हेलो दोस्तों, मेरा नाम हार्दिक है. मैं भुबनेस्वर में एक प्राइवेट कॉलेज में स्पोर्ट्स कोच हू. वैसे मैं बता डू, की मेरी उमर सिर्फ़ 28 है, और मेरे बचपन से ही फुर्तीला होने के वजह से मेरी बॉडी बहुत मस्क्युलर है. इसीलिए मुझे ये जॉब आसानी से मिल गयी.
मैं आज आपको मेरी एक सॅकी कहानी बताने जेया रहा हू. ये बात करीब टीन महीने पहले की है. तब स्पोर्ट्स सेक्षन में कुछ नये स्टूडेंट्स का सेलेक्षन था.
वैसे तो सभी स्टूडेंट्स बहुत फुर्तीले थे, लेकिन एक स्टूडेंट बहुत अलग था. उसका नाम रॉनी था. जब वो मेरे पास आया, तो मैने देखा की वो बिल्कुल लड़की की तरह चल रहा था.
फिर जब मैने उसको ठीक से खड़े रहने को बोला तो देखा की उसकी गांद थोड़ी उभरी हुई थी. जब मैने उसकी गांद को सही करने के लिए हाथ डाला, तो वो अया करके सिसकियाँ लेने लगा.
मैं बिल्कुल चौंक गया, की ये बंदे ने ऐसा क्यूँ किया. तो मुझे तोड़ा अजीब लगा, और उसे बाहर भेज दिया. लेकिन मैने सेलेक्षन ख़तम होने के दौरान उसको अपनी नज़र में रखा, और देखा की वो जब बात करता था, तो अपनी कमर हिला-हिला के, हाथ फेहरा के बात करता था.
डिसिशन अनाउन्स करने में अभी आधा घंटा था. तभी उसके पापा आ गये. तभी मैने देखा की उसके पापा तो बेटे से भी चार कदम आयेज थे. उनकी तो छाती बिल्कुल बूब्स की तरह दिख रही थी.
मुझे तोड़ा डाउट हुआ, तो मैं रॉनी के पापा के पास गया, और उनसे जाके हॅंड शेक किया. जब मैने हाथ मिलने के लिए हाथ बढ़ाया, तो उसका हाथ बहुत सॉफ्ट था. बिल्कुल लड़की के तरह. वो हाथ मेरा छ्चोढ़ ही नही रहा था. तो मैं तोड़ा ज़ोर डाला तो हाथ छूट गया.
मैं जब बात कर रहा था तो मुझे पता चला की वो डाइवोर्स था. तभी मुझे लग गया की कुछ तो गड़बड़ थी. उसके बाद मैने रॉनी के बारे में उनसे पूछा की वो कैसे रहता था. तो अबीर जी (रॉनी के पापा) ने बोला-
अबीर जी: वो मेरे साथ बहुत खुश रहता है. मैं उसकी हर ख्वाहिश पूरा करती हू… करता हू.
जब वो ऐसा बोला तो मैं समझ गया की ये अबीर नही अबीरा थी. तो मैं और कुछ पूछने ही वाला था की मुझे मेरे असिस्टेंट ने बुला लिया डिसिशन अनाउन्स्मेंट करने के लिए.
फिर मैं वाहा से चला गया, और सामने खड़ा हो गया. मैने चार बच्चों को छ्चोढ़ के सभी को सेलेक्ट कर लिया, और उन चार बच्चों में रॉनी भी शामिल था. फिर रॉनी के पापा मेरे पास आए और बोले-
अबीर जी: रॉनी का पर्फॉर्मेन्स तो अछा था. फिर सेलेक्षन क्यूँ नही किया?
तो मैने बोला की पर्फॉर्मेन्स अची है, लेकिन उसका तोड़ा फिगर स्ट्रेट नही है इसलिए मैने उसका सेलेक्षन नही किया. अबीर ने ये सुन कर मुझे इन्वाइट किया अपने घर और बोला-
अबीर: आप घर पर आएँगे तो उसका फिगर बहुत नज़दीक से देख लेंगे, और फिर डिसाइड करेंगे.
मैं भी तो यही चाहता था, की क्या माजरा था. इसलिए मैने तुरंत हा बोल दिया. दो दिन बाद सनडे था. तो मैने उस दिन जाने का फैंसला किया.
मैने रॉनी को कॉलेज में ही बोल दिया था की सनडे को अवँगा. सनडे की सुबा 11 बजे मैं सिर्फ़ एक व-नेक त-शर्ट आंड जीन्स पहन के चला गया. इसकी वजह से मेरी बॉडी पूरी सेक्सी दिख रही था.
जब मैं डोर की बेल बजाने वाला था, तो डोर खुला ही था. फिर मैं अंदर चला गया. तब मैने कुछ अजीब सी आवाज़ सुनी. मैं कमरे तक गया तो मैने देखा की रॉनी बेड पर लेता था कुत्ते की तरह, और एक लड़का उसकी पीछे से गांद मार रहा था.
पहले मैं विश्वास नही कर पाया, लेकिन मुझे पता चल गया की क्यूँ रॉनी की गांद उभरी हुई थी. वो तो गान्डू निकला. रॉनी तो अया ऊवू करके आवाज़ निकाल रहा था, और वो लड़का ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. दोनो पुर नंगे थे.
मुझे अजीब लगा मगर तोड़ा मज़ा भी आ रहा था देख कर उनकी चुदाई. मेरा तो लंड पूरा खड़ा हो चुका था, और मैं आँखें बंद करके हिलने लगा था. तभी उनकी आवाज़ आनी बंद हो गयी.
तब मैने देखा की उस लड़के का रस्स निकल गया था, और दोनो कपड़े पहन रहे थे. मैं चुपके से बाहर जाने ही वाला था की रॉनी ने मुझे पीछे से आवाज़ दी.
रॉनी: सिर, आप कब आए?
(मैने कुछ नही जानते हुए दिखाया)
मे: अभी जस्ट आया. अर्रे ये लड़का कों है?
रॉनी: ये मेरा दोस्त है, डाउट क्लियर करने आया था.
मैं सोचा कितना हरामी है ये रॉनी. फिर मैं जाके सोफा पे बैठ गया. वो लड़का चला गया.
मे: रॉनी, तुम्हारे पापा कहा है?
रॉनी: वो कुछ काम में बाहर गये है?
रॉनी: आप बैठिए सिर, मैं छाई बना के लाता हू.
बोल कर वो किचन में चला गया. मैं भी उसके पीछे-पीछे चला गया, और उसकी हिलती गोल-गोल गांद देख कर मैं तो अपना लंड उपर-उपर से हिलने लगा था. तभी उसने मुझे देख लिया और बोला-
रॉनी: आपको कुछ चाहिए क्या सिर?
मे: नही-नही, मैं तो बस देखने आया था.
रॉनी ने मुझे देख लिया था लंड हिलाते हुए, और शायद वो समझ भी गया था की मैं जान गया था. इसीलिए उसने जब फ्रिड्ज से दूध निकाला, तब मैं फ्रिड्ज के पास ही खड़ा था. उसने वो जान-बूझ कर मेरे उपर गिरा दिया.
रॉनी: ई आम सो सॉरी सिर. मैने दूध गिरा दिया आपके उपर.
मैं: कोई बात नही रॉनी, इट’स ओक.
लेकिन मेरा तो खड़ा लंड पूरा सॉफ नज़र आ रहा था. उसने बोला-
रॉनी: आप कपड़े उतार लीजिए सिर, मैं धो दूँगा.
जब मैने अपनी त-शर्ट निकली, तो वो टवल लेकर मुझे पोंछने लगा, और बार-बार मेरे लंड को टच कर रहा था. मैं समझ गया था उसका इरादा. तो मैने भी उसके सामने ही पंत भी निकाल दी. वो मेरा बड़ा लंड देख कर बेकाबू हो कर बोल पड़ा.
रॉनी: फक, कितना बड़ा है.
मे: क्या बड़ा है रॉनी?
वो और कुछ नही बोल कर मूड गया, लेकिन मैने उससे बोला की.
मे: अब नीचे वाला भी सॉफ कर दो मेरे रॉनी.
रॉनी (खुश हो कर): ओक सिर.
वो बैठ गया, और सॉफ करने लगा. तभी मैने मेरा लंड उसके मूह में डाल दिया और बोला-
मे: कभी लिया है मूह में?
रॉनी: लिया हू, लेकिन आपके जैसा नही.
उसके बाद मैं उसके मूह में ही छोड़ने लगा. उसके बाद गांद में भी छोड़ा. उसकी गांद पूरी गीली थी, इसलिए तेल लगाने की ज़रूरत नही पड़ी, और मैने वही किचन में ही उसको पूरा छोड़ डाला 40 मिनिट तक.
उसके बाद मैं झड़ने लगा तो वो मेरा पूरा रस्स पी लिया. फिर हमने कपड़े पहन लिए.
रॉनी: अब पता चला ना सिर आपको मेरे फिगर के बारे में?
मैं: हा, पूरा पता चल गया. और तू भी सेलेक्ट हो गया. लेकिन एक बात बोल, तुम्हे ये सब किसने सिखाया?
रॉनी: आक्च्युयली सिर ये सब मेरे पापा ने सिखाया.
मे: वो भी गान्डू है!
रॉनी ने हा बोला और बोला: मम्मी से डाइवोर्स की वजह भी यही है.
मैं पूरा माजरा समझ गया. लेकिन मैने रॉनी को माना किया अपने पापा को ये बताने के लिए की मैं सब जान गया था.
तो दोस्तो अगले पार्ट में रॉनी के पापा को कैसे छोड़ा, वो बतौँगा. आपको कैसी लगी मेरी पहली कहानी? कॉमेंट में ज़रूर बताना. थॅंक्स.