और एक झटके में छूट में घुसा देता. इससे उसकी दर्द भारी चीख निकल जाती.

निशा: ह ह उहह ऑश फक फक. और छोड़ो मुझे बेबी, एस एस उहह ह मा मा छोड़ो मुझे. फाड़ दो मेरी छूट, और बना दो मुझे फिरसे मा.

मैं भी अब ज़ोरदार धक्के देने लगा. छूट में मेरा पूरा 7 इंच लंड अंदर तक जाता. फिर मैं पूरा लंड टोपे तक बाहर लाता और एक बार में घुसा देता. इससे उसका पूरा बदन झटके खाने लगता.

निशा का सेक्सी कोमल बदन मेरे चुदाई से बेड पर झटके खाने लग रहा था. मैं उसे छोड़ते हुए बोला-

मैं: आह उहह मेरी रानी. क्या ग़ज़ब की छूट है तेरी. कितना भी छोड़ो मॅन नही भरता है. तेरे इस बदन को खा जाने का मॅन करता है. आज तुझे पूरा निचोढ़ दूँगा.

निशा: खा जाओ ना मेरे राजा. सब कुछ आपको दे दिया है. छोड़ो मुझे ह, और ज़ोर से बेबी. एस एस हाअ उहह आह आ मार डाला रे.

हमारी चुदाई की आवाज़ पुर रूम में गूँज रही थी. लंड और छूट के टकराने से ग़ज़ब मीठी और सेक्सी आवाज़ निकल रही थी. इससे मुझमे और जोश भर रहा था.

निशा की छूट चुदाई के इन 15 मिंटो में पूरी खुल चुकी थी. उसके छूट की पलके बाहर निकल चुकी थी. लंड ने छूट का भोंसड़ा बना दिया था. मैं और निशा बस चुदाई की भूख मिटाने में लगे हुए थे. वो तकिया पकड़ कर कमर हिलाते हुए लंड अंदर लेने लगी. उसे बस आज सुहग्रात का मज़ा लेना था. फिर मैने उससे कहा-

मैं: उम्म्म्म बेबी, एस एस हाअ ऐसे ही कमर हिलाओ. आज तू इस रात का असली मज़ा ले ले. मेरे लंड को अपनी छूट में दबा ले.

अब नेक्स्ट पार्ट में पढ़िए आयेज की गरम चुदाई. मुझे मैल ज़रूर करना गम0288580@गमाल.कॉम पर. किसी को कोई अड्वाइज़ या चुदाई चाहिए तो मुझे मेसेज करे. आपकी सेक्यूरिटी का ध्यान रखा जाएगा. सब कुछ सेक्यूर रहेगा.