टीचर और स्टूडेंट की गंदी चुदाई की स्टोरी

ही फ्रेंड्स, कैसे है आप लोग? ई होप को आप लोगों को मेरी स्टोरी पसंद आई होगी. लेकिन मैं आप लोगों का ज़्यादा टाइम वेस्ट नही करूँगी, और डाइरेक्ट स्टोरी पे आती हू.

सिर फिर अपना लंड पंत के उपर से हिलाते हुए बोले: अहह्ा मेरी जान चल कर दिखा. देखु तो नंगी चलते हुए कैसी लगती है.

फिर मैने रूम के एक कॉर्नर से दूसरे कॉर्नर तक सिर को चल कर दिखाया और सिर बोले-

सिर: आ क्या मस्त चलती है तू. अब मैं तुझे क्लास में डेली इमगीन करूँगा की तेरी गांद कैसी लगती है चलते हुए और तेरी छूट कितनी चुप जाती है चलते हुए.

फिर सिर ने मुझे अपने पास बुलाया लिया और मेरी चूचियों को वो मसालते हुए कहने लगे-

सिर: मज़ा आ रहा है ना आकांक्षा तुझे?

मैं चुप थी, और वो मेरे डूडू चूसने लगे, और फिर डूडू चूसने के बाद उसने मुझे नीचे बिता दिया, और मेरे फेस पर अपना लंड मसालने लगे.

सिर: ऑश आकांक्षा, तेरा ये खूबसूरत चेहरा ऑश, इस पर लंड मसालने में कितना आनंद आ रहा है. आकांक्षा तुझे भी मेरा लंड देखने की इक्चा है ना बोल? देख ये है लंड मेरा.

मैने धीरे से अपना सर हिलाया, और सिर अपने लंड को मेरे फेस पर रब करते हुए बोलने लगे-

सिर: आकांक्षा निकाल ले बाहर मेरा लंड, और अपनी इक्चा भी पूरी कर ले.

फिर मैने सिर की पंत का बटन खोल कर उसे नीचे किया, और उसका अंडरवेर भी उतार कर उसके लंड को पिंजरे से बाहर कर दिया. उसके बाद सिर ने अपने लंड को अपने हाथ में लिया, और पहले मेरे फेस में रब किया मेरे दोनो चीक्स पर. फिर वो लंड से मुझे मारने लगे मेरे होंठो पर और चीक्स पर.

सिर: अया कितना मज़ा आ रहा है तुझे इस तरह से मारने में. तुझे अछा लग रहा है ना आकांक्षा? बता ना आकांक्षा, अछा लग रहा है? अछा ये बता, तुझे रोहित का लंड अछा लगता था, ये मेरा लंड अछा है? बोल ना.

मैं: जी अछा है.

सिर: अर्रे आचे से बोल.

और मुझे अपने लंड से मारने लगे, और कहा: मैं तेरा टीचर हू. टीचर से आचे से बात करते है. समझी नही तो तुझे पनिश कर दूँगा.

और ये कहते हुए बोले: अछा तुझे माफ़ किया. चल अपना मूह खोल. ताकि मैं अपना लंड तेरे मूह में डालु. चूसेगी ना, अपने टीचर का लंड बता?

मैं: जी.

सिर: वेरी गुड आकांक्षा.

और फिर अपना लंड मेरे मूह में डाल कर वो अपना लंड मेरे मूह में धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगे.

वो बोल रहे थे: वाउ आकांक्षा, बहुत बढ़िया. वेरी गुड. आहह चूस्टी रह ऐसे ही. वेरी नाइस मी गुड गर्ल.

फिर कुछ देर मुझे अपना लंड चुसवाने के बाद सिर ने मुझे खड़ा किया मेरी छोटी पकड़ कर, और सिर ने मेरे दोनो हाथ पीछे किए, और उन्हे बाँध दिया रस्सी से.

फिर उन्होने कहा: मैं तेरे से बहुत गुस्सा हू. तुम जैसी लड़कियाँ इतनी डोर आती हो और यहा आ कर लड़कों से चुड़वति हो. ये तो अछा हुआ मुझे पता चल गया, और मैने रोहित का मोबाइल अपने क़ब्ज़े में ले लिया और तेरी फोटोस आंड वीडियोस सेफ कर दी. लेकिन तुझे पनिश तो करना पड़ेगा, नही तो तू फिरसे यहा-वाहा मूह मारेगी.

मैं: सिर प्लीज़ ये सब मत करो ना. आप जो बोल रहे हो मैं कर रही हू ना.

सिर: चुप कर एक-दूं. तुम्हे शरम आनी चाहिए. तेरे पापा को पता है ये सब? अगर मैं उनको बता डू तो पता है क्या होगा? तुझे वापस बुला लिया जाएगा. तो इसलिए चुप करके वही कर जो मैं बोलू.

मैं: सिर मैं वही करूँगी.

सिर: गुड गर्ल. अब टेबल पर बैठ जेया. मैं तुझे तोड़ा पनिश करूँगा. बस तोड़ा.

फिर सिर ने मुझे टेबल पर बिताया, और मुझे थप्पड़ मारने लगा. उसे ये सब करके मज़ा आ रहा था, और मैं दर्द सहन कर रही थी. दर्द के साथ मुझे भी मज़ा आ रहा था, फिर भी मैं बोली-

मैं: सिर प्लीज़ मत मारो ना मुझे.

सिर: आकांक्षा मुझे मज़ा आता है गंदी लड़कियों को पनिश करने में, और उन्हे अची लड़कियाँ बनाने में.

वो अब मेरी चूचियों को भी थप्पड़ मारने लगा. वो मेरे निपल्स खींचता और उन्हे दबाता. मैं दर्द से चीख रही थी, और उसको और ज़्यादा मज़ा आ रहा था ये करके.

मैं: सिर दर्द हो रहा है.

सिर: मैं तेरी चूचियों को पनिश कर रहा हू.

मैं दर्द सहती रही. पहले उसने मेरी चूचियों को खूब मारा, और मेरी निपल्स खींचता बीच-बीच में.

फिर वो कहता: आकांक्षा देख तेरे चूचियाँ एक-दूं लाल हो गयी है.

और कहते हुए मेरी चूचियाँ चूसने लगा. वो खींच-खींच कर चूस रहा था, और मैं दर्द से चिल्ला उठी. वो हासणे लगा और कहा-

सिर: हा आकांक्षा, इसी तरह से चिल्ला, और अछा लगता है चिल्लाते हुए देखना.

फिर वो टेबल पर चढ़ गया, और मेरे पीछे आ गया, और मेरी चूचियों को मसालने लगा. उसके बाद मेरी दोनो चूचियों को उसने रस्सी से बाँध दिया, और बस मेरे निपल्स खुले हुए थे. मुझे दर्द हो रहा था, और उसे मज़ा आ रहा था.

सिर ने कहा: अब थोड़ी देर में तेरी चूचियाँ लाल-लाल हो जाएँगी. वैसी चूचियाँ मुझे बहुत पसंद आती है.

मैं: सिर दर्द हो रहा ही.

सिर: क्यूँ जब राहुल से छुड़वा रही थी, तब नही सोचा था. तब तो मज़े से छुड़वा रही थी.

मैं यहा पर तेरे बाप के समान हू, और अगर तेरे बाप को पता चल जाए की तू यहा पर रंगरलिया माना रही है, तो हमारा और कॉलेज का नाम खराब हो जाएगा. इसलिए तुझे पनिश करना बहुत ज़रूरी है, समझी? चल अब दिखा तेरी छूट देखु कैसी है.

और वो टेबल से नीचे आ गया और मेरी दोनो टाँगो को फैला दिया. जब उसने मेरी फटी हुई छूट देखी, तो मुझे गुस्से में देख कर बोला-

सिर: मदारचोड़ फाड़ ली छूट तूने. इसलिए तेरे बाप ने कॉलेज भेजा था की अपनी छूट मरवाए?

कहते हुए मेरी छूट को थप्पड़ मारने लगा. मुझे दर्द दे कर उसे मज़ा आ रहा था. फिर वो मेरी छूट में अपनी उंगली डाल कर देखने लगा.

सिर: ह, गीली हो गयी है छूट तेरी आकांक्षा.

मैं: सिर प्लीज़ मत करो ना.

सिर: चुप कर, और मज़े लेने दे तेरी इस छूट के, ताकि तुझे सबक मिले की तू यहा-वाहा मूह ना मारे.

फिर वो टेबल पर मेरे पीछे आ गया, और मुझे किस करते हुए मेरी छूट को थप्पड़ मारने लगा. वो मुझे किस कर रहा था. फिर कुछ देर मेरी छूट को मारने के बाद सिर ने मुझे टेबल पर लिटा दिया, और टेबल के नीचे आ कर मेरी छूट को चूसने लगा.

वो मेरे निपल्स को खींचते हुए मुझे पनिश करने लगा. मुझे दर्द के साथ-साथ मज़ा भी आ रहा था. वो मेरी छूट चूस रहा था. फिर कुछ देर मेरी छूट चाटने के बाद उसने मुझे टेबल के नीचे उतार कर उल्टा टेबल पर आधा लिटा दिया. वो खुद नीचे बैठ गया और मेरी छूट और गांद को चाटने लगा.

मैं: ह बस करो ना सिर, और कितना छातोगे मेरी छूट को?

सिर: आहह मज़ा आ रहा है ना तुझे आकांक्षा?

मैं: हा सिर प्लीज़ अब अंदर डाल दो मेरी छूट में.

फिर सिर ने अपना लोड्‍ा निकाल कर मेरी छूट के होल पर सेट किया, और मेरी गीली छूट में अंदर डाल दिया. उसका लंड मेरी छूट में आराम से अंदर चला गया, और वो मुझे छोड़ने लगा. फिर 5 मिनिट मेरी छूट छोड़ने के बाद उसने मुझे टेबल से उठाया जल्दी से, और नीचे बिता कर मेरे फेस पर अपना कम निकाल दिया.

मेरा फेस उसके कम से भर गया और कम निकालने के बाद वो मेरे फेस को लंड से मारने लगा.

फिर वो बोला: मज़ा आ गया आकांक्षा. बहुत बढ़िया छूट है तेरे. एक दूं गीली और मार खाने वाली. मुझे तेरी जैसी बिगड़ी हुई लड़कियाँ बहुत पसंद है जिन्हे मैं पनिश करके छोड़ साकु. अछा सुन, अब अपने कपड़े पहन तो मैं तुझे तेरे प्ग में छ्चोढ़ डू. और किसी को ये बात मत बताना समझी? और कभी भी मेरा मॅन होगा तुझे पनिश करने का, तो मैं तुझे बुला लिया करूँगा समझी?

मैने चुप-छाप सिर को ओक कहा, और कपड़े पहने. लेकिन सिर ने मुझे पनटी नही पहनने दी.

उन्होने कहा: ये मेरा गिफ्ट है. मुझे लड़कियों की पहनी हुई चड्डी संभाल कर रखने का बहुत शौंक है.

फिर मुझे उसने प्ग में छ्चोढा. मैं जब उपर पहुँची वाहा पर आंटी बैठी थी. फिर मैने आंटी को सब बताया तो कहती है-

आंटी: कोई नही, उसके पास तेरी वीडियोस आंड पिक्चर्स है. बस ध्यान रखना की तेरी वो पिक्चर्स आंड वीडियोस लीक ना हो, और कुछ टाइम उसके साथ तू करवाती रह. मैं उसे सीधा करवा दूँगी.

फिर कुछ टाइम के बाद आंटी ने उसका इलाज कर दिया और वीडियोस और पिक्चर्स डेलीट करवा दी, और उसका मोबाइल भी मुझे दे दिया. ताकि कोई आयेज मेरी फोटोस और वीडियोस का ग़लत इस्तेमाल ना कर सके.

आपको मेरी लाइफ की ये स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ अपने कॉमेंट्स करके ज़रूर बताना. थॅंक योउ, आंड कोई ऐसी बात आपको ग़लत लगे तो मुझे सजेशन देना प्लीज़ आप लोगों का.