फिंगरिंग करती बहन, और भाई का चुदाई प्लान

हेलो दोस्तों, मैं आप सभी के बीच एक नयी स्टोरी लेके आया हू. आप सभी को बता डू, की ये एक रियल स्टोरी है. ज़्यादा बोर ना करते हुए स्टोरी की तरफ चलते है.

ये कहानी मेरी कज़िन सिस्टर सिया की है, जो तब 27 साल की थी. फिगर 34-28-34 था. वो बिल्कुल दूध जैसी गोरी है, और हाइट आवरेज गर्ल के जितनी है. उनके बूब्स 34सी के एक-दूं टाइट और बाहर की तरफ निकले हुए है. उनकी नेवेल बहुत मस्त है और गांद बाहर की तरफ निकली हुई है. ओवरॉल शी इस बॉम्ब. कोई भी देख ले तो लंड खड़ा हो जाए. मॅन करे की यही पटक कर छोड़ दे.

बात तब की है जब हमारे घर में फंक्षन्स थे. सारे घर के लोग इधर-उधर बिज़ी थे. हमारे घर से 500म की दूरी पे फंक्षन का वेन्यू था. मैं और दीदी दोनो आपस में काफ़ी क्लोज़ थे. दोनो में खूब मस्ती मज़ाक होता था.

मैं काई बार उनके बूब्स दबा देता मस्ती करते-करते, बुत वो नोटीस करके भी कुछ नही बोलती थी. मुझे भी पता था शी वाज़ वर्जिन. और वो हॉर्नी फील करती थी.

सब घर के फंक्षन में बिज़ी थे. अंकल ने मुझे घर से कुछ समान लाने को बोला. उनके घर पे मल्टिपालेस कीस थी. उन्होने मुझे के देकर भेजा समान लेने. उनका घर बीच में गली जैसा बना हुआ था, और साइड में सबका रूम. मैं जैसे ही गाते ओपन करके गली में आया, मुझे कुछ आवाज़ आई. बुत मैने इग्नोर किया.

उसके बाद फिर अजीब सी आवाज़ मुझे सुनाई दी. तब पता चला की ये सिया दीदी थी घर पे. मैं कुछ बोला नही, और मैं उनके रूम के पास पहुचा. वाहा मुझे मोनिंग की वाय्स आ रही थी. मैने कीहोल से देखा तो मेरे होश उडद गये. मुझे उनकी गुलाबी छूट नज़र आई, जिसमे छ्होटे-छ्होटे बाल थे.

वो फिंगरिंग कर रही थी. वो एक उंगली डाल कर फक मे फक मे बोल रही थी. देन शी सडन्ली पुट वन मोरे फिंगर इन हेर पुसी. जैसे ही उनकी दूसरी फिंगर पुसी में गयी, वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई-

सिया: आहह मुम्मा, उफ़फ्फ़, ओह मी गोद. बहुत दर्द हो रहा है. फक मे हार्डर.

मुझे मॅन तो हुआ की रूम में जेया कर अभी छोड़ के फाड़ डू. बुत अंकल मुझे समान लाने बोले थे, और मैं लाते हो रहा था. मैं उनके रूम से डोर गया. फिर उनको आवाज़ दी-

मैं: दीदी, आप घर पे ही हो?

वो डरने वाली आवाज़ में बोली: हा, तुम कब आए?

मैं बोला: जस्ट अभी आया. अंकल ने समान लाने को बोला है.

फिर वो अपने रूम का गाते खोली. वो अपनी हाथ च्छूपा रही थी, बुत मैने देख लिया था उसमे कम लगा हुआ था.

मैं बोला: ये समान चाहिए.

उन्होने बोला: रूको एक मिनिट, मैं आई वॉशरूम से.

बुत वो अपने फोन को बेड पे छ्चोढ़ के गयी, वो भी अनलॉक्ड था. मैने देखा उसमे उनकी फोटोस आंड वीडियोस थी अभी की ही. मुझे लगा वो किसी को सेंड करने के लिए बनाई थी. वो जब तक समान निकाल रही थी, तब तक मैं चुपके से वो सब अपने फोन में लेके, और समान लेके वेन्यू पे चल गया. मैं दी से इस बारे में कुछ बात नही किया, और मैने सही टाइम का वेट करने का सोचा.

फंक्षन शाम को 7 बजे ख़तम हो गया. रात में जब मैं अपने रूम में आया, तब मैं उनके बारे में सोचने लगा, और मूठ मारने लगा. तभी फिर मैं अपने फोन पे उनकी फोटोस वीडियो देखने लगा. यार वो इतनी सेक्सी है की क्या बतौ. देख कर मॅन कर रहा था अभी सेक्स कर लू.

एक वीडियो पे वो अपनी उंगली नीचे रख कर उसपे कॉवगिरल बन के राइड कर रही थी. उस रात मुझे नींद नही आई, सिर्फ़ यही सोच रहा था की दीदी को कैसे छोड़ा जाए. बस एक बार मिल जाए, बुत किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था. कुछ दिन बाद अंकल का फोन आया की वो सब ट्रिप पे जेया रहे थे 10 दिन के.

अंकल बोले: तेरी सिया दीदी को छुट्टी नही है, इसलिए वो घर पे ही है. तुम वाहा सो जाना रात में.

मैने खुशी-खुशी ओक बोल दिया. 3 दिन बाद सब ट्रिप पे चले गये. मैं रात में खाना खा कर चला गया दीदी के पास. रात में दीदी ने मुझे अपने से बगल वाले रूम में सोने को बोला. मैं ओक बोल के रूम पे चला गया.

फिर मैं दीदी के बारे में सोचने लगा की कैसे छोड़ा जाए. मुझे उनके मोन करने के आवाज़ फिर आने लगी. मैं फिर के होल से देख रहा था. मैने देखा दीदी काफ़ी तेज़-तेज़ फिंगरिंग कर रही थी. मैं भी मूठ मार रहा था. फिर दीदी ने अपना पानी निकाला और फिर सो गयी.

मैं रूम पे आके सोचने लगा ऐसे कैसे छोड़ूँगा. बुत बात ये है, की किस्मत साथ देती है तो हर तरीके से देती है. मैं जिस रूम में था, उसका एसी काम नही कर रहा था. नेक्स्ट दे दीदी को बताया तो दीदी बोली-

दीदी: आज से तू मेरे रूम में सो जाना.

मैं काफ़ी एग्ज़ाइटेड हो गया. फिर रात को जल्दी-जल्दी उनके यहा गया. मैं नीचे सोने जेया रहा था.

वो बोली: कोई ना उपर आजा, जगह है अड्जस्ट कर लेंगे.

मेरे लिए तो सोने पे सुहागा हो गया. मैं भी ओक बोल के उनकी तरफ पीठ करके सोने का नाटक करने लगा. करीब 1 घंटे बाद दीदी ने मुझे आवाज़ दी. मैं कुछ नही बोला. फिर उन्होने मुझे हिला कर चेक करा की मैं सोया था या नही.

उसके बाद मुझे उनके हिलने का एहसास हुआ. मैं साँझ गया की दीदी फिंगरिंग कर रही थी. मैं कुछ नही बोला, क्यूंकी मैं अपनी तरफ से बिल्कुल जल्द-बाज़ी नही करना चाहता था.

आज वो बहुत धीमी आवाज़ में मोन कर रही थी. सडन्ली मैने सुना वो मेरा नाम लेके करने लगी. मेरे तो होश उडद गये. फिर उनका निकल गया, और वो वॉशरूम में चली गयी.

मैने नोटीस किया उनका तोड़ा सा पानी बेड पे गिरा था. मैं उसकी स्मेल लिया, और वो स्मेल मुझे मदहोश कर रही थी. उसके बाद वो आई.

इसके आयेज क्या हुआ वो आपको कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा. तो वेट करे अगले पार्ट की.