पापा को पता चला मेरी मा का राज़

हे रीडर्स, तो जैसा की अपने लास्ट स्टोरी मे पढ़ा मम्मी का फोन बजा और मम्मी फोन को देख के शॉक थी. और मौलाना मम्मी की गांद मरने के लिए उतावला हो रहा था.

मौलाना- किसका फोन मेरी जान?

मम्मी- तोड़ा हिचकिचा के डरते हुए कपकप्टि आवाज़ मे बोलो मेरे पति का फोन है.

मम्मी ने डरते हुए फोन उठया-

पापा- कहा हो सरिता?

मम्मी- घर पे नही बाहर आई हू तोड़ा काम से.

पापा- जल्दी घर आओ मई घर आया हू दरवाज़ा बंद है सूरज भी तुम्हारे साथ गया है?

मम्मी- तोड़ा सोचते हुए नही सूरज तो नही है मेरे साथ तो नही.

पापा- जल्दी घर आओ मई ज़्यादा देर बाहर नही खड़ा रहुगा.

मम्मी- जी बस अभी आती हू.. घबरा के मम्मी अपने कपड़े पहने और किसी से बिना कुछ कहे वाहा से भागी.

मई भी वाहा से भगा और मई और मम्मी साथ मे घर पहुचा. मैने घर का मैं डोर खोला और ज़्ब लोग अंदर गये. मम्मी मौलाना और अब की चुदाई से काफ़ी ताकि हुई तो नहाने चली गई.

पापा को मैने छाई बना के दी और अपने रूम मे चला गया. 2 मीं बाद मम्मी का फोन बजा. मम्मी का फोन हॉल मे ही तो पापा ने उठाया और जैसे ही वो कुछ बोलते उधर किसी ने बोलना स्टार्ट कर दिया. 5-6 मिनिट तक पापा सुनते रहे फिर फोन कट कर दिया.

फिर पापा ने मम्मी के फोन को लेके किसी को म्स्ग किया और फोन रख दिया. यूयेसेस दिन सब नॉर्मल था. मम्मी ने रात मे खाना बनाया सबने खाना खाया और मई सोने चला गया.

रात मे वॉशरूम जाने उठा तो मम्मी के रूम मे देखा. तो पापा मम्मी को छोड़ रहे थे. वो मम्मी की गांद मार रहे थे. मम्मी भी खुशी खुशी मरवा र्ही थी बिना किसी दर्द के. क्यूकी अब की चुदाई से गांद खुल गई थी.

मैने देखा पापा मम्मी को जनवरो की तरहा छोड़े जा रहे थे.

5 मीं मम्मी की मरने के बाद पापा ने मम्मी को सीधा किया और छूट मे लंड डाला. अब मम्मी की छूट बिल्कुल भोसड़ा बन चुकी थी 2 मुल्लो की ज़ोरदार चुदाई के बाद. वो सिकुड़ी हुई छूट इतना खुल गई थी के लोहे का खंबा भी चला जाए.

पापा ने मम्मी की छूट मारी 10 मीं मे अंदर वो झाड़ गये. पापा ने मम्मी से कहा उनका लंड चूसने को. मम्मी ने अजीब मूह बना के माना कर दिया. (यह वही औरत है जो कुछ घंटो पहले दो दो मुल्लो के लंड को बड़े प्यार और मज़े चूस रही थी. अभी अपने पति को माना कर रही है.)

चुदाई ख़तम हुई और मई वॉशरूम गया और अपने रूम मे आके सो गया.

नेक्स्ट मॉर्निंग पापा कही बाहर जाने वेल थे तभी मम्मी नहा के आई. पापा ने मम्मी से सवाल किया के मंगलसूत्रा कहा है?

मम्मी तोड़ा हिचकिचा के बोली टूट गया है ब्ंवना है.

पापा कुछ नही बोले और ड्रेसिंग टेबल से सिंदूर का बॉक्स लेके मम्मी के पास आए और उनको सिंदूर लगाने लगे. मम्मी पीछे हाथ गई.

पापा ने पूछा क्या हुआ?

मम्मी ने बोला आपको बाहर जाना था ना, आप जाइए मुझे देर हो रही है नास्था बनाना है. पापा ने मम्मी को किस पर मम्मी यूयेसेस किस मे पापा का साथ नही दे रही थी.

10 भजे के आस पास डोर बेल बाजी. मम्मी ने डोर खोला और चौक गई. क्यूकी दरवाजे पर अब था. मम्मी ने उसको धीमी आवाज़ मे बोला-

मम्मी- तुम यहा क्या कर रहे हो?

अब-तुमने ही तो म्स्ग करके बुलाया था.

मम्मी-नही मैने कोई म्स्ग नही किया.

अब-अब शरीफ ना बन मेरी रंडी, कल रात तुझे फोन भी किया था के तेरी गांद मारने का मॅन था. पर वो तेरा गन्दू पति आ गया. आज मई और मौलाना तेरी गांद दबा के मारेगे और तेरी माँग भरूगा अपने वीर्या से. और हन आज तो मूलाना साहब भी बड़े उतावले हो रहे तुझे छोड़ने के लिए. कल तेरी मस्त गांद देख के पागल हो गये है.

मम्मी- मुझे कुछ नही साँझ आ रहा है की तुम क्या बात कर रहे हो. कॉन्सा फोन कों सी बाते, सब कुछ अजीब लग रहा है, तुम जाओ यहा से.

मम्मी अब से और कुछ कहती इतने मे पापा पीछे आए ओर बोले सरिता ने नही मैने बुलाया है. मम्मी दर के मारे कुछ नही बोली और अब घर के आंद्र आया.

पापा- क्यू सरिता क्यू किया ऐसा?

मम्मी- कैसा आप क्या बात कर रहे है मुझे नही टा.

पापा-भोली ना बनो मई जनता हू कल तुम कहा थी ज्ब मई घर आया, तुम इश्स मुस्लिम कुत्ते के बिस्तर मे अपनी गांद मरवा रही थी.

मम्मी- शॉक्ड रिक्षन देते हुए रोने लगी और रोते रोते पापा से माफी माँगने लगी.

पापा-माफ़ कर डू तुम्हे??! मेरे पीठ पीछे एक रंडी बनती हो गैर मर्दो के बिस्तर को गरम करती हो!! तेरे जैसी चिनार को मार कर डू?!! माफी नही मिलेगी मई तुझे चोर रहा हू!

पापा मम्मी को थप्पड़ मार वेल थे के तभी अब ने उनका हाथ पकड़ लिया और बोला तू मेरी बीवी को हाथ नही लगा सकता.

पापा हास के बोले कोंसि बीवी?

अब-मैने इससे निख़ाः किया है अब यह मेरी बीवी है.

पापा-तो जेया ले जेया इसको चुड़वते फिरना बाज़ार मे हर किसी से.

अब-सरिता चलो यहा से.

मम्मी एकद्ूम सुन्न थी उनको कुछ समझ नही आया करना है. अब ने उनका हाथ पकड़ और घर के बाहर ले गया.

मैने वो मम्मी की कॉल रेकॉर्डिंग सुनी उसमे अब बोल रा था-

अब-कहा चली गई मेरी जान गांद मारने का मॅन था तुम्हारी. कल जल्दी आना और हन अपने उससे नफुँसक पति से मत छुड़वाना. वो उसके काबिल नही है माद्रचोड़ साला.. और सुनो मेरी जान कल बिना ब्रा पनटी के आना, तुझे मई नहाते हुए छोड़ूँगा और अपने वीर्या से तेरी माँग भरूगा बाइ मेरी रंडी.

यूयेसेस दिन के बाद से मैने ना पापा मम्मी को कभी नही देखा. हन मेरी बात होती है उनसे. वो अब अब के साथ सौदी मे है और खुश है, उनके 4 बाकछे भी है वाहा.