गान्डू को मर्द का एहसास मिलने की स्टोरी

मैं ऋटम कोलकाता से हू. मेरी आगे 19 है. मैं स्लिम फिगर हू, और शरीर में कोई बाल नही है सिवाए नीचे, और बगल, और सर का अलावा. मेरा दाढ़ी भी नही उगी. वाइट बॉडी है बिल्कुल लड़की जैसी.

मैं मेरे मम्मी पापा का एक ही बेटा हू, इसलिए वो लोगों ने मुझे बहुत प्यार से पाला है. इसलिए मेरा स्वाभाव भी लड़की जैसा है. मेरे मम्मी पापा दोनो जॉब करते है, इसलिए पैसे की कमी नही है. मेरा रूम एक लड़की की तरह बार्बी डॉल और टेडी बेर से सज़ा है.

अभी जो मेरा हीरो है, उसके बारे में भी बता डू. उसका नाम राज है. उसकी बॉडी ब्लॅक है, और वो जिम भी करता है. इसलिए उसके सिक्स पॅक और मसल्स बहुत आचे है. वो कॉलेज में 3र्ड एअर में था, और मेरा सीनियर था. कॉलेज ग्रूप का लीडर था वो.

वो गाओं से आया था, और यहा हॉस्टिल में रहता था. उसकी फॅमिली में उसके पापा गाओं के प्रधान थे, इसलिए वो भी रिच था. और एक बात, राज के पास एक बिके भी थी हॉस्टिल में. अभी स्टोरी शुरू करता हू.

मैं इस साल नया कॉलेज में भारती हुआ था. मैं हॉस्टिल नही लिया क्यूंकी मेरे घर से कॉलेज 5 केयेम था. मेरे पापा कार से मुझे कॉलेज छ्चोढने आते थे. फर्स्ट दिन कार से उतार के कॉलेज गाते में एंट्री कर रहा था, की अचानक मेरा पैर फिसल गया, और गिरते-गिरते बच गया.

मुझे कोई पकड़ के सीने में लगा लिया. मैने जब आँखें खोली, तो देखा एक हटता-कटता जिम बॉडी ब्लॅक बॉय था. ब्लॅक शर्ट और जीन्स पंत पहनी थी, और काला चश्मा भी पहना था.

फर्स्ट वो बोला: कैसा चल रहा है ब्रो? तोड़ा संभाल के.

मैं बोला: सॉरी.

फिर वो बोला: ठीक है. वैसा तुम्हारा नाम क्या है?

मैने बोला: ऋटम, और आपका नाम?

वो बोला: राज. मैं इस कॉलेज में 4त एअर में हू, और तुम?

मैं: मैं फर्स्ट एअर.

वो बोला: वैसे तुम्हारा नाम ऋतु होना चाहिए. लेडी पर्फ्यूम क्यूँ लगाया है? क्या मस्त खुसबु है.

आप सब को बता डू, मुझे लेडी पर्फ्यूम अछा लगता है. इसलिए मैं वो ही लगता हू. मैने उसका कुछ आन्सर नही दिया और बाइ बोल कर क्लास में चला गया.

एक दिन 1स्ट्रीट एअर के स्टूडेंट्स का इंट्रोडक्षन देना था सीनियर्स के सामने. ये एक रॅगिंग थी. मैने उस दिन एक ग्रीन त-शर्ट पहनी थी, जो थोड़ी छ्होटी थी. बार-बार मेरे पेट की नेवेल दिख रही थी, और मैं त-शर्ट को नीचे कर रहा था. तो मैं भी गया इंट्रोडक्षन देने.

मैने देखा वही लड़का था, जो टीम लीडर था. वो लोग हम सब को एक साइड खड़ा कर दिए, और क्वेस्चन पूछने लगे.

वो बोले: जिसको भी आन्सर देना होगा, हाथ उपर करना.

उसके बाद वो लोग जिसको बोलेंगे वो बोलेगा. मैं जैसे ही हाथ उपर करता, तभी मेरी त-शर्ट उपर उठ जाती थी, और मेरी सेक्सी नेवेल दिख रही थी. मैं देख रहा था, की राज हर बार मेरे नंगे पेट को नज़र दे रहा था. मुझे अछा लगा की राज सबको छ्चोढ़ के मुझे देख रहा था. पता नही क्यूँ राज मुझे छ्चोढ़ कर सब को जाने दिया.

उनकी टीम का एक मेंबर जाता-जाता मेरे कान में बोला: आप तो भाभी तुम ही बनॉगे.

मुझे कुछ समझ में नही आया और अभी मुझे दर्र लगने लगा.

राज: तुमको जो बाहर ऋतु नाम दिया अछा लगा?

मैं: मेरा नाम ऋटम है, ऋतु नही.

राज: अछा ठीक है ऋटम, बोलो तुम्हारी कोई गफ़ है?

मैं: नही, मैं पढ़ाई में ज़्यादा फोकस करता हू.

राज: मेरी भी कोई गफ़ नही है. पता नही क्यूँ मुझे यहा अची लड़की मिली नही. खैर छ्चोढो, बताओ तुम लेडी पर्फ्यूम क्यूँ लगते हो?

मैं शर्मा के बोला: मुझे उसकी खुश्बू बहुत पसंद है (मॅन में बोला, तुमको पाटने के लिए).

राज: वैसे तुम बिल्कुल लड़की जैसे हो.

ये बोल के वो अपनी शर्ट के उपर के 3 बटन खोल दिया. उसकी क्लीन चेस्ट दिख रही थी. मैं तोड़ा दर्र गया.

राज: दररो मत, थोड़ी गर्मी लग रही है इसलिए खोला. रिलॅक्स.

मैं: अब मैं जौ क्लास?

राज: ह्म, बुत एक टास्क है, उसके बाद.

मैं: क्या?

राज: मेरे पीछे उपर शेल्फ दिख रही है? उसमे से एक बुक उतार के मुझे दो.

मैं: कों सी?

राज: कोई भी एक.

मैं उसके सामने उसका पास गया, और किताब लेना के लिए पैर उपर करके हाथ उपर किया. और मेरी त-शर्ट फिरसे उपर हो गयी, और मेरी नेवेल दिख रही थी.

राज तभी मेरी पीठ में 4 उंगलियों से गुदगुदी किया. उफ़फ्फ़, मेरी आँखें बंद हो गयी, और शरीर में ऐसे सिहरन हुई. ऐसा लगा काश ये पल रुक जाए. फिर राज बोला-

राज: सॉरी तुम्हारी ये सेक्सी नेवेल बिल्कुल लड़की जैसी है, मुझसे कंट्रोल नही हुआ.

मैं शर्मा कर बाहर जेया ही रहा था, की राज ने मेरा हाथ पकड़ लिया, और अचानक अपनी और खींच के मुझे उसके सीने में लगा लिया. राज के सीने का बटन खुला था, इसलिए उसकी खुश्बू मुझे पागल कर रही थी.

राज: तुम आज से ऋतु हो. मुझे पता है तुम गे हो. तुम एक लड़की से कम नही हो. तुम्हारा शांत स्वाभाव और तुम्हारी हॉट बॉडी मुझे पागल कर दिया है ऋतु. ई लोवे योउ बेबी.

मुझे ये सब अछा लग रहा था. पर मैने अपने आपको संभाला और बोला-

मैं: प्लीज़ राज, छ्चोढो, कोई देख लेगा. तुम पागल हो चुके हो. मैं एक लड़का हू. ये सब अछा नही है. हम यहा पढ़ने आए हो.

फिर मैं ज़बरदस्ती राज से छूट कर बाहर चला गया. मैं घर आ कर ये सब बातें सोचने लगा. मुझे भी राज बहुत पसंद आया, पर मुझे दर्र भी लग रहा था की समाज में क्या बोलेंगे सब ये सोच के. मैने उस दिन रात को लेडी ड्रेस पहन खुद को शीशे में देखा.

मैं अपने आपको देख के डांग रह गया. अगर ऐसे लुक में किसी लड़के के सामने जाता, तो फिर वो मेरे प्यार में ज़रूर पड़ता. मैं किसी सेक्सी लड़की से कम नही था. फिर रात को राज की बॉडी याद करके पूरी रात गुज़री, और मूठ मारी. काश वो मेरे बेड पे होता.

उसके बाद मैं रात को सोच लिया की समाज कुछ भी कहे, अभी मैं भी राज का प्यार आक्सेप्ट कर लूँगा. आयेज क्या हुआ, वो नेक्स्ट पार्ट में बोलूँगा. आज इतना ही.

अगला पार्ट बहुत जल्द आएगा, तब तक के लिए बाइ. और अछा लगा तो ज़रूर कॉमेंट करना. मेरी गमाल ईद