पार्क में दो मर्दों के बीच हुए सेक्स की कहानी

दोस्तों मैं आज फिरसे अपना एक एक्सपीरियेन्स शेर करने जेया रहा हू. पहले मैं अपने बारे में बता डू की मैं अबौट 59 यियर्ज़ का गुड हेल्त वाला, और तोड़ा मोटा पूरा बॉटम हू. मेरी कमर (वेस्ट ) 37 इंचस की है, जिससे मेरी पर्सनॅलिटी का अंदाज़ा लगा सकते है.

मेरे डिक की लेंग्थ 6 इंचस से तोड़ा ज़्यादा, और अबौट 2 आंड हाफ इंचस मोटा है. मेरा पार्ट्नर टॉप गाइ मुझसे संभोग करते समय मेरा डिक टॉप गाइ के लंड के बराबर ही फुल एरेक्ट रहता है. मेरा डिक टॉप गाइ की तरह पर्फेक्ट्ली पर्फॉर्म करता है, मगर मुझे गांद छोड़ने में मज़ा नही आता.

दोस्तों मेरा एक पर्मनेंट पार्ट्नर था, जिसने मुझे बॉटम बनाया था. वो पक्का लोंड बाज़ था. मुझे जब भी गांद मरवाने का मॅन करता, मैं उसके घर चला जाता था. 1 घंटे से लेकर फुल नाइट भी उसके साथ अपनी इक्चा के अनुसार चुदाई कर लेता था.

दोस्तों जैसे आदमी का मॅन रोज़ अपने घर का खाना खाते-खाते कभी होटेल का स्पाइसी खाना खाने को दिल चाहता है ना, उसी तरह मुझे भी आज कोई नया लंड लेने को मॅन कर रहा था.

तो मैं प्रोग्राम बना कर कुछ कॉनडम्स और लूब्रिकॅंट की बॉटल लेकर हमारी सिटी हयदेराबाद में शाम के टाइम पर एक प्लेस पर होमोसेक्ष्युयल्स की गॅदरिंग होती है, वाहा अबौट 7:00 पीयेम को चला गया.

ये बात तब की है जब मैं अबौट 40 यियर्ज़ का था. मैं एक खाली बेंच देख कर वाहा बैठ गया, और घूम रहे गाइस को देख रहा था, जो सब होमोसेक्ष्युयल थे. उनमे कोई टॉप तो कोई बॉटम या वर्सटाइल हो सकता था.

थोड़ी देर बाद एक गाइ जो अबौट 35 यियर्ज़ का लगता था, मेरी साइड में आ कर बैठ गया, और मेरे लंड की तेराफ देखते हुए अपनी गांद पर हाथ फिरने लगा. उसका ये इशारा ये बतला रहा था, की वो एक बॉटम था, और मुझे टॉप गाइ समझता था.

मैं उसका रिप्लाइ देने के लिए अपने लंड के उपर हाथ ले-जेया कर नुत्राल का इशारा करते हुए मैं भी अपनी गांद पर हाथ फिरने लगा. इसका मतलब था की मेरा लंड आक्टिव नही था, और मैं भी उसी की तरह अपनी गांद मरवाने आया था.

वो समझ गया की हम दोनो बॉटम थे, इसलिए वो मेरी साइड से उठ कर चला गया. जैसे ही वो उठ कर गया इमीडीयेट्ली एक 19-20 साल का लड़का मेरी साइड में आ कर बैठ गया, और अपनी पंत के उपर से ही अपने लंड को सहलाते हुए मुझे देखने लगा.

मैं इतने छ्होटे लड़के को अपना पार्ट्नर नही बनाना चाहता था. तो मैं अपना रिप्लाइ नही देते हुए वाहा से जाने के लिए उठने लगा. तो उस लड़के ने इमीडीयेट्ली मेरे शोल्डर पर हाथ रख कर मुझे बिता दिया और बोला-

लड़का: अंकल मैं डोर से आपको देख रहा हू. इससे पहले एक गाइ तुम्हारे पास आया था. वो भी बॉटम था, तो वो चला गया. इसलिए नो डाउट तुम बॉटम हो. मैं टॉप होने का इशारा दे रहा हू, तो फिर तुम क्यूँ जेया रहे हो?

मैं बोला: यार तुम मेरे से हाफ आगे के हो. तुमको मैं कैसे पार्ट्नर बना सकता हू?

वो बोला: अंकल मुझे अपनी आगे के लड़कों में इंटेरेस्ट नही है. मुझे आपके जैसे मेच्यूर, बड़े और वाइड पर्सनॅलिटी के साथ सेक्स करना पसंद है. आपको मैं कभी अनकंफर्टबल फील होने नही दूँगा.

वो लड़का: आप मेरे लंड को भी देख लो. अगर आपको लगता है, की आपको मज़ा नही आएगा, तो मैं चला जाता हू. यहा गॅदरिंग है, और हम रेलिंग के पास खड़े रहते है. आप मेरा लंड देख लो.

ये कहते हुए वो मेरा हाथ पकड़ कर रेलिंग के पास ले गया. दोस्तों रेलिंग के सामने पॉंड है, जिसके कारण सामने से कोई आ नही सकता. पीछे से घूमने वालो को रेलिंग के कारण हमारी कमर (वेस्ट) के नीचे का पोर्षन नज़र नही आता.

रेलिंग के पास जाते ही उसने अपनी पंत की ज़िप खोल कर अपने लंड को अंडरवेर से निकाल कर पंत में छ्चोड़ दिया, और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी पंत की खुली हुई ज़िप में डाल दिया. मेरा हाथ सीधे उसके लंड को टच हो गया, तो मैं उसके लंड को हाथ में लेकर हल्के-हल्के सहलाने लगा.

फिर थोड़ी देर में ही लंड एरेक्ट होकर फुल साइज़ में आ गया. तो मैने फील किया की उसका लंड मेरे लंड की लेंग्थ में ईक्वल था. मगर उसका लंड मेरे लंड से मोटा था. समझो मेरा लंड अबौट 2 आंड हाफ इंचस था, तो उसका लंड अबौट 3 इंचस लगता था.

उसके लंड को हाथ में लेने से कोई बॉय का नही, बल्कि एक जानदार मर्द का लंड लगता था. उसका लंड हाथ में लेकर मुझे लगा की मैं रियल में उसका बॉटम था, और ये रियल टॉप का लंड था.

फिर लड़का बोला: अंकल मेरा नाम आरिफ़ (नामे चेंज्ड) है. आपको मेरा लंड कैसा लगा?

मैं बोला: कमाल है, तेरा लंड तो मेरे लंड से भी जानदार लगता है, अमेज़िंग.

आरिफ़: अंकल क्या मैं आपका लंड देख सकता हू?

मैं: क्यूँ नही.

ये कहते हुए मैने भी अपनी पंत की ज़िप खोल कर अपने लंड को अंडरवेर से बाहर निकाल कर पंत में रख दिया. उसका लंड हाथ में पकड़े रहने के कारण मेरा लंड भी एरेक्ट हो गया था.

वो मेरी पंत के अंदर अपना हाथ डाल कर मेरे एरेक्ट हार्ड लंड को पकड़ते हुए बोला: अंकल आपका लंड लेंग्थ में तो मेरे लंड के बराबर ही लगता है. थिकनेस भी अची ही है, मगर मेरा लंड आपके लंड से मोटा है. आपका लंड मेरे लंड की तरह फुल एरेक्ट और उतना ही हार्ड है. क्या आप वर्सटाइल हो?

मैं: नही यार, मुझे गांद छोड़ने में इंटेरेस्ट नही है. मुझे छोड़ते हुए मज़ा नही आता, इसलिए मैं वर्सटाइल नही ओन्ली बॉटम हू. जहा तक तुम्हारे लंड की थिकनेस की बात है, नो डाउट तुम्हारा लंड मेरे लंड से अछा थिक है.

मैं: मैं अब तक मेरे लंड को अछा मोटा समझता था. मगर तुम्हारे लंड को हाथ में लेने के बाद लगा ये मेरे लंड से भी अछा, मोटा, और सॉलिड है.

आरिफ़: जब तुम वर्सटाइल भी नही हो, तो पुर बॉटम के लिए तुम्हारे लंड का एरेक्षन और हार्डनेस का उसे नही है ना?

मैं: यार जैसे टॉप गाइ का लंड हार्ड एरेक्ट होता है. उसको छोड़ने की उत्तेजना बढ़ जाती है. वैसे ही मेरा लंड हार्ड एरेक्टेड होते ही मुझे गांद मरवाने की उत्तेजना होने लगती है. अगर मेरा लंड गांद मरवाते समय एरेक्ट होकर हार्ड रहे, तो फुल मज़ा आता है. अगर मेरा लंड गांद मरवाते समय ढीला रहे एरेक्ट ना रहे, तो मुझे मज़ा ओन्ली 25% ही आता है.

दोस्तों मैं तुमको अपनी फीलिंग्स के बारे में बताता हू, की जब कोई भी गाइ अपना लंड मेरे हिप्स पर टच करता है, या मेरे हिप्स पर हाथ फिरता है, या मेरे बूब्स को दबाता है, तो सबसे पहले मेरा लंड इमीडीयेट्ली रेस्पॉन्स देते हुए ऐसे खड़े होने लगता है, जैसे के प्रोग्राम सेट हो जाए तो वो छोड़ेगा.

मगर मैं बॉटम हू, इसलिए अगर प्रोग्राम सेट हो भी जाए, तो मेरे लंड के लिए कोई चान्स नही होता. इसके बावजूद मेरा लंड मुझे सबसे पहले एरेक्ट होकर मुझे उत्तेजित करता रहता है.

दोस्तों जनरली बॉटम्स के लंड में वीकनेस होती है. आप तो जानते है, की छूट थोड़ी लूस हो सकती है, मगर गांद का होल छूट के मुक़ाबले में टाइट होता है. अब लंड में पूरी हार्डनेस नही आई, तो गांद के होल में जेया ही नही सकता. इसलिए वो गाइस बॉटम बन जाते है.

इनके लंड को टच या मास्टरबेट करने पर भी सेमी एरेक्षन ही रहता है. उनको सेमी एरेक्षन में ही गांद मरवाने का मज़ा आने लगता है. और सेमी एरेक्ट होते हुए ही गांद मरवाते समय डिसचार्ज भी हो जाता है.

आरिफ़: अंकल अब तो बोल दो क्या मैं आपका पार्ट्नर बन सकता हू के नही?

मैं: बताना क्या है? मेरे हाथ में तुम्हारा लंड रहना ही उसका संकेत है, की तुम पार्ट्नर बन गये हो.

मैने जैसे ही बोला की वो मेरा पार्ट्नर बन गया था. तो वो इमीडीयेट्ली मेरी बॅक साइड में हाथ डाल कर मेरी गांद सहलाने लगा. वो मेरी गांद को सहलाते हुए मेरे होल पर फिंगर फिरने लगता, तो मुझे बहुत मज़ा आता. इसके कारण मेरा लंड और फूँकारे मारता. जब की मैं उसका लंड हाथ में पकड़े हुए था.

इसी बीच वो गार्डेन खाली करने का टाइम हो गया 8.30 पीयेम, तो वॉचमन सब को बाहर निकाल रहा था. फिर मैने उसके पास जेया कर र्स.200/- दिए, और आधा घंटा बैठने की पर्मिशन ली.

वॉचमन बोला: आधा घंटा ही रहना, और ज़्यादा नही.

20 मिनिट्स बाद वॉचमन ने लोंग विज़ल (सीटी) बजाई. इसका मतलब था सब गार्डेन खाली हो चुका है. हम दोनो ने अपने कपड़े उतार दिए, और अब हम सिर्फ़ अंडरवेर में थे.

मैने अंडरवेर में से उसका लंड निकाल कर हाथ में पकड़ लिया, और उसको किस्सस करने लगा. उसने मुझसे लिपट के मेरे उपर किस्सस की बारिश कर दी. मैं तोड़ा मोटा हू, जिसके कारण मेरे बूब्स थोड़े बड़े है.

वो मेरे बूब्स हाथ में लेकर कभी दबाता, तो कभी निपल्स चूस्टा. जैसे ही वो मेरे निपल्स चूस्टा, तो मेरे अशोल में टिकलिंग होने लगती. इसके कारण मेरे मूह से आहह की आवाज़ निकलती.

थोड़ी देर किस्सिंग के बाद वो मेरे सामने खड़ा हो गया. मैं नीचे बैठ कर उसकी अंडरवेर को नीचे करके उसके लंड को चूसने लगा. वो मेरे सिर को पकड़ कर अपने लंड पर दबाता, तो उसका लंड मूह में अंदर तक चला जाता.

अब वो सीस्कियाँ भरने लगा. मैं जैसे-जैसे उसका लंड चूस रहा था, मेरा लंड भी हार्ड होकर जर्क मार रहा था.

थोड़ी देर बाद वो बोला: डार्लिंग अब मेरे लंड को अपनी गांद में लेलो.

मैं उसके लंड को पकड़ कर कॉंडम चढ़ना चाहता था. तभी उसने मेरे सामने आके, मेरे लंड को अपने लंड से मिला कर, दोनो को एक हाथ में पकड़ लिया और बोला-

मैने उसके लंड पर कॉंडम चढ़ा कर उसको आचे से लूबे लगाया. फिर अपनी अंडरवेर को नीचे करके अपनी दोनो लेग्स के बीच में गिरा कर, अपनी गांद में भी आचे से लूबे लगाया. उसके बाद मैने 1,2,3 फिंगर्स गांद में डाल कर आचे से घुमाया, तो मेरी गांद का होल तोड़ा फ्लेक्सिबल हो गया.

मैं एक बेंच पर अपने दोनो हाथ रखते हुए झुक गया, जिससे की मेरी गांद पीछे से खुल गयी. वो मेरे पीछे आके मेरी गांद की केव में रख कर अपने लंड को मेरी गांद की केव में उपर-नीचे फिरने लगा. मुझे मज़ा आने लगा जिसके कारण मेरा लंड फुल हार्ड हो गया.

उसने मेरी गांद की केव में फिरते-फिरते मेरी अशोल के पास अपने लंड के हेड को रख दिया. मैं समझ गया की अब मुझे उसका लंड अंदर लेना था. फिर मैने उसके लंड को पकड़ के उसके हेड को एग्ज़ॅक्ट मेरे होल पर सेट किया.

मैने उसके हेड को अपनी गांद के होल पर प्रेस किया, तो लूबे के कारण तोड़ा सा हेड अंदर चला गया. फिर मैं अपने दोनो हाथ बेंच पर रख कर आचे से सेट हो कर बोला-

मैं: डार्लिंग अब तुम मेरी कमर पकड़ के एक झटका मरो.

उसने जैसे ही झटका मारा, मैने अपनी बॉडी को फुल रिलॅक्स मोड में छ्चोढ़ दिया. इसके कारण उसका लंड आधे से ज़्यादा मेरी गांद में चला गया. उसका लंड मोटा होने के कारण मेरी बॉडी में करेंट दौड़ गया, और मैने दर्द के मारे आँखें बंद कर ली.

मेरे मूह से आहह की आवाज़ निकल गयी. फिर उसने थोड़ी देर रुक कर दूसरा झटका मार दिया और बोला-

आरिफ़: डार्लिंग तुम्हारी गांद ने मेरा पूरा लंड अंदर ले लिया.

मैं: लंड तो पूरा चला गया, मगर तुम्हारे मोटे लंड के कारण इतना पाईं हुआ की मेरे लंड का एरेक्षन ख़तम हो गया. वो अब लूस हांग हो रहा है. तुम मेरी गांद पर अपना दबाव बनाते हुए मेरे बॅक पर अपना वेट डाल कर मेरे उपर लेट जाओ. फिर दोनो हाथो से मेरे बूब्स को दबाते हुए मेरे निपल्स को हल्के-हल्के पिंच करो. इससे मेरा लंड फिर रेडी हो जाएगा.

मोटा लंड होने के कारण अंदर जाते हुए मेरे होल को चीरते हुए पूरी लेंग्थ तक अंदर फँसा हुआ था. आरिफ़ मेरे बूब्स दबाते हुए मेरे निपल्स को हल्के-हल्के पिंच करने लगा, तो मेरी गांद के होल में टिकलिंग होने लगी, जो पहले से ही आरिफ़ के लंड को अंदर लिए हुए थी.

इसके कारण पाईं कम होने लगी, तो मैं आरिफ़ से बोला: डार्लिंग तुम मेरे निपल्स को ऐसे ही हल्के-हल्के पिंच करो. तुम्हारे पिंच करने से मेरे होल में टिकलिंग हो रही है, जिसके कारण पाईं ख़तम हो रहा है.

वो जैसे ही मेरे निपल्स को पिंच करने लगा, आरिफ़ का मोटा लंड जो मेरे होल में फ़ससा हुआ था, अब मज़ा देने लगा. इसके कारण मेरे लंड में मूव्मेंट स्टार्ट होने लगी, तो मैने एक हाथ से हल्के से अपने लंड को मास्टरबेट किया.

मेरा लंड एरेक्ट हो कर फुल हार्ड हो कर जर्क मारने लगा. इससे मैं समझ गया, की अब मेरा लंड फुल मस्ती में आ गया था.

मैं बेंच को पकड़े हुए झुक कर डॉगी पोज़ की तरह खड़ा हुआ था. मेरी गांद को प्रेस करते हुए आरिफ़ अपना पूरा लंड मेरी मेरी गांद में डाले हुए मेरी कमर (वेस्ट) को पकड़े हुए था. और इधर मेरा लंड हार्ड होकर उसका हेड नीचे ना होते हुए 90 डिग्री बनाते हुए खड़ा था.

फिर मैं आरिफ़ से बोला: डार्लिंग तुम मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर तोड़ा मास्टरबेट कर दो.

वो मेरा लंड हाथ में लेकर मास्टरबेट करने लगा, तो मैं बोला: यार मेरे लंड को मास्टरबेट करते हुए तुम अपनी गांद भी हिलाओ, तो तुम्हारा लंड मेरी गांद में मूव होने लगेगा. तब मेरा लंड फुल चार्ज होगा. बॉटम का लंड है ना, उसकी गांद मारे जाने के मज़ा लेता है.

वो मेरे लंड को मुट्ठी में पकड़े हुए पीछे से मेरी गांद मारने लगा, तो मुझे जो मज़ा आने लगा उसके लिए मेरे पास वर्ड्स नही है दोस्तों.

थोड़ी ही देर में मैं बोला-

मैं: डियर अब मेरे लंड को छ्चोढ़ दो. अब तुम अपनी मर्ज़ी से जैसे दिल करे मेरी गांद मार सकते हो.

दोस्तों तुम ये अनुभव कर सकते हो, की एक बॉटम की गांद के होल में 6 आंड हाफ इंचस लेंग्थ वाला, और 3 इंच मोटा लंड पूरी तरह से अंदर फ़ससा हुआ हो, और दूसरी तरफ बॉटम का लंड एरेक्ट हो कर आइरन रोड बन जाए, तो कितना मज़ा आता होगा. वही मज़ा मुझे आ रहा था.

वो मेरी वेस्ट को आचे से पकड़े हुए धक्के मारते हुए मेरी गांद छोड़ने लगा, और ग्रॅजुयली उसकी स्पीड बढ़ती जेया रही थी. मुझे छोड़ते हुए वो कहने लगा-

आरिफ़: अंकल तुम्हारी गांद छोड़ने में बहुत मज़ा आ रहा है. तुम्हारी गांद बड़ी और वाइड है, और तुम्हारी वेस्ट भी वाइड और मोटी है. जिसके कारण छोड़ने में जो मज़ा आता है, वो स्लिम बॉय को छोड़ने में नही आता.

मैं: मैं इसीलिए तो तुझे चान्स दे दिया हू. अगर तुझे मज़ा आ रहा है, तो ले मज़ा और छोड़ अपनी इक्चा से.

वो छोड़ने लगा तो उसके धक्को पर मैं मूव होता, और मेरा लंड और बॉल्स हांग हो रहे थे. उधर उसका लंड मेरी गांद के होल पर आ कर प्रेस होता, और उसकी बॉल्स मेरे होल के नीचे लग रही थी.

मैं उसका मज़ा और बढ़ने के लिए उसकी हांग होती हुई बॉल्स को एक हाथ से पकड़ने की कोशिश करने लगा. वो धक्कों के कारण बहुत तेज़ी से आयेज-पीछे हो रही थी. बॉल्स मेरे हाथ को टच होती, मगर मैं उनको पकड़ नही पा रहा था.

उसने मज़े के कारण आहह आहह बोलते हुए पूछा: डार्लिंग तुम ये क्या कर रहे हो? मेरी बॉल्स फस्टली झूल रही है. उनको टच करो, मगर पाकड़ो मत, मुझे पाईं होगा.

मैं बोला: मेरी इक्चा थी की तुम मेरे सामने से हाथ डाले हुए मेरे लंड को पकड़ कर पीछे से मेरी गांद मारते रहो. तो मज़ा डबल हो जाएगा. मगर मेरा लंड और भी जल्दी झाड़ जाएगा. इसलिए मैं चाहते हुए भी उसको हाथ लगाने नही दूँगा.

वो मेरी कमर पकड़ कर स्लो स्पीड में अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा. लंड मोटा होने के कारण मेरे अशोल में बहुत फिट था. जब हल्के-हल्के अंदर-बाहर करने लगा, तो सॉफ्ट प्ले नही हो रहा था.

फिर मैने कहा: डार्लिंग तुम्हारा लंड बहुत टाइट जेया रहा है. तुम अपने लंड की 3/4त लेंग्थ बाहर निकाल कर आचे से लूबे लगा कर छोड़ो तो मज़ा आएगा.

वो जैसे ही अपना लंड मेरे होल से 3/4त बाहर निकाल कर लूबे लगाने लगा, तो मैने भी उसकी सुविधा के लिए अपनी दोनो लेग्स और एक्सपॅंड करके अपनी गांद को और खोल दिया. मैने अपनी बॅक को 90 डिग्री में झुका दिया, जिससे की वो धक्का मारे तो उसका लंड सीधे और डीप तक मेरी गांद छोड़ सके.

जब उसने अपने लंड पर लूबे को आचे से लगाया, तो लूबे के कारण एक ही झटके में उसका लंड मोटा होते हुए भी एंड तक अंदर चला गया. इसके कारण मेरे मूह से आहह निकल गयी.

आरिफ़ ने वैसे ही किया. उसने अपने लंड को 3/4त से ज़्यादा बाहर निकाल कर लूबे लगा कर अंदर प्रेस किया, तो लूबे लगाने के कारण मोटा लंड होते हुए भी आचे से अंदर-बाहर होने लगा. अब हर धक्के पर मुझे इतना ज़्यादा मज़ा आ रहा था, की मैं बता नही सकता.

मोटा लंड लूबे के कारण मेरे होल को आचे से रब करते हुए छोड़ रहा था. मैं समझ गया की इतना ज़्यादा मज़ा मेरा लंड बर्दाश्त नही कर सकेगा, और थोड़े ही धक्को पर झाड़ जाएगा.

अब आरिफ़ धीरे-धीरे स्पीड बढ़ने लगा. जैसे-जैसे उसकी स्पीड बढ़ने लगी, मुझे मज़ा भी बहुत ज़्यादा आने लगा. मैं मज़े के कारण “हा हाअ उफ़फ्फ़ छोड़ यार छोड़” बोलने लगा. अब वो भी फुल मस्ती में आ कर फुल स्पीड में छोड़ने लगा, तो मेरा माल मेरी बॉडी में मूव होने लगा.

मैं प्लेषर से तड़पने लगा, और बोला: डार्लिंग थोड़ी देर में ही मेरा माल निकालने वाला है. छोड़ो यार, और छोड़ो. कैसी है मेरी गांद?

वो बोला: तुम्हारी गांद बड़ी और स्पंजी के साथ वाइड भी है. ऐसी गांद अंकल की ही होती है, जब की बाय्स की स्लिम गांद होती है, तो स्पंजी टच नही लगता. तुम्हारी गांद छोड़ने में बहुत मज़ा आ रहा है.

ये कहते हुए उसने और स्पीड बढ़ा दी. इधर मेरा लंड ने हर धक्के के साथ एक स्प्रे करते हुए सारा माल छोड़े दिया.

दोस्तों मेरा लंड गांद मरवाते समय बहुत मज़ा लेता है. जिसके कारण अभी चुदाई चलती रहती है, मगर वो जल्दी ही झड़ने लगता है.

मैं बोला: डार्लिंग मेरा माल झाड़ गया. क्या तुम भी झड़ने वाले हो?

वो बोला: मेरी टाइमिंग तोड़ा ज़्यादा है. मुझे अभी तोड़ा टाइम लगेगा.

वो छोड़े जेया रहा था, और मैं आयेज-पीछे हिलते हुए उससे चुड रहा था. अबौट 10 मिनिट्स बाद फिरसे मेरे लंड में मूव्मेंट आने लगा, तो मैं आरिफ़ से बोला-

मैं: यार मेरा लंड फिरसे रेडी हो रहा है. तेरी चुदाई मेरी गांद में हलचल मचा रही है. तो मेरा लंड फिरसे खड़ा होगा ही ना? तू एक हाथ से मेरे लंड को मास्टरबेट करते हुए मुझे छोड़ता जेया.

मेरा लंड उसके हाथ में आते ही और मज़ा लेते हुए जल्दी ही आइरन रोड बन गया, और स्नेक की तरह उसके हाथ में जर्क मारने लगा.

मैं बोला: यार अब तू मेरे लंड को छ्चोढ़ दे, नही तो फिरसे वो जल्दी ही झाड़ जाएगा. अब तो अपना माल निकले तक छोड़ता रह.

वो मेरी कमर को पकड़ के मुझे छोड़े जेया रहा था, जिसके कारण छाप-छाप की आवाज़े आ रही थी.

वो अब स्पीड में ही छोड़े जेया रहा था, और मुझे उसके हर स्ट्रोक का मज़ा आ रहा था.

नीचे मेरा लंड हार्ड होकर ऐसे मज़ा ले रहा था, जैसे मेरी गांद नही चुड रही बल्कि मेरा लंड गांद छोड़ रहा हो. अब आरिफ़ की साँस तेज़ हो गयी, तो बड़े-बड़े 3-4 स्ट्रोक मारते हुए मेरी गांद पर फुल दबाव डालते हुए मेरे शोल्डर्स को पकड़ के मुझसे लिपट गया.

उसके दबाव के कारण उसका लंड डीप तक जाके जर्क मारने लगा. मैं समझ गया था, की वो जर्क से माल छ्चोढ़ रहा था.

उधर उसका माल तो झाड़ गया था, मगर मेरा लंड अभी ताना हुआ हार्ड खड़ा था.

आरिफ़ बोला: अंकल मैं आपके लंड को मास्टरबेट कर डू?

मैं बोला: मैं मास्टरबेट और सक करके माल निकालना पसंद नही करता. उसको हार्ड ही छ्चोढ़ दे. थोड़ी देर जब उसको मज़ा नही आएगा, तो स्लोली ढीला पद जाएगा.

दूसरे दिन मेरे गुरु के घर में लोंग सेशन्स चले, जो मैं दूसरे पार्ट में बतौँगा.