अंजाने में मा की सहेली के साथ किया फ्लर्ट

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम धीरज है. मैं उप का रहने वाला हू. मेरी उमर 21 साल है, और मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हू. मैं 5’10” लंबा हू, और 7 इंच का लंड है मेरा. रंग मेरा गोरा है, और पर्सनॅलिटी अची है.

मेरी फॅमिली में मेरे अलावा मेरे मों और दाद है. मेरी मों हाउसवाइफ है, और दाद ईयेज़ ऑफीसर है. दाद की इनकम अची है, और हमारा काफ़ी बड़ा घर है. चलिए अब मैं सीधे कहानी पर चलता हू.

ये 3 महीने पहले की बात है. मेरी मम्मी की स्कूल टाइम में एक सहेली थी, जिसका नाम राम्या था. मम्मी उसको प्यार से रिम्मी बुलाती थी. मम्मी बताती थी की वो दोनो बेस्ट फ्रेंड्स थी, और एक-दूसरे से अपनी हर बात शेर करती थी.

उनकी दोस्ती जवानी तक चली, और फिर शादी के बाद भी चलती रही. लेकिन शादी के कुछ साल बाद रिम्मी आंटी अपने हज़्बेंड के साथ कॅनडा में शिफ्ट हो गयी. उनके वाहा जाने के बाद वो काफ़ी बिज़ी हो गयी, और मम्मी से उनकी बात कम होने लगी. लेकिन उनकी कभी-कभी बात होती थी.

मैने आज तक रिम्मी आंटी के बारे में सिर्फ़ मम्मी के मूह से सुना था, कभी उनको देखने का इंटेरेस्ट नही बना. लेकिन 3 महीने पहले एक दिन मम्मी को रिम्मी आंटी की कॉल आई. आंटी ने मम्मी को बोला की वो कुछ दीनो के इंडियन किसी काम से आ रही थी, तो वो मम्मी को ज़रूर मिलने आएँगी.

मम्मी ये सुन कर बहुत खुश हुई. वैसे तो आंटी ने होटेल में रहने की बात की थी, लेकिन मम्मी ने उनको हमारे घर पर ही रहने के लिए माना लिया. फिर वो दिन आ गया जब आंटी आने वाली थी. मुझे उनके आने की कोई एग्ज़ाइट्मेंट नही थी. क्यूंकी मैने ना तो उनको देखा था, और ना ही मेरी ऐसी कोई इक्चा थी. लेकिन मम्मी बहुत खुश थी.

मैं रोज़ की तरह कॉलेज के लिए रेडी हो गया, और कॉलेज चला गया. मैने अपनी क्लासस अटेंड की, और दोपहर को वापस आ गया. मैं बिके पर वापस आ रहा था, और मेरे साथ मेरा एक दोस्त भी था जो मेरे पीछे बैठा था. रास्ते में मुझे फील हुआ की पिछले टाइयर में हवा कम थी, तो मैं एक पेट्रोल पंप पे रुका.

वाहा मैने लड़के को हवा भरने को कहा तो वो बोला की टाइयर पंक्चर था. तो मैने लड़के को पंक्चर बनाने को कहा, और खुद वही खड़ा हो गया. तभी वाहा एक इंनोवा गाड़ी आके रुकी. उसके बाद उसका ड्राइवर बाहर आया, और पंक्चर वाले लड़के को बोला-

ड्राइवर: छ्होटे गाड़ी का पिछला टाइयर पंक्चर लग रहा है. लगा दो ज़रा.

लड़का बोला: साब इनका काम कर लू पहले, फिर आपका पंक्चर देखता हू.

ड्राइवर: अर्रे यार मेरा पहले कर दे ना. इनका तो बाद में भी हो जाएगा.

तभी मेरा दोस्त बोला: ओह हेलो अंकल, आप इतनी जल्दी क्यूँ मचा रहे हो? हम पहले आए है. पहले हमारा काम होगा.

ड्राइवर: यार तुम लोग तो फ्री हो, मुझे पॅसेंजर को छ्चोढने जाना है.

मेरा दोस्त: हम फ्री नही है अंकल. हमे भी बहुत काम है. भाई तू हमारा काम पहले कर.

मैं चुप-छाप खड़ा सब देख रहा था. तभी गाड़ी का पिछला दरवाज़ा खुला, और अंदर से एक बड़ी हॉट लेडी बाहर निकली. उसने फुल स्लीव ब्लॅक कलर की लूस त-शर्ट पहनी थी, और साथ में स्किन कलर की लेगैंग्स पहनी थी. रंग उसका गोरा था, और फिगर तकरीबन 36-30-38 होगा. बिल्कुल ‘दिया मिर्ज़ा’ की तरह लग रही थी. मैं तो उसको देखता ही रह गया.

वो बाहर आई और मेरे दोस्त को बोली: भैया प्लीज़ हमारा काम पहले हो जाने दो, हमे जल्दी जाना है.

मेरा दोस्त बोला: देखिए मेडम, काम तो हमारा ही पहले होगा. ये अपनी गाड़ी का रौब आप किसी और को दिखना.

ये सुन कर वो चुप हो गयी, और उसने मेरी तरफ देखा. उसकी खूबसूरत शकल देख कर मुझे उस पर तरस आ गया, और मैने पंक्चर वाले को बोला-

मैं: भैया आप इनका पहले कर दो.

मेरा दोस्त: अर्रे यार अपना पहले करवाते है ना.

मैं: कोई ना यार, इनको जल्दी है. हम तोड़ा लाते भी हो जाएँगे तो चलेगा.

मेरा दोस्त: यार तू लड़की देख के पिघल रहा है.

उसके ऐसा कहते ही वो लेडी हस्स पड़ी, और मैं भी शरमाते हुए स्माइल करने लगा. मैने अपने दोस्त की तरफ देखा, और उसको स्माइल करते हुए इशारा किया की वो उस लेडी के सामने क्या बोल रहा था. फिर मैने मौके पे चौका मारा, और उसको बोला-

मैं: यार जब कोई इतना खूबसूरत हो, तो इतना तो करना पड़ता है.

ये सुनते ही उस लेडी मे मेरी तरफ देखा, और मैने उसको आँख मार दी. मेरे आँख मारते ही उसकी आँखें बड़ी हो गयी, और उसने नॉटी स्माइल देके मूह दूसरी तरफ घुमा लिया.

फिर जब पंक्चर वाला लड़का उनकी गाड़ी का पंक्चर लगाने लगा, तो वो गाड़ी में जाके बैठ गयी. मैं गाड़ी के सामने बैठा उसकी तरफ ही देखे जेया रहा था. वो भी बीच-बीच में मेरी तरफ देख रही थी. फिर उस लेडी ने गॉगल्स पहन ली, जिसमे वो और भी ज़्यादा सेक्सी लगने लगी. उसके लिप्स बड़े रसीले लग रहे थे. दिल कर रहा था की अभी चूस लू.

वो मॅन ही मॅन स्माइल कर रही थी, जो उसके चेहरे पर दिख रहा था. 10 मिनिट ऐसे ही चलता रहा. फिर उसकी गाड़ी के पंक्चर का काम हो गया, और वो चली गयी. तभी मेरा दोस्त बोला-

मेरा दोस्त: देखा, चली गयी ना अपना काम करवा कर.

मैं: अर्रे कोई ना, टीमेपस्स तो हो गया.

फिर पंक्चर वाले लड़के ने हमारी बिके का पंक्चर लगाया, और हम भी अपने घर के लिए निकल पड़े. पहले मैने अपने दोस्त को उसके घर ड्रॉप किया, और फिर अपने घर के लिए निकल पड़ा. 10 मिनिट में मैं घर पहुँचा, बिके पार्क की, और फिर अंदर चला गया.

हमारे घर में एंट्रेन्स के सामने ही मैं हॉल है, जहा ड्रॉयिंग रूम बना हुआ है. जैसे ही मैं अंदर गया, तो मैने सामने उसी लेडी को देखा, जो पंक्चर वाली जगह पर मिली थी. तभी उनके साथ बैठी मम्मी बोली-

मम्मी: आओ बेटा, अपनी रिम्मी आंटी से मिलो.

इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगी. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.