कहानी जिसमे बेटे ने अपनी मा को अपनी रंडी बनाया

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम आर्यन है, और मैं राजस्थान से हू. मैं आपको बोर ना करते हुए सीधा कहानी पर आता हू. पर उससे पहले आप मेरी मों से तो मिलो, जो इस कहानी की रियल हेरोयिन कहो या पोर्नस्तर.

तो चलो मैं आपको मेरी मों के बारे में बताता हू. मेरी मों का नाम सीमा है, और उनकी आगे 42 है. बुत वो अभी भी 30-32 की लगती है, और उनका जिस्म जो एक बार देख ले वो हिलाए बिना रह ही नही सकता.

तो दोस्तों बात आज से 2 साल पहले की है, जब मैं 21 साल का था. और मेरी जवानी भी अपने ज़ोरो-शॉरो पर थी. वैसे मैं अपनी गफ़ के साथ काई बार सेक्स कर चुका हू, वो कहानी भी आपको नेक्स्ट टाइम बतौँगा.

तो मैं अपनी मों का दीवाना था, और मेरी मों का मेरे पापा के अलावा भी बाहर किसी से चक्कर था. तो मैने ये नोटीस किया, और उनके फोन को चेक किया. तब मुझे पता चला की वो किसी से बातें करती थी, और मिलती भी थी. और वो मेरी मा को बहुत बार चोद भी चुका था.

ये सब मुझे छत पर पता चला. उस टाइम मुझे गुस्सा भी बहुत आया की सला ये हरामी मेरी मा को छोड़ता था, और मैं यहा उसके बारे में सोच कर बस हिलता रहता था.

फिर इतना सब होने के बाद मैने मॅन बना लिया था, की मैं भी अपनी मों को छोड़ के ही मानूँगा. और ये आसान भी था, क्यूंकी मेरी मों मेरे पापा से खुश नही थी. क्यूंकी पापा की आगे भी हो गयी थी.

तो मैने इसी बात का फ़ायदा उठाया, और प्लान बनाया की मों को कैसे छोड़ना था. फिर क्या था, मैं लग गया अपने काम में. एक रात मैने मों को कहा-

मैं: मुझे आपके पास सोना है.

क्यूंकी मों पापा के पास सोती नही थी. उनकी बनती नही थी, इसलिए वो मान गयी, और मैं मों के साथ सो गया. बुत मुझे कहा नींद आने वाली थी. मैं मों की वेट कर रहा था, की कब वो सोए.

फिर रात के 1 या 2 बजे जब वो गहरी नींद में सोई हुई थी, तब मैं तोड़ा उनके पास गया, और अपना खड़ा लंड उनकी गांद की दरार में घिसने लगा. इसमे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर जब मों की साइड से कोई रिक्षन नही आया, तो मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. तो मैं अपना एक हाथ उनकी जाँघ पर फेरने लगा. इससे वो तोड़ा हिली, और तब मेरी फटत गयी. फिर मैं सोने का नाटक करने लगा, और मुझे कब नींद आई पता नही चला.

3-4 दिन ऐसे ही निकले, और मैने जब उनके और उनके यार की छत देखी, तब मेरे होश उडद गये. मों ने अपनी नंगी पिक्स उसको भेजी हुई थी, और उसमे उनके दूध और छूट इतनी कातिलाना लग रही थी, की उन्हे देख कर ही मेरे लंड और मूह दोनो में पानी आ गया.

मैने देर ना करते हुए वो पिक्स अपने फोन में ली, और बाथरूम में जाके मूठ मारने लग गया. और मुझे उस टाइम इतना मज़ा आया की क्या बतौ. दोस्तों सच में अपनी मों का सोच के मूठ मारने का मज़ा ही कुछ और है.

फिर थोड़े दीनो बाद वो दिन आ गया जिसका मुझे इंतेज़ार था. वैसे मैं एक बात बताना भूल गया की मेरी मों को दारू पीने की आदत थी. और वो आदत उनके यार ने लगाई थी. तो मों ने उस दिन थोड़ी ज़्यादा पेग मार लिए थे, और बेसूध होके सो गयी.

जब मैं लेट घर गया तब देखा, तो वो गहरी नींद में सो रही थी. मैने इसका फ़ायदा उठाया, और उनसे चिपक कर सो गया. मैं अपना लंड उनकी गांद में डालने लगा, और एक हाथ से दूध दबाने लगा. वो नशे में इतनी खो गयी थी, की उनको पता ही नही चल रहा था की उनका बेटा ही उनके मज़े ले रहा था.

फिर मैने हिम्मत करके उनकी मॅक्सी उपर की, और अपना लंड बाहर निकाल कर उनकी गांद के च्छेद में डालने लगा. वो भी अपनी गांद पीछे करके मेरा साथ दे रही थी. बुत उनको अभी भी नही पता था की वो किसके साथ मज़े ले रही थी.

फिर मैने अपने कपड़े निकले, और उनकी पनटी को तोड़ा नीचे किया, और अपना लंड उनकी छूट में डाल दिया. इससे उनके मूह से आहह निकल गयी, और वो तोड़ा होश में आई. तब तक मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी, और ज़ोर-ज़ोर से उनको छोड़ने लग गया.

जब उन्होने मुझे देखा, तो वो मुझे हटाने की कोशिश करने लगी. पर उस टाइम मेरे उपर चुदाई का भूत सवार था. तो मैं उनको पकड़ और ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर-बाहर करने लगा. इससे उनके मूह से मस्त सिसकियाँ निकालने लगी.

मा: आहह ऑश उफ़फ्फ़ बेटा मत कर, ये ग़लत है.

बुत मैं कहा सुनने वाला था. मैं जोश में आके उनको कहने लगा-

मैं: अपने यार से चुदाई करते टाइम नही लगा की ये ग़लत है? और अपने बेटे से चुदाई हो रही है तब ग़लत है?

ये सुन कर उनको तोड़ा गुस्सा आया, और वो बोलने लगी-

मा: तेरे बाप में दूं नही है. इसलिए बाहर मूह मारना पड़ा. पर अब तेरे लंड से मज़ा आ रहा है. छोड़ मुझे ज़ोर से.

फिर वो मेरा साथ देने लगी. मैं उठा, और मैने अपना लंड उनके मूह में दे दिया.

मैं अपने लंड का साइज़ बता डू. मेरा लंड 6.5 इंच लंबा, और 2 इंच मोटा है, जो आंटी और लड़कियों को खुश करने में एक्सपर्ट है.

फिर मैने अपनी मों के मूह में लंड डाला, और वो लंड किसी रंडी की तरह चूस रही थी.

कसम से इतना मज़ा लड़कियाँ भी नही देती. मैं सातवे आसमान पर था, और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैने उनका सर पकड़ा, और उनके मूह को छोड़ने लगा. फिर कुछ देर में मेरा माल उनके मूह में ही निकल गया, जो वो सारा पी गयी.

मैं उनको देखता ही रह गया, जैसे पोर्नस्तर मूवीस में माल पीटी है वैसे ही. फिर मैं साइड में लेट गया, और उनको किस करने लगा. उसके बाद मैं उठा, और उनकी छूट पर आ गया. उनकी छूट में एक भी बाल नही था, और इतनी अची खुश्बू आ रही थी.

मैने देर नही की, और उसको कुत्तों की तरह चाटने लगा. मुझे ऐसे ही छूट चाटना पसंद है. मेरी मों के मूह से निकला-

मा: आहह चाट, ज़ोर से चाट ऐसे ही. बहुत परेशन करती है चाट आहह ऑश. बहुत मज़ा आ रहा है मेरे राजा.

फिर थोड़ी देर में उनका पानी निकल गया, और मैने सारा पी लिया. बहुत टेस्टी था. फिर मैं उठा, और अपना लंड उनके मूह में दे दिया, और वो चूसने लगी. जब मेरा खड़ा हुआ तो मैने लंड छूट में सेट किया, और एक ही शॉट में आधा लंड अंदर चला गया.

उनके मूह से आहह निकल गयी. फिर दूसरे शॉट में मैने पूरा लंड अंदर डाल दिया, जिससे उनको दर्द हुआ और आँसू आ गये. फिर मैं तोड़ा रुका, उनको किस किया, और दूध पीने लगा गया. जब मुझे लगा मौका सही था, तो मैने एक ज़ोर का शॉट मारा, और वो ज़ोर से आहह ऑश करने लगी, और बोली-

मा: मदारचोड़, रंडी नही हू मैं.

फिर मैने स्पीड से छोड़ने लगा, और वो बोलने लगी-

मा: आहह ऑश छोड़ मदारचोड़ अपनी मा को, सेयेल छोड़.

मैं भी ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था, और बोला: हा ले रंडी. आज तेरी सारी गर्मी निकालता हू बेहन की लोदी. बहुत शौंक है ना लंड लेने का, ले ह फक.

फिर थोड़ी देर बाद मैने मेरी रंडी को घोड़ी बनाया, और छूट में लंड डाल कर छोड़ने लगा. इस पोज़ में उनको बहुत मज़ा आ रहा था. वो ज़ोर-ज़ोर से आहह ऊहह फक छोड़ मेरे लाल, मेरे राजा कर रही थी.

मैं स्पीड से छोड़ रहा था, और उनके बाल पकड़ कर उनको कुटिया की तरह रग़ाद रहा था. ऐसे ही 20-25 मिनिट में मेरा माल निकालने वाला था. मैने लंड बाहर निकाला, और मेरी मों के मूह में दिया, जिससे वो एक प्रोफेशनल रंडी की तरह चूस रही थी.

थोड़ी देर में मेरा माल निकल गया, और इसी बीच मेरी मों 3 बार झाड़ चुकी थी. फिर हमने तोड़ा रेस्ट किया, और एक दूसरे को किस करने लगे. मैने मों को बोला-

मैं: मुझे आपकी गांद छोड़नी है.

तो वो मान गयी, क्यूंकी उस रंडी ने अपने यार से गांद छूट सब मरवा लिए थे, साली बेहन की लोदी. फिर मैने गुस्से में उसका गला पकड़ा, और अपने लंड में दबा दिया, जिसका उनको अंदाज़ा भी नही था.

मैने लंड उसके मूह में दे दिया, जो गले तक जेया रहा था, और उसको साँस लेने में भी प्राब्लम हो रही थी. फिर मैने लंड बाहर निकाला. तब वो बोली-

मा: भोंसड़ी के मैने कहा ना मैं रंडी नही हू.

फिर मुझे और गुस्सा आया. मैने एक थप्पड़ उसके दूध पे और फेस पर मारा, और बोला-

मैं: तू मेरी रंडी रखैल सब है साली. बहुत बाहर मूह मार लिया. आज देख तेरी छूट का बाजा बजता हू मैं.

फिर मैने अपना लंड मों की गांद के च्छेद में सेट किया, जो उसने पहले ही मरवा के बड़ा कर लिया था. तो मुझे ज़्यादा दिक्कत हुई नही. और मैं गांद छोड़ने में लग गया.

वो बोली: आअहह यॅ, छोड़ मुझे सेयेल, छोड़.

साथ में मैं भी लगा हुआ था: ले रंडी, बहुत शौंक है ना लंड लेने का तुझे. आज तेरी गांद को और बड़ा नही किया, तो देख.

ऐसे ही 20 मिनिट में मेरा माल मैने मों की गांद में ही निकाल दिया, और उनके उपर ही लेट गया. फिर मों उठी, और फ्रेश होके आई. फिर किस करके हम सो गये. सुबा 6 बजे हमारी और चुदाई हुई, जिसमे मैने उनकी छूट और गांद दोनो छोड़ी.

तो दोस्तों ये थी मेरी और मेरी रंडी मों की स्टोरी. अगर पसंद आई हो, तो मुझे मैल करके ज़रूर बताए. और किसी आंटी, भाभी और लड़की को मुझे मिलना हो, या थ्रीसम करना हो, तो मुझे मैल कर सकते है. और अगर कोई ग़लती हुई हो, तो मुझे माफ़ करना. आपका अपना आर्यन.