पुराना प्यार चुदाई में बदला

हेलो दोस्तों, मैं कारण आ गया अधूरी कहानी को आयेज बढ़ने. तो अंश जान जाता है सुमीत और रूही के ब्रेकप की वजह. उसके बाद वो सुमीत से पूछता है, मगर सुमीत उसका जवाब नही देता है, और उसको किस करता, और बोलता है की वो मस्ती कर रहा था. अब आयेज-

अगले दिन सुमीत और अंश घर में पढ़ रहे होते है, की तभी अंश सुमीत के पास रखी हुई किताब माँगता है. लेकिन सुमीत नही देता है. फिर अंश जब किताब लेने आता है, तब सुमीत किताब को पीछे पकड़ लेता है. अंश जब पीछे हाथ डालता है तो वो सुमीत के उपर गिर जाता है.

तब फिरसे सुमीत अंश को किस करने लगता है. इस बार अंश भी मज़ा लेने लगता है. करीब 10 मिनिट की किस्सिंग के बाद दोनो अलग होते है.

अंश: तुम अभी भी मस्त कर रहे थे, या तुम्हे सच में लड़का पसंद है?

सुमीत ( सोचने के बाद): मैं किसी के साथ ऐसा नही करता हू. लेकिन तुम्हारे साथ होता हू तो ऐसा करने का दिल करता है. बाकी मुझे पता नही.

अंश: ठीक है तो आज रात को हम देखेंगे इसका सल्यूशन.

सुमीत हा बोलता है. फिर दोनो पढ़ाई करते है. उसके बाद खाना खा कर दोनो कमरे में आते है, और बेड पे बैठते है. दोनो के चेहरे एक-दूं से लाल हो चुके थे. दोनो को ही नही पता था की आयेज क्या होगा.

एसी चल रहा था, मगर दोनो को ही पसीना आ रहा था. सुमीत गर्मी की वजह से अपनी त-शर्ट निकाला. सुमीत की बॉडी पूरी मस्क्युलर थी, जिम की वजह से. पसीने में लथपथ उसकी बॉडी पूरी सेक्सी दिख रही थी. अंश उसकी बॉडी को नही देख पा रहा था. वो शर्मा रहा था.

सुमीत: क्या हुआ, तुम शर्मा क्यूँ रहे हो?

अंश: नही, मैं क्यूँ शरमौँगा?

सुमीत ( पास आ कर): तुम शर्मा रहे हो.

अंश उसको धकेलटा है, और बातरूम जाने लगता है शर्ट निकालने के लिए. तभी सुमीत उसको वही पर शर्ट निकालने को बोलता है. अंश जब उसके सामने शर्ट निकालता है तो सुमीत अंश के बूब्स और सेक्सी कमर देख कर शर्मा जाता है.

अंश: क्या हुआ अब तुमको? तुम क्यूँ शर्मा रहे हो?

ये बोल कर वो सुमीत के पूरा पास चला जाता है. फिर सुमीत उठ कर सोने चला जाता है. अंश भी हस्स कर सोने आ जाता है. कुछ देर वो दोनो एक-दूसरे को नही देख रहे होते है, लेकिन बाद में अंश ही बोलता है-

अंश: सुमीत सुनो.

सुमीत: हा बोलो.

अंश: तो क्या ट्राइ करोगे?

सुमीत: हा करूँगा.

फिर अंश सुमीत के उपर चढ़ जाता है, और उसके होंठो पे अपने होंठ रख कर किस करने लगता है. सुमीत अब बेकाबू हो चुका था. उसकी बॉडी में एक अलग स्पीड स्टार्ट हो गयी. वो अंश के लिप्स को काट रहा होता है, और उसकी गांद को दबा रहा होता है.

अंश ने सुमीत के अंडरवेर में हाथ डाल कर उसका लंड देखा, की उसका 7.5 इंच लंबा लंड पूरा खड़ा हो चुका था. अब सुमीत अंश के उपर चढ़ गया, और उसके निपल्स को चूसने लगा. अंश को भी मज़ा आने लगा. दोनो ही आ ह्म आअहह की सिसकारियाँ लेने लगे. दोनो ही नंगे हो गये और फिर अंश ने सुमीत के लंड को चाटना शुरू कर दिया. फिर वो पूरा लंड चूसने लगा. सुमीत तो पूरा मदहोश हो कर लंड चुस्वा रहा था.

अंश: डालोगे अंदर?

सुमीत: तुम ले पाओगे क्या?

अंश: कोशिश करूँगा.

उसकी ये बात सुन कर तो सुमीत और भी ज़्यादा जोश में आ गया, और उसके पैर उपर उठा कर उसकी गांद को चाटने लगा, और अपनी एक उंगली डालने लगा. अंश ज़ोर से चिल्लाया मगर रुकने को नही बोला. फिर धीरे-धीरे अंश का गांद जब फ्री हो गयी, तब उसको भी मज़ा आने लगा.

अब सुमीत नंगा ही उठ कर किचन गया, और बटर लेकर आया. फिर वो उसके लंड और अंश की गांद पर लगाया बटर. फिर अपना लंड उसकी गांद पे सेट किया, और अंश के लिप्स को किस करके एक ज़ोरदार झटका दिया. उस झटके में उसका आधा लंड अंदर चला गया. मगर अंश की तो पाईं के मारे बोलती ही बंद हो गयी.

फिर सुमीत रुक गया, और अंश का जब तोड़ा पाईं कम हुआ, तो वो धीरे-धीरे आयेज-पीछे करने लगा. अब अंश की गांद और भी खुल गयी, और वो भी मज़े में सिसकारियाँ लेने लगा. फिर सुमीत और एक झटके से पूरा लंड डाल दिया और छोड़ने लगा.

अंश की गांद से खून निकल रहा था, मगर उसको एक अलग ही सुख मिल रहा था. अब सुमीत लेट गया, और उसके लंड के उपर अंश बैठ गया और उपर नीचे करने लगा. उस चुदाई के दौरान ही-

अंश: ई लोवे योउ सुमीत.

सुमीत: ई लोवे योउ टू अंश.

अंश को कन्फर्म हो गया की सुमीत अंश को चाहता था. फिर वो चुदाई का मज़ा लेने लगा. करीब 20 मिनिट की चुदाई के बाद अंश का निकालने वाला था. तो सुमीत ने अंश का लंड अपने मूह में ले लिया, और उसका सारा पानी पी गया. उसके बाद सुमीत ने पानी अंश की गांद में ही निकाल दिया. दोनो ऐसे ही नंगे पूरा चिपके रहे थोड़ी देर.

अंश: कैसा लगा तुम्हे?

सुमीत: लाइफ में पहली बार इतनी खुशी महसूस हुई.

अंश: तुम पहले कब किए हो किसी लड़के के साथ?

सुमीत: मैने एक बार रूही के साथ किया था. लेकिन मुझे वो खुशी महसूस नही हुई, जो आज हुई है.

अंश: मैं लड़के के बारे में पूच रहा हू.

सुमीत: मैं किसी लड़के को देख कर कुछ नही फील करता हू. मगर तुम्हारे साथ मैं ऐसा करता हू और आज भी तुम हो इसलिए किया.

अंश: अछा तो क्या तुम मुझसे प्यार करते हो क्या?

सुमीत: शायद हा, क्यूंकी तुम्हारे साथ जब होता हू, तब मैं खुश रहता हू.

सुमीत: तुम्हे अछा लगा क्या आज?

अंश: हा मगर खून बहुत निकल रहा है.

सुमीत: तो क्या तुम मुझसे प्यार करते हो?

अंश: मैं कभी ऐसे नही सोचा हू, मगर ट्राइ करके देखना चाहूँगा.

सुमीत अंश को अपनी मज़बूत चेस्ट के उपर रख कर गले लगता है.

अंश: तुम मुझे क्या बचपन से ही ऐसे चाहते थे?

सुमीत: हा मगर दर्र लग रहा था, की कोई क्या सोचेगा. मगर जब मैं तुमसे डोर हुआ तो मैं तुम्हे भूलने की कोशिश किया, मगर नही भूल सका. और जब तुम रहने आए तो अपनी फीलिंग्स को लेकर डरने लगा. इसलिए मैं देर रात आता था, ताकि तुमसे डोर रह साकु.

अंश: तो अब कैसे पास आए?

सुमीत: मैं और च्छूपा के अपनी फीलिंग्स को नही रख सका इसलिए. और अब मैं रेडी हू.

फिर वो दोनो ऐसे ही बात करके सो गये, और अगले दिन सुमीत उसके लिए मेडिसिन ले आया, और वो दोनो डेटिंग करने लगे.

तो दोस्तों ये थी अंश और सुमीत की स्टोरी. अगर आप जानना चाहते हो की इनकी डेटिंग के बाद इनका रिश्ता कैसे जाता है, तो मेरी ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर अपनी चाहत ज़रूर भेजे. अगर सब चाहते है तो मैं इनके रिश्ते की आयेज की कहानी ज़रूरी लौंगा. धन्यवाद दोस्तों.