मम्मी चुदाई फॅमिली डॉक्टर से

जैसा की आप लोगो ने पढ़ा की कैसे मैने और निक्की भाभी ने रिस्की चुदाई की थी सोफे पे. ऐसे ही मुझे और निक्की भाभी को जब भी कभी कबार मौका मिलता था हम चुदाई कर लेते थे. करीब 1 हफ्ते मे हम 1-2 बार ही चुदाई कर पाते थे.

लेकिन मेरी और निक्की भाभी की हवस ऐसे शांत नही हो रही थी. ऐसे ही मेरी सम्मर वाकेशन ख़तम हो गयी थी मैने रोज़ स्कूल जाना शुरू कर दिया था. स्कूल मे सारा दिन मेरे दिमाग़ मे बस निक्की भाभी का सेक्सी जिस्म ही घूमता रहता था.

एक दिन मे स्कूल से घर आया तो देखा मम्मी के रूम का गाते खुला है और आवाज़े आ रही थी. मे गया तो मम्मी बेड पे लेती हुई थी और निक्की भाभी और डॉक्टर भी थे.

वो डॉक्टर हुमारे फॅमिली डॉक्टर थे. मे दर गया था की मम्मी को क्या हुआ.

मम्मी सफाई करते हुए फिसल कर गिर गयी थी जिस वजह से उनके पेर मे और कपार मे मोच आ गयी थी. मे मम्मी के पास ही बेत गया. आदि (भाभी का बेटा) भी मम्मी के साथ ही बेता हुआ था.

डॉक्टर ने मम्मी को पाईं किल्लर और स्प्रे दे दिया था फिर डॉक्टर चले गये.. और कहा की मम्मी को 2-3 दिन बेड पे ही रेस्ट करना है नही तो कमर मे और ज़्यादा दर्द बढ़ जाएगा.

भाभी मम्मी के लिए छाई बनाने गयी थी. मे मम्मी के पास ही बेता हू था मम्मी अपना फोन चला रही थी.

फिर 2 मीं बाद भाभी ने मुझे आवाज़ दी.

निक्की भाभी: चिकू इधर आना कुछ समान मिल नही र्हा.

मम्मी: जेया चिकू जल्दी निक्की की हेल्प कर दे.

मे गया तो भाभी को चीनी नही मिल रही थी. मैने भाभी को चीनी दे दी.

भाभी ने त-शर्ट और लोवर पहें रखा था. भाभी की हिलती हुई गांद क्या मस्त लग रही थी. मैने भाभी की गांद पे हाथ रख दिया और दबाने लगा. भाभी पीछे मूड कर मुझे देख के स्माइल देने लगी.

मैने भाभी को पीछे से पूरा हग कर लिया अपना लंड मे भाभी की गांद मे दबाने लगा और अपने हाथो को आयेज लीज़ा कर बूब्स दबाने लगा. भाभी भी अपनी आँखे बंद कर के अपना मूह पीछे कर के मुझे किस करने लगी और सिसकने लगी.

भाभी: एम्म्म ससस्स आआ ऊवू चिकू आराम से…

इतने मे छाई बन गयी थी तो ह्यूम ना चाहते हुए भी एक दूसरे से अलग होना पड़ा.

फिर मे और भाभी छाई लेके अंदर रूम मे चले गये. हुँने छाई पी और बेत कर बाते करने लगे. फिर निक्की भाभी ने कहा-

भाभी खाने की चिंता मत करना मे बना दूँगी.

मम्मी: अरे निक्की तुम परेशन मत हो बाहर से मंगवा लेंगे.

निक्की भाभी: नही नही भाभी मेरे होते हुए भर से क्यो मंगवाना है, मे ही बनूँगी.

मम्मी: ठीक है नीचे ही सबका खाना बना लेना आदि मेरे पास बेत जाएगा तुम्हे परेशन भी नही करेगा.

निक्की भाभी ने स्माइल करके हा कह दिया.

फिर करीब 5 बजे निक्की भाभी कीतें मे खाने की टायारी करने चली गयी. मम्मी ने मुझे भी उनकी हेल्प के लिए भेज दिया. मम्मी और आदि अंदर रूम मे ही टीवी देख रहे थे.

मे तो जेया कर भाभी को पकड़ कर किस करने लगा. भाभी भी मुझे मज़े से किस करने लगी फिर 2-3 मीं मे भाभी अलगा हो गयी.

भाभी: चिकू बाद मे करेंगे अभी मेरी खाना बनाने मे हेल्प कर दे.

मे: ठीक है.

फिर भाभी ने दल और राइस बनने के लिए रख दिए. मैने अंदर जेया के देखा तो मम्मी और आदि दोनो सू चुके थे.

मे किचन मे गया और भाभी की त शर्ट उपर कर के बूब्स दबाने लगा. भाभी घर मे ही थी तो ब्रा का तो सवाल ही नही और मुझे पक्का था की पनटी भी नही पहनी होगी.

भाभी: चिकूऊ आदि देख लेगा.

मे: भाभी वो और मम्मी दोनो सो रहे हैं.

मैने भाभी का लोवर भी नीचे कर दिया. आस आक्सेप्टेड भाभी ने पनटी नही पहें रखी थी.

निक्की भाभी: फिर भी ऐसे बोहोट रिस्क है.

मे: अरे कुछ नही होगा जल्दी जल्दी कर लेंगे.

मैने भी अपनी शॉर्ट्स नीचे कर दी और लंड तुरंत ही भाभी की छूट मे पीछे से लंड डाल दिया. मैने हल्के हल्के धक्के मरने शुरू कर दिए थे और साथ मे मे भाभी बूब्स दबा रहा था और गर्दन पे किस कर रहा था.

भाभी डरते हुए ही सही लेकिन चुदाई के लिए मान गयी थी तो फिर मज़े से चुड ही रही थी.

भाभी: आआआहह सस्स्सस्स चिकू धीरे आदि ना आ जाए ऊऊऊओ…

मे हल्की हल्की स्पीड बड़ा रहा था जिससे निक्की भाभी की सिसकारियाँ भी तेज़ हो रही थी.

7-8 मीं मे भाभी को वैसे ही छोड़ता रहा और भाभी झाड़ गयी. भाभी का सारा पानी उनके लोवर पे ही गिर गया था. भाभी का लोवर हल्का सा गीला हो गया था. मैने भाभी की छूट से लंड निकाला और भाभी को किस करने लगा.

मे जैसे ही भाभी की छूट मे लंड डाला भाभी ने लंड को निकल दिया.

मे: भाभी मेरे तो हुआ ही नही अभी.

भाभी हासणे लगी.

निक्की भाभी: सबर कर चिकू तेरा अभी निकलती हू.

मे खड़ा हुआ था और भाभी अपने घुटनो पे बेत गयी. ये देख के मेरे चेहरे पे बड़ी सी स्माइल आ गयी.

फिर भाभी ने मेरा लंड मूह मे ले लिया और चूसना शुरू कर दिया. बोहोट मज़ा आ रहा था, भाभी के सॉफ्ट सॉफ्ट होत और गरम गरम मूह व्वाााहह..

मे: आआअहह निक्कीईईई ससस्स बोहोट मज़ा एयेए रहा है ऊऊओ मेरी जाअँ..

मे तो पागल सा हो गया था. निक्की भाभी ने 5 मीं तक लंड चूसा और मेरे पानी निकल दिया. मे निक्की भाभी के मूह मे ही झाड़ गया और भाभी भी रंडियों की तरह मेरे सारा माल मज़े से पी गयी.

मैने अपने कपड़े सही किए और भाभी ने भी अपना लोवर पहें लिया था. लेकिन लोवर पे दाग सा नज़र आ रहा था तो निक्की भाभी वो पहें कर उपर चली गयी.

अब तक खाना भी बन के रेडी हो गया था. मैने अंदर रूम मे जाके मम्मी को उठाया और दवाई दे दी.

थोड़ी देर मे भाभी भी नीचे आ जाती हैं. भाभी एक ब्लॅक कलर का गाउन पहें के आती हैं जिसमे भाभी एकद्ूम सेक्स क्वीन लग रही थी.

मेरी नज़र तो भाभी पे ही अटक गयी थी. भाभी ने सेक्सी बूब्स क्या लग रहे थे. उस गाउन मे से भाभी के निपल्स मस्त बिल्कुल सॉफ दिखाई दे रहे थे.

और जब भाभी चल के आ रही थी तो उनकी एक एक स्टेप पे झांग पे से गाउन बिल्कुल टाइट हो जाता था. भाभी मेरे पास मे आके ही बेत गयी.

हम सब बाते करने लगे और बाते करते करते 8 बाज गये थे और भाभी के हज़्बेंड यानी भैया आ गये.

पहले भैया मम्मी का हाल पूछने आए और फिर उपर चले गयी आदि तो अपने पापा के साथ ही उपर चला गया था और भाभी खाना लेके उपर चली गयी.

फिर 15-20 मीं बाद पापा भी आ गये.

पापा: ठीक हो ना अब क्या करती रहती हो कैसे लग गयी.

मम्मी: वो एकद्ूम से पेर फिसल गया था.

पापा मुझे पूछने लगे.

डॉक्टर ने क्या कहा?

मे: मम्मी को 2-3 दिन बेड पे ही रेस्ट करना है.

पापा: तो तुम कल छुट्टी कल लेना.

मे: ठीक है.

फिर खाना वाना खा के हम सो गये और सूबे तो पापा ऑफीस चले गये. मैने ही सबके लिए छाई बना दी थी. फिर मम्मी ने टाय्लेट जाना था तो मे मम्मी को टाय्लेट सीट पे पकड़ के बिता आया.

मम्मी को बोहोट दर्द हो रहा था मम्मी एक तो चल नही पा रही थी और ना ही सीधी हो पा रही थी. मे फिर मम्मी को बिता कर टाय्लेट से बाहर आ गया और मम्मी ने 5 मीं बाद मुझे बुला लिया.

मम्मी ने गाउन ही पहें रखा था. उन्होने गाउन सही से नीचे नही हुआ था. उनकी सेक्सी मोटी मोटी झांगे मस्त दिख रखी थी.

मैने मम्मी को पकड़ के खड़ा किया तो अपने आप गाउन नीचे हो गया. मम्मी की कमर मे बोहोट दर्द हो रहा था. तो मैने मम्मी को कहा स्प्रे लगा देता हू.

मम्मी ने कहा लगा दे.

मे स्प्रे लेके आया लेकिन स्प्रे लगाने के लिए गाउन तो उपर करना पड़ेगा. मम्मी ने कहा एक चदडार दे दे.

मैने मम्मी को चदडार दी.

मम्मी: चदडार खोल के मुझे ओढ़ा दे.

मैने वैसा ही किया.

फिर मम्मी ने कहा गाउन उपर तक कर दे. मैने धीरे धीरे मम्मी का गाउन उपर कर दिया. क्या सॉफ्ट स्किन थी मम्मी की…

मम्मी ने नीचे पनटी नही पहें रखी थी इसीलिए मम्मी ने ये स्कीम लगाई. वो बिना पनटी के चदडार के अंदर लेती हुई थी. मम्मी की छूट खोली पड़ी थी ये सोच सोच कर मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था और मेरा लंड तो फटने को हो गया था.

मैने मम्मी का गाउन जस्ट बूब्स के नीचे तक कर दिया था. फिर मैने मम्मी की कमर पे स्प्रे कर दिया. मम्मी दर्द से आवाज़ कर रही थी.
आआआ ऊऊऊ माअर गाइइ… बोहोट दर्द हो रहा है.

मम्मी का गाउन अभी भी वैसे ही उपर तक था और मम्मी नीचे से बिल्कुल नंगी चदडार ओढ़ के लेती हुई थी. मम्मी को बोहोट दर्द हो रहा था तो मैने डॉक्टर को फोन करके विज़िट पे बुला लिया था.

वो डॉक्टर हमरे फॅमिली डॉक्टर थे तो वो ह्यूम आचे से जानते थे.

डॉक्टर: यार चिकू मे 1 घंटे मे आता हू अभी कही और विज़िट पे आया हुआ हू.

मे: कोई बात नही आप आ जाना.

इतने मे निक्की भाभी भी नीचे आ गयी. निक्की भाभी मम्मी के पास बेत गयी मम्मी को बोहोट दर्द हो रहा था.

फिर मैने मम्मी को एक पाईं किल्लर और दे दी वैसे तो मम्मी ने एक पाईं किल्लर सुबे ही खा ली थी. करीब 30-35 मीं बाद निक्की भाभी आदि को लेके इंजेक्षन लगवाने हॉस्पिटल ले गयी थी उसकी आज अपायंटमेंट थी.

अब मम्मी तोड़ा रिलॅक्स हो गयी थी. मम्मी का दर्द पहले से बोहोट कम हो गया था.

फिर डॉक्टर भी आ गये थे. मे साइड पे खड़ा हुआ था. मम्मी का अभी भी गाउन वैसे ही था. तो डॉक्टर ने चदडार मम्मी की गांद तक कर दी और हाथ लगा के मम्मी की कमर चेक करने लगे.

डॉक्टर को मम्मी की गांद साइड से सॉफ दिख रही होगी. डॉक्टर ने मम्मी की कमर पे हाथ लगाया तो मम्मी हल्का चिल्लाई एकद्ूम से हिल गयी.

मम्मी पहले टाँगे सीधी करके लेती हुई थी फिर डॉक्टर के दर्द वेल पॉइंट पे दबाने के बाद मम्मी ने अपने घुटने उपर कर लिए थे. जिस वजह से मम्मी ने जो चदडार ओढ़ रखी थी वो काफ़ी नीचे हो गयी थी.

मे दूसरी साइड खड़ा था फिर भी अंदाज़े से मुझे लग रहा था की मम्मी की चदडार दूसरी साइड से काफ़ी नीचे हो गयी थी लगभग झांग के नीचे वेल हिस्से तक.

मम्मी: चिकू बेटा डॉक्टर अंकल को पानी तो दे दे.

मे पानी लेके आया और डॉक्टर अंकल को दे दिया. मैने देखा था मम्मी की गांद सॉफ दिख रही थी. मम्मी ने टाँगे उपर कर रखी थी मम्मी की सेक्सी मोटी गांद क्या लग रही थी वाआह!

डॉक्टर ने जल्दी से पानी पिई के ग्लास मुझे दे दिया मे ग्लास कीतें मे रख के आ गया. फिर डॉक्टर अंकल मम्मी की कमर पे मसाज कर रहे थे.

डॉक्टर का हाथ मम्मी की कमर के अलावा गांद तक भी जेया रहा था. मम्मी हल्की हल्की सिसकारियाँ ले रही थी.

वैसे तो मम्मी सिसकारियाँ ऐसे ले रही थी की मुझे लगे की दर्द की वजह से लेकिन मे समझ रहा था मम्मी डॉक्टर का सहलाना एंजाय कर रही थी.

ऐसे ही डॉक्टर ने मम्मी की कमर पे 5 मीं मसाज की क्योकि मे वही खड़ा था तो डॉक्टर 2-4 बार ही अपना हाथ गांद पे लेके गया था.

डॉक्टर: आप एक एलेक्ट्रिक बाग मंगवा लेना उससे कमर पे लगाने से रिलीफ होगा.

(वो बाग प्लग मे लगा के रखो तो गरम हो जाता है उससे सिकाई करते है.)

मम्मी: डॉक्टर कहा मिलेगा वो?

डॉक्टर ने एक दुकान बताई जो की थोड़ी दूर थी लगभग घर से 20 मीं की दूरी पे.

मम्मी: चिकू एक कम कर तू वो एलेक्ट्रिक बाग ले ही आ और डॉक्टर अंकल को दिखा दे नही तो पता नि कॉन्सा ले आएगा.

मे: ठीक है आता हू.

मे बाहर चला गया और मैने जैसे ही स्कूटी स्टार्ट की तो याद आया फोन तो लिया नही मेरा फोन चार्जिंग पे लगा हुआ था मैने चार्जिंग से उतरा और जाने लगा. तभी मुझे हसने की आवाज़े आई तो मैने मम्मी के रूम की विंडो से देखा.

मम्मी वैसे ही बेड पे लीटी हुई थी और डॉक्टर वही बेत कर मम्मी से बाते कर रहा था. दोनो ऐसे ही बात करने लगे तभी मम्मी ने कहा-

मम्मी: आउच एयेए डॉक्टर मेरी इधर (अपनी गांद पे हाथ फेरते हुए) भी दर्द हो रहा है प्लीज़ आप चेक कर लो.

डॉक्टर: जीई भाभी जी मे देखता हू.

फिर डॉक्टर मम्मी की गांद पे हाथ लगा कर देखने लगता है.

डॉक्टर: भाभी जी ऐसे मुझे चेक करने मे दिक्कत हो रही है.

मम्मी तुरंत अपनी चदडार साइड कर देती हैं. अब वो डॉक्टर के सामने मम्मी अपनी सेक्सी छूट खोल देती है. मम्मी की सेक्सी गांद चिकनी झांगे गोरी गोरी टाँगे और क्लीन छूट देख के तो डॉक्टर पागल हो जाता है.

डॉक्टर मम्मी को निहारते हुए गांद दबाने लगता है. मम्मी जान कर ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगती है.

तभी डॉक्टर भी साँझ जाता है की आज तो उसकी लॉटरी लग गयी समझो. डॉक्टर अपना हाथ मम्मी की छूट पे ले जाकर छूट सहलाने लगता है. मम्मी मज़ा से सिसकारियाँ लेती रहती है.

डॉक्टर अपनी जगह से उठकर मम्मी को लिप्स मे किस करने लगता है मम्मी भी उसका फुल साथ दे रही थी.

मुझे बोहोट गुस्सा आ रहा था की मेरी मम्मी कैसे किसी पराए मर्द के साथ मज़े कर रही है. लेकिन मज़ा भी बड़ा आ रहा था.

डॉक्टर ने अपनी शर्ट उतार दी और मम्मी का गाउन जो बूब्स के नीचे तक था उसको निकल दिया. अब मम्मी डॉक्टर के सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी और डॉक्टर ने तुरंत मम्मी के बड़े बड़े बूब्स चूसने शुरू कर दिए.

मम्मी डॉक्टर का सिर पकड़ कर दबाने लगी और ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लगी.

मम्मी: सस्सस्स आआआअ ऊऊऊओ आआआअ आआआहह आआहह सस्स्स्स्स्सस्स म्‍म्म्मममम हाअययययययए…

डॉक्टर ऐसे ही मम्मी के बूब्स 10 मीं तक चूस्ता दबाता रहा फिर सुमे अपनी पंत निकल दी और अपने लंड को आज़ाद कर दिया. मम्मी उसका लंड देख कर स्माइल कर रही थी.

मम्मी: अब डाल भी दो सुधीर (डॉक्टर का नाम सुधीर था.)

उसकी आगे करीब 35-38 की होगी और उसका लंड लगभग 6.5 इंच का लग रहा था. डॉक्टर मे मम्मी की टाँगे खोली और अपना लंड छूट मे उतार दिया. लंड आराम से मम्मी की छूट मे चला गया था.

जैसे ही लंड अंदर गया मम्मी के मूह से म्‍म्म्मममममम निकल गया. डॉक्टर मज़े से मम्मी की छूट मार रहा था और मे बेचारा विंडो से अपनी ही मा को अपने फॅमिली डॉक्टर से चूड़ते हुए देख रहा था.

डॉक्टर मम्मी को छोड़ता रहा. मम्मी को बोहोट मज़ा आ रहा था मम्मी बोहोट दिन बाद आचे से चूड़ी थी. पापा तो थकान की वजह से मम्मी को छोड़ते नही थे मम्मी बोहोट दीनो से प्यासी थी.

मम्मी: आआअहह सुधीर ससस्स ऊऊओ आआआ आआआ आआआ एसस्सस्स एसस्स्सस्स आआहह…

मम्मी: सुधीर सस्सस्स प्लीज़ रुका मॅट आआआहह ऊऊऊहह बोहोट मज़ा एयेए रहा है आआ ऊऊऊहह..

डॉक्टर मम्मी को वैसे ही 10 मीं तक छोड़ता रहा और अपना लंड बाहर निकल कर मम्मी के पेट पे झाड़ गया.

इतने दीनो बाद मम्मी भी झाड़ के सॅटिस्फाइ हो गयी थी. दोनो ज़ोर ज़ोर से साँसे ले रहे थे. फिर डॉक्टर मम्मी को किस करने लगा और मम्मी के उपर ही लेट गया. दोनो ऐसे ही मज़े से 5-7 मीं किस करते रहे.

फिर डॉक्टर खड़ा हो के अपने कपड़े पहें मे लगा और मम्मी भी जा कर उसका माल अपने पेट से सॉफ करके आई और अपना गाउन पहें लिया.

मे बाहर गया और गाते की आवाज़ करके अंदर आ गया. अंदर आया तो देखा मम्मी लेती हुई थी और डॉक्टर साइड पे चेर पे बेता हुआ था.

मम्मी: आ गया चिकू…

मे: हा मम्मी वो तो अभी उसके पास था नही कल आ जाएगा, तब ले अवँगा.

डॉक्टर: चलो मे अब चलता हू. चिकू मम्मी का ख़याल रखना.

मम्मी और डॉक्टर एक दूसरे को देख कर स्माइल करते हैं और डॉक्टर चला जाता है.