बापू जी की थरक

अब आयेज…

अंजलि चुदाई के बाद ऐसे ही सोफे पे लेती हुई थी और वाहा बापूजी जी भी तड़प मे थे की वो कब सोसाइटी की बाकी औरतो को छोड़ेंगे. बापूजी अपनी इचा पूरी करने घर से निकल पड़े.

बापूजी की इचा बबिता जी को छोड़ने की थी. जैसे ही वो सेडियो से नीचे उतरे तो उन्होने अंजलि के घर का गाते आधा खुला देखा.

बापूजी गाते खोल कर अंदर चले गये. अंजलि नंगी लेती हुई थी तो गाते की आवाज़ सुन कर एक दूं दर गयी और खुद को कुशान्स से ढकने लगी. बापूजी की आँखे अंजलि को नंगा देख कर फट गयी.

बापूजी: आरे अंजलि बेटा अब छुपाने से क्या फयडा.

अंजलि भी समझ जाती है की उसकी छूट फिर चूड़ेगी. बापूजी अंजलि के पास जाते है और कुशान्स साइड फेक कर अंजलि का हास्सें और जवान जिस्म सहलाने लगते है.

अंजलि अपनी आँखे बंद करके सिसकारियाँ लेने लगती है सस्सस्स एम्म आआहह सस्स्सस्स सस्स्सस्स ऊऊऊओ और बापूजी अंजलि के बूब्स काटने लगते है.

अंजलि: आआहह आअहह ऊऊ चाचा जीिइईई सस्स्सस्स आआआहह.

बापूजी 10 मीं तक अंजलि के बूब्स चूस्ते है. फिर बापूजी अपनी धूटी निकल कर फेक देते है, बापूजी अंडरवेर तो पहेनटे नही थे. उनका 7 इंच का लंड अंजलि देख कर दर जाती है.

बापूजी अंजलि की छूट पर एक किस करते हैं और टाँगे खोल कर लंड छूट मे डालने लगते है. अंजलि की छूट मे बहोट मुश्किल से लंड घुसता है.

अंजलि: आआआः चाचा जीिइईई बहोट बड़ा है मुझे दर्द हो रहा है आआआअ.

बापूजी अंजलि की छूट मे धक्के मरते रहते है और साथ मे अंजलि के बूब्स दबाते है.

अंजलि: अयाया आआहह हह आआआ चाचा जीिइई धीरे धीरे मार गाइिईई आआहह ऊऊऊऊहह.

बापूजी 8-10 मीं वैसे ही अंजलि को छोड़ते है और फिर सोफे पर अंजलि को घोड़ी बना देते है. और पीछे से अंजलि की छूट मे लंड डाल देते है और ज़ोर ज़ोर से छूट की चुदाई करनी शुरू कर देते है.

अंजलि: अयाया आआआः आआआः एयाया म्‍म्म्मम ऊऊ ऊऊ ऊवू आआआआवववववव

बापूजी अंजलि की कमर पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से छोड़ते है. और 5 मीं बाद बापूजी का होने वाला होता है.

अंजलि: आआअहह आआअहह हााअ एयाया आआ ऊऊऊ सस्स्स्सस्स ऊऊहह.

बापूजी अपना लंड छूट से निकल कर अंजलि को पलट देते है और अंजलि के मूह पर अपने माल की धार मार देते है.

अंजलि की 7 इंच के लंड की चुदाई से हालत खराब हो गयी थी तो वो तो बेचारी लेट गयी और बापूजी भी उसके उपर लेट कर बूब्स मे से दूध पीने लगे.

15-20 मीं बाद बापूजी अपने कपड़े पहें लेते है और अंजलि भी अपनी पनटी से अपना मूह सॉफ करती है और अपने कपड़े पहें लेती है लेकिन पनटी और ब्रा नही पहेनटी.

बापूजी: क्यो अंजलि बेटा केसा लगा?

अंजलि (स्माइल करते हुए): बहोट मज़ा आया चाचा जी.

और अंजलि बापूजी को किस कर लेती है.

अंजलि: चाचा जी आप बेतिए मे आपके लिए छाई लेके आती हू.

बापूजी: हा हा

अंजलि किचन मे चली जाती है और छाई बनाने मे लग जाती है. बापूजी सोफे पे बेते होते है और अंजलि की ब्रा हाथ मे लेके स्मेल करने लगते है.

एसा करने से बापूजी का लंड फिर खड़ा हो जाता है. बापूजी उठ कर किचन मे चले जाते है और अंजलि को पीछे से पकड़ लेते है. अंजलि एक दूं से दर जाती है.

अंजलि: चाचा जी आप ने तो मुझे डरा ही दिया. बस छाई बन ही गयी मे लाती हू आप बेतिए.

बापूजी: अंजलि बेटा अब मुझे छाई नही पेनी मुझे तो भूक लगी है.

अंजलि : मे अभी आप के लिए कुछ बना देती हू.

बापूजी: अरे अंजलि बेटी मुझे तो तुम्हारे बदन की बुख लगी है.

अंजलि (शरमाते हुए): आप भी ना चाचा जी.

बापूजी अपनी धोती और शर्ट उतार कर साइड फेक देते है और अंजलि की लेगैंग्स नीचे कर देते है और अंजलि की गांद मे अपना लंड दबाने लगते है.

अंजलि: सस्स्सस्स इस उमर मे भी आप मे बहोट ताक़त और जोश है.

बापूजी: आरे अंजलि बेटी मेने गाओ का पानी पिया है.

फिर बापूजी अंजलि का उपर से सूट भी उतार देते है अब अंजलि और बापूजी दोनो नंगे हो जाते है. बापूजी अंजलि को नीचे ज़मीन पे घोड़ी बना देते है और घुड़ घुटनो पे बेत कर अंजलि की पीछे से छूट छोड़ने लगते है.

अंजलि: सस्सस्स अया अया आहहाअ ऊऊओ ऊऊओह चाचा जी धीरे धीरे प्लीज़ आअहह.

बापूजी दाना दान अंजलि की छूट मरते है और साथ मे गांद को मसालते रहते है. अंजलि ने जो छाई रखी थी वो उबाल कर गिर जाती है लेकिन दोनो को कोई फराक नही पड़ता दोनो बस चुदाई मे डूबे पड़े थे.

बापूजी अंजलि को उसी पोज़िशन मे 15 मीं तक छोड़ते है और उसकी सेक्सी चिकनी पेत पर अपना माल गिरा देते है. अंजलि और बापूजी खड़े हो कर कपड़े पहेनटे है.

अंजलि: आरे आरे सारी छाई गिर गयी मे तो गॅस बंद करना भूल ही गयी थी.

बापूजी: कोई बात नही बेटा एसा होता है, चलो मे चलता हू.

बापूजी वाहा से निकल जाते है.

बापू जी का मान तो बहोट होता है की बबिता जी की चुदाई कर के आए लेकिन बापूजी तक जाते है तो अपने घर जा के आराम करते है.