मा और बहन की रास लीला

ही मेरा नाम साहिल और आगे 25 है और में चंडीगार्ह में रहता हू. मेरी फॅमिली में मों वंदना आगे 47 और फिग 38द-34-44, दाद रमेश आगे 50+ और दीदी वर्षा आगे 27 और फिग 36सी-30-38 रहते हैं.

मे अभी अपनी इंजिनियरिंग की पधाई पूरी की है और मेरे दाद एक बिज़्नेसमॅन हैं. मेरी मों एक प्राइवेट कंपनी में अची प्रोफाइल पे जॉब करती हैं. और दीदी को भी 1 साल हो गया एक मंक में काम करते हुए.

इस कहानी में आपको मे अपनी मों और दीदी के बारे में ब्टौँगा के कैसे वो दोनो अपनी लाइफ को एंजाय करती हैं और उनके अफेर्स के नारे में भी ब्टौँगा.
तो चलिए अब ज़्यादा टाइम ना कराब करते हुए सीधा स्टोरी पे आता हू.

ये बात है 17 एप्रिल 2015 की जिस दिन मुझे फर्स्ट टाइम मों और दीदी के बारे में टा च्ला था. उस दिन मेरी दीदी का बर्तडे था तो ह्मारे घर पे पार्टी र्खी हुई थी. दीदी के भूत सारे फ्रेंड्स घर पे आए हिए थे और कुछ रिलेटिव्स भी थे.

शाम को 6 ब्जे से लेकर रात 11पीयेम तक सबने खूब एंजाय किया पार्टी में. ड्रिंक्स भी थी और म्यूज़िक का भी अछा प्रोग्राम था. 11 ब्जे के बाद दीदी के सभी फ्रेंड्स अपने अपने घर चले गये थे और रिलेटिव भी सब चले गये थे. उसी रात दाद को बिज़्नेस के सिलसिले से कॅनडा जाना था तो उनकी रात को फ्लाइट थी.

पार्टी ख्तं होते ही दाद अपने रूम में जाकर त्यारी करने लग गये थे जाने की. हम सब भी पार्टी कर के त्क गये थे. हमरी फॅमिली में सिर्फ़ मे हू जो ड्रिंक नही करता बाकी सब करते हैं. उस रात भी सबने ड्रिंक की थी. दाद की फ्लाइट थी 2 ब्जे तो तब तक वो अपने रूम में रेस्ट करने लग गये. और मेरा आंड दीदी का रूम उपर है तो हम भी अपने अपने रूम में आ कर सू गये.

12:30 के करीब मेरी आँख खुली मुझे प्यास लग रही थी. मे उठ के किचन में जाने लगा तो दीदी के रूम से बातें करने की आवाज़ आ रही थी. मुझे लगा श्यद ब्फ से बात कर रही होंगी तो मे किचन में जा कर पानी पी के वापिस आया. दीदी अभी भी बातें कर रही थी. मे सोचा दीदी को तोड़ा सा शेदता हू जा के मे रूम के पास फुँचा ही था के मुझे जो दिखा पहले तो यकीं नही हुया मुझे लेकिन बाद में मुझे अजीब भी लगा.

दीदी के रूम में ह्मारे रिलेटिव हैं एक वो और दीदी उनके बेड पे एक ही ब्लंकेट नें लेट कर बातें कर रहे थे. मुझे तोड़ा अजीब लगा तो में च्छूप के देखने और सुनने लग गया.
दीदी: यार आज भूत ँज़ा आया कितने दीनो बाद मिले हम इस तरह.

रिलेटिव: तुम ही नही मिलती मुझे तुम ही बिज़ी रहती हो कभी किसी के साथ कभी किसी के साथ

दीदी: हेस्ट हुए बोली क्या करू अब इतनी सेक्सी हू तो लोग पीछा ही नही चोर्ते ज्लडी ज्लडी.

रिलेटिव: बलों में हाथ फेरते हुए बोला हाँ सेक्सी तो सच में भूत हो तुम और तुम्हारी मों

दीदी: हाँ तभी आप अपनी वाइफ को अकेली चोर कर ह्ंसे मिलने आते हो.

रिलेटिव: तुम दोनो के लिए तो कोई भी किसी को भी छ्होर के आ जाए.

दीदी: उनके चेस्ट पे हाथ फेरते हुए अछा ये बात है.

रिलेटिव: क्यू, कोई शक है?

दीदी: नही कोई शक नही जी. चलो फिरसे करते हैं अब.

रिलेटिव: तो रेडी तो करो इसको अब तुम.

दीदी: हेस्ट हुए फेस उनके लंड के पास लेजा कर ब्लंकेट उठा दी और मे देख के हैरान हो गया दोनो बिल्कुल न्यूड थे. दीदी ने ज्लडी ही उनका लंड पूरा मूह में लेकर चूसने लग गयी. थोड़ी देर में ही उनका लंड पूरा टाइट हो गया.

रिलेटिव: छल अब मेरी जान ज्लडी से कुटिया ब्न जा.

दीदी उठ के डॉगी स्टाइल नें आ गयी. अब दीदी का फेस बाहर डोर की तरफ और गांद पीछे को फैला कर डॉगी बनी हुई थी. रिलेटिव ने हिप्स पे 3-4 थप्पड़ ल्गए तो दीदी की आहह निकल गयी. उसने लंड को गांद पे टच करना स्टार्ट किया तो दीदी ने अपनी आइज़ ब्न्ड करली और मोनिंग करने लग गयी.

उन्होने लंड को गांद के होल पे टीकाया और धकका मारा उनका लंड आंद्र घुस गया और दीदी ने लकी सी चीख मारी आआईयूईीई. उन्होने दीदी को पेट के पास से पकड़ के फिरसे ज़ोर दर धकका ल्गया और इस बार दीदी आयेज को गिरने लगी थी तभी उन्होने कस्स के पकड़ लिया और पूरा लंड गांद में घुसा दिया. दीदी चीखी आअहह उनकी आवाज़ ब्स डोर तक ही आ रही थी.

अब दोनो आयेज पीछे हिल रहे थे. दीदी के दोनो बिग बिग बूब्स झूल रहे थे. वो ओिचे से धक्के लगते हुए एक हाथ से दीदी का बूब भी म्स्ग रहे थे और हिप्स पे तपड़ भी लगा र्गे थे. दोनो पूरे मज़े में सेक्स कर रहे थे. अब 1 ब्ज गया था और दोनो पूरी तेज़ी से चुदाई कर रहे थे. दीदी आइज़ ब्न्ड कर के तोड़ा अजीब सा फील कर के ढीली प्ड गयी और रिलेटिव भी तेज़ी से धक्के लगने के बाद दीदी के उपर ही गिर गया.

2 मिंट के बाद दोनो उठे और खुद को सॉफ किया. दीदी बोली अब तुम थोड़ी देर च्छूप जाओ दाद के जाने का टाइम हो रहा है तो वो रिलेटिव वैसे ही नंगा स्टोररूम में उसके क्पडे उठा कर च्ला गया.

मे भी अपने रूम में आ गया और यही सब सोचते सोचते मूठ मारने लग गया. अब दाद घर से निकल रहे थे तो मे जान बुझ कर वॉशरूम जाने के बहाने उठ गया.

मे नीचे दाद को मिल कर बाइ बोला मों भी वहीं थी. मों भूत खुश लग रही थी. दाद के जाने के बाद में पानी पिया और उपर अपने रूम में आ गया. मुझे नींद नही आ रही थी. तो मे फिरसे दीदी के रूम के बाहर जाने का सोचा ज्ब मे वहाँ गया तो दीदी के रूम में कोई नही था.

मे इधर उधर देखा तो वहाँ भी कोई नही था. स्टोर का डोर भी बाहर से लॉक्ड था. मे धीरे धीरे नीचे गया तो मुझे कुछ आवाज़ सुनाई दे रही थी. मे आयेज हुया तो दीदी वो रिलेटिव और मों तीनो सोफे पाई बैठे थे चिपक कर और हस्स के बातें कर रहे थे. दीदी लेफ्ट साइड और मों रिघ्त साइड बेती थी.

मे अब च्छूप के देख रहा था और उनकी बातें सुन रहा था.

रिलेटिव: आज कितने दीनो बाद दोबारा ऐसा मोका मिला के तुम दोनो साथ में मिली हो.

मों: हाँ जी आपको मिले हुए कितने टाइम निकल गया ऐसे ही. बाकीओ के साथ वो मज़ा नही आता जो आपके साथ आता है.

दीदी: स्माइल करते हुए हाँ मों ये तो सच है इनमे जो बात है वो और किसी में नही.

रिलेटिव: अपने दोनो हाथ से अब दीदी और मों दोनो के बूब्स ड़बने लग गया और एक एक कर के दोनो को लीप किस करने लगा.

तीनो अब एक दूसरे को चूमने चाटने में मगन हो गये. दीदी और मों अब उनके लंड ओए हाथ फेरने लग गये और उनका फिरसे खड़ा कर दिया दोनो ने मिल कर. दीदी उनको लीप किस कर रही थी और मों उठ के नीचे उनकी लेग्स के बीच में आ कर बैठ गयी और लंड बिकल के लोलीपोप की तरह चूसने लग गयी. दोनो प्रोफेशनल पोर्नॉस्टर लग रही थी.

अब मों उठी और अपने क्पडे निकल कर बिल्कुल नंगी हो गयी. उनकी फिगर क्या मस्त थी गोरा रंग ब्दे ब्दे चुतताड और बिग बूब्स मेरा तो देख कर खड़ा हो गया फर्स्ट टाइम ऐसे देखा था उनको.

फिर अब दीदी भी उठ के न्यूड हो गयी वो भी कयामत लग रही थी. दीदी और मों ने मिल कर रिलेटिव को भी न्यूड कर दिया और तीनो एक ही सोफे पे एक दूसरे को चूमने चाटने लग गये.

मों बोली वर्षा तूने तो 2 बार लंड ले लिया अब मुझे ले लेने दे. ये बोलते ही मों दे उनको सोफे पे लिटा दिया और खुद उनके लंड के उपर आ कर बैठ गयी और पूरा लंड एक बार में ही छूट में घुस गया.

मों उछाल उछाल कर छूट ंृवा रही थी. दीदी उनको बूब्स चुस्वा रही थी. मों मोनिंग कर रही थी. दीदी मों के बूब्स भी मसल रही थी.

5 मिंट मों उनके उपर बैठ कर उछाल कर चूड़ी फिर उन्होने मों को उठाया और उनको सोफे पे लिटा के लेग्स ओपन कर के छूट में लंड एक बार में ही घुसा दिया मों की चीक निकल गयी आहह. दीदी जस्स के बोली मों अब भी चीक निकल रही हो शर्म करो और तीनो हासणे लग गये और चुदाई करते रहे.

ऐसे ही बरी बरी वो दीदी और मों की चुदाई करता रहा और सुबा 5 ब्जे तक उन्होने चुदाई की. मे वहाँ से अब उपर अपने रूम में च्का गया और सू गया. मॉर्निंग में 11आम मेरी आँख खुली तो मों किचन में थी और दीदी उनके रूम में अभी भी सो रही थी.

मे त्यआर हो के नीचे आ गया मों मुझे देख कर बोली लाते उठा आज भूत तू तो मे बोला रात को नींद नही आ रही थी इसलिए तोड़ा घूमने लगा था तो लाते सोया रात को. मों तोड़ा घहबरा के बोली अछा. मे समझ गया था मों क्यू घहबरा रही थी.

मों बोली जा उपर दीदी को उठने को बोल वो भी नही उठी अभी तक.

तो मे मों को टीज़ करते बोला श्यद तक गयी होगी दीदी रात को इतना जो एंजाय किया.

मों बोली तू जा के उठा और बोल ज्लडी से नीचे आ के ब्रेकफास्ट करो सब रेडी है.

मई ओक बोल के दीदी को उठाने गया तो दीदी ब्लंकेट में लेती हुई थी और सिर्फ़ लोंग टशहिर्त पहनी हुई थी. मे दीदी को उठाया और बोला ज्लडी उठो मों नीचे बुला रही बर्कफस्ट के लिए.

दीदी बोली उठ गयी तू जा मे आती हू. मे बोला ज्लडी आ जाओ भूख लगी है मुझे भूत. दीदी बोली आई न्स 10 मिंट में. मे टीज़ कर के बोला इतनी ज्लडी रेडी हो जाओगी क्या और हसा तोड़ा.

दीदी समझी नही और उठ के वॉशरूम चली गयी. मे नीचे आ गया और दीदी 5 मिंट बाद आ गयी उसी टशहिर्त में ब्स ब्रश कर के आ गयी.

ह्मने बर्कफस्ट किया और सब नॉर्मल जेसे पहले होता था वेसा ही था.

अब आयेज क्या हुआ वो नेक्स्ट पार्ट में कभी बतौँगा तब तक ये कहानी पढ़ के मज़े लीजिए और अपना फीडबॅक ज़रूर दे. फीडबॅक देने के लिए हेमंतशरमादक@गमाल.कॉम पे मुझे मैल करिए. मे सबको रिप्लाइ दूँगा, एंजाय करो थॅंक योउ एवेरिवन.